भारत – ऑस्ट्रेलिया यूरेनियम डील से दोनों देशों के स्थानीय लोगों को नुकसान : ऑस्ट्रेलिया से आया भारतीय आंदोलनकारियों के नाम समर्थन पत्र
ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री टोनी एबट एक नाभिकीय समझौते को अंतिम रूप देेने भारत आए हैं। इस संबंध में नाभिकीय ऊर्जा विरोधी ऑस्ट्रेलियाई 14 जनसंगठनों ने आज ऑस्ट्रेलिया से भारतीय आंदोलनकारियों के नाम समर्थन पत्र भेजा है जिसमें उन्होंने अपने यहां का हाल बताते हुए अपील की है कि भारत की संस्कृति को नाभिकीय ऊर्जा से तबाह न करें।…
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भारत में युरेनियम बेचने आए आस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री का विरोध करें
आज शाम चार बजे दिल्ली के रेल म्यूज़ियम पर इकठ्ठा हों और आस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री टोनी एबट के विरोध में…
राजस्थान सरकार का किसान विरोधी भूमि अधिग्रहण विधयेक
राजस्थान भूमि अधिग्रहण विधेयक 2014 को वापस लेने के संदर्भ में।
माननीय मुख्यमंत्री जी,
राजस्थान, जयपुर…
आज के दौर में विकास और सामाजिक न्याय: राष्ट्रीय अधिवेशन – अक्टूबर 31, नवम्बर 1 – 2, 2014
प्रिय साथी
जन आन्दोलनों का राष्ट्रीय समन्वय (NAPM) का दसवां राष्ट्रीय अधिवेशन "आज के दौर में विकास और सामाजिक न्याय विषय" पर पुणे में तीन -दिवसीय राष्ट्रीय सम्मलेन का आह्वान आगामी 31 अक्टूबर और 1-2 नवम्बर 2014 को किया गया है, जिसका निमंत्रण आपसे साझा किया जा रहा है.
आपसे अनुरोध है कि इस सम्मलेन में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें और…
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सैन्यवाद, परमाणुकरण और राजकीय दमन के विरोध में उठी आवाजें
परमाणु निरस्त्रीकरण एवं शान्ति गठबंधन
Coalition for Nuclear Disarmament and Peace(CNDP)
30 August, 2014
प्रेस…
नरेंद्र मोदी के नाम फुकुशिमा से एक पत्र
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक नाभिकीय समझौते को अंतिम रूप देेने जापान गए हैं। निकलने से पहले उन्होंने जापानी में…
रिलायंस की लूट और अतिक्रमण के खिलाफ ग्रामीण जनता एकजुट
'लोकविद्या जन आन्दोलन'और 'किसान आदिवासी विस्थापित एकता मंच' का धरने को समर्थन
गुजरी 26 अगस्त 2014 को मध्य प्रदेश के सिंगरौली के अमलोरी स्थित रिलायंस कोल् ब्लॉक के गेट के पास सुबह 6 बजे से कंपनी और प्रशासन के वायदा खिलाफी के विरोध में सैकड़ो आदिवासी और दलित स्त्री पुरूष एकत्र हुवे। राजस्व के अधिकारीयों ने लिखित तौर पर 5 दिन का…
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बीटी बैंगन की व्यावसायिक असफलता
तस्वीर विस्फोट डॉट कॉम से साभार
बीटी तकनीक को भविष्य का चमत्कार बताया जा रहा है। इसके बारे में कहा जाता है कि…
अपनी भूमि पर बेघर आदिवासी
मध्यप्रदेश के श्योपुर जिले का सहरिया आदिवासी समुदाय देश का सर्वाधिक कुपोषित आदिवासी समुदाय है। लेकिन उसकी खेती…
गांवों को लीलती आपदाएं
पुणे के मालिण गांव व उत्तराखंड के जखन्याली नौताड़ में हुए भू-स्खलन में करीब दो सौ लोगों की मृत्यु हुई है। मालिण गांव की त्रासदी के लिए पनचक्कियां लगाने को भी जिम्मेदार ठहराया जा रहा है। वास्तविकता यह है कि "करे कोई और भरे कोई" की शोषण आधारित व्यवस्था अब गरीबों से उनके जीने का हक भी छीन रही है। आवश्यकता रुककर विकास के गिरेबान में झांकने की…
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