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राज्यवार रिपोर्टें
जापान के बाद जैतापुर में बढ़ी हाय तौबा
जापान में परमाणु हादसे के बाद जैतापुर परमाणु ऊर्जा परियोजना का विरोध ओर तेज हो गया है। विरोध कर रहे लोगों का कहना है कि सुरक्षा कारणों से इस परियोजना को रद्द कर दिया जाना चाहिए जबकि सरकार भविष्य की इ्रंधन आवश्यकताओं को देखते हुए इस परियोजना को जरूरी बता रही है। तकरीबन 1000 हैक्टेयर में बन रही इस परियोजना का काम भारतीय परमाणु ऊर्जा निगम महाराष्ट्र…
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निरमा सीमेंट कम्पनी तथा भूमि अधिग्रहण विरोधी आंदोलन
गुजरात के भावनगर जिले में एक सीमेंट कारखाना लगाने के फैसले के विरोध में 12 गांवों के 5000 से अधिक किसानों की…
संपादकीय, मार्च 2011
चेरनोबिल परमाणु संयंत्र की दुर्घटना के 25 साल पूरे होते-होते जापान की मौजूदा प्राकृतिक विभीषिका हमारे सामने है।…
रेल विस्तार परियोजनायें : भूमि अधिग्रहण का तीखा विरोध
सिंगूर और नंदीग्राम के प्रस्तावित भूमि अधिग्रहणों पर ग्रहण लगाने के बाद हाबड़ा के सांकराइल, बोलपुर, हुबली के डानकुनी, तारकेश्वर, विष्णुपुर, सिलीगुड़ी, पांशकुड़ा तथा शालबनी यानी हाबड़ा, शांति निकेतन, हुबली के आस पास के क्षेत्रों में रेल मंत्रालय की प्रस्तावित या बिलंबित परियोजनाओं को अमली जामा पहनाये जाने के विरोध में किसान स्थानीय स्तर पर ’कृषि…
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सम्मेलन – उदास मौसम के खि़लाफ
29 नवंबर 2010, रवींद्रालय, लखनऊ
30 सितंबर, 2010 को इलाहाबाद उच्च न्यायालय की लखनऊ पीठ द्वारा बाबरी मस्जिद और…
गंगा एक्सप्रेस वे विरोधी आंदोलन
गाँवों-गाँवों में किसान शांति सेना का गठन हुआ प्रारंभ
कृषि-भूमि बचाओ मोर्चा उ. प्र. द्वारा अगस्त-सितंबर, 2010…
भूमि अधिग्रहण स्वीकार्य नहीं : सीमेंट प्लांट विरोधी आंदोलन, नवलगढ़
किसानों ने घेरा तहसील, छात्रों से पुलिस की धक्का-मुक्की
यदि हुआ भूमि अधिग्रहण तो घड़साना जैसे हालात- का. अमराराम
मायावती सरकार की हाई-वे परियोजनाओं के लिए, जहां उत्तर प्रदेश के किसानों को उनकी जमीनों से बेदखल किया जा रहा है, वहीं राजस्थान के शेखावाटी इलाके में इन हाई-वेज के लिए खपत होने वाले सीमेंट के लिए किसानों से जमीनें छीनने की तैयारी…
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साक्षात्कार : कुमटी माझी, अध्यक्ष नियामगिरि सुरक्षा समिति
हमें विकास की रोशनी दिखायी जा रही है। कोठियों, बाजारों, सड़कों का जाल दिखाया जा रहा है। हमारी उन्नति की, समृद्धि…
साक्षात्कार : अभय साहू, अध्यक्ष पोस्को विरोधी संघर्ष, उड़ीसा
आज हमारे सामने सबसे बड़ी चुनौती यह है कि गिरफ्तारियों तथा फर्जी मुकदमों का सामना कैसे करें? पांच वर्ष तक जनता…
दमन, साजिशों से जूझते कलिंगनगर के आंदोलनकारी आदिवासी
राज्य के दमन (पुलिस ज़ुल्म) एवं टाटा कंपनी के गुंडों (स्थानीय बीजू जनता दल के नेता एवं कार्यकर्ता) के हमले का कंपनी विरोधियों द्वारा सामना।
राज्य एवं कंपनी के आतंक के कारण कंपनी विरोधी आंदोलनकारी रात में ही निकलते हैं लोगों से संपर्क करने।
आतंक एवं अत्याचार का यह आलम की कंपनी विरोधी आंदोलनकारी अस्पताल या डाक्टर के पास इलाज कराने जाते…
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