संघर्ष संवाद
Sangharsh Samvad

कैसा राज्योत्सव, किसका राज्योत्सव

चलव-चलव गा भाई कलादास डेहरिया कोई बीस सालों से जन संघर्षों के मोर्चे पर सांस्कृतिक सिपाही की हैसियत से तैनात हैं। इसकी प्रेरणा उन्हें शहीद नियोगी के संपर्क में आने से मिली। पेश है अन्याय, असमानता और उत्पीड़न की स्थितियों को रेखांकित करते हुए नये भारत के लिए नया छत्तीसगढ़ बनाने के लिए संघर्ष का आह्वान करता उनका यह लोकप्रिय गीत; चलव-चलव गा भाई,…
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अवैध खनन विरोधी आंदोलन: बर्बर दमन के बिच जारी है

गुजरी 23 अक्टूबर को राजस्थान के सीकर जिले की नीम का थाना तहसील के ग्राम डाबला में जारी अवैध खनन विरोधी आंदोलन के साथियों को पाटन पुलिस ने फिर एक फर्जी केस में गिरफ्तार किया. पुलिस, खनन माफिया एवं स्थानीय विधायक की मिलीभगत से आंदोलनकारियों का दमन जारी है.ताजा घटनाक्रम में ग्राम डाबला में अवैध खनन के खिलाफ चल रहे संघर्ष के एक महतवपूर्ण साथी जय भगवन…
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किसान नेता डॉ. सुनीलम को सजा क्यों हुई ?

मध्य प्रदेश के जनवादी राजनीतिज्ञ डॉक्टर सुनीलम को सजा दिया जाना गहरी चिंता का विषय है। यह न्याया तंत्र को गुमराह कर जनहित के लिए उठने वाली आवाज को खामोश करने और क्षमतावानों के हित साधने की दिशा में किए जा रहे प्रयासों का एक हिस्सा है। इस पुरे प्रकरण पर सुनील की रिपोर्ट; अन्नदाता कहा जाने वाला और खुद को भूखा रख कर दूसरे का पेट भरने वाला…
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डॉक्टर सुनीलम की सजा और दयामनी बारला की गिरफ्तारी पर संयुक्त वक्तव्य

पीयूसीएल, सोशलिस्ट फ्रंट, इंसाफ, वाटर राइट कैंपेन, आर जे डी, डी एन ए मुंबई, इंडियन सोशलिस्ट जैसे संगठनों और चितरंजन…

लोकतंत्र सलाखों के पीछे: डॉ. सुनीलम की पत्नी का पत्र

मुलताई गोलीकांड में 14 साल बाद पिछली 18 अक्टूबर को फ़ैसला आया और जैसा कि अंदेशा था, डा. सुनीलम समेत तीन लोगों को उम्र क़ैद की सज़ा सुनायी गयी। डा. सुनीलम पर अब तक 8 बार जानलेवे हमले किये गये है। उनके खिलाफ 133 फर्जी केस दर्ज किए गए, जिनमें से 3 मामलों में उन्हें आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई है। वंदना मिश्रा ने 22 अक्टूबर को भोपाल जेल में…
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