जनता की ताक़त के आगे झुकी सरकार
जन सत्याग्रह की जीत हुई। गांधी जयंती के अगले दिन, गुज़री 3 अक्टूबर को ग्वालियर से इस ऐतिहासिक यात्रा की शुरूआत हुई थी। यात्रा के 26वें दिन, 28 अक्टूबर को एक लाख लोगों के साथ दिल्ली पहुंचने का कार्यक्रम था। नवें दिन, 11 अक्टूबर तक यात्रा में इसकी आधी संख्या जुड़ चुकी थी। इस बढ़ती जन शक्ति के सामने केंद्र सरकार को घुटने टेकने पड़े। यात्रा के…
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परमाणु नहीं, सौर ऊर्जा चाहिए
विदेशी बाजे के शौक़ीन हमारे हुक़्मरान
डा. राजेंद्र प्रियदर्शी लखनऊ में रहते हैं और जाने-माने परमाणु भौतिकविद…
विदेशी बाजे के शौक़ीन हमारे हुक़्मरान
डा. राजेंद्र प्रियदर्शी लखनऊ में रहते हैं और जाने-माने परमाणु भौतिकविद हैं। उन्होंने 1955 से 1960 तक स्टाकहोम…
“राजद्रोह, आतंक-विरोधी क़ानून और लोकतंत्र”
“प्रो. इक़बाल अंसारी मेमोरियल लेक्चर" का दूसरा व्याख्यान
“राजद्रोह, आतंक-विरोधी क़ानून और लोकतंत्र”
इंडियन लॉ इंस्टिट्यूट,नई दिल्ली
13
13 अक्टूबर 2012,
दोपहर 3:30 से
इसके मुख्य वक्ता वरिष्ठ वकील और पीपुल्स यूनियन ऑफ़ सिविल लिबर्टी के राष्ट्रीय महासचिव डॉ. वी सुरेश होंगे, जिन्होंने इस विषय पर एक सक्रिय क्रिमिनल लॉयर और मानवाधिकार…
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देश को है फिर एक जे पी की जरूरत
आज लोकनायक जय प्रकाश नारायण (जे पी) की 110वीं जयंती है। जे पी के इस जीवन परिचय को जानना जे पी को समझने के लिए…
कोयला सत्याग्रह: ज़मीन हमारी तो कोयला भी हमारा
गांधी जयंती के मौक़े पर छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले के कोई 14 गांवों के किसानों ने कोयला क़ानून तोड़ने का साहसी…
बीस साल बाद किसानों को मिला इंसाफ़
अभी हाल में आये बिलासपुर उच्च न्यायालय के एक फ़ैसले ने उन किसानों में इंसाफ़ मिलने की आस जगा दी है जिनकी ज़मीन…
खतरनाक विकिरण के साये में उत्तराखंड
कूडनकुलम और जैतापुर में परमाणु-विरोधी आंदोलन को एक तरफ सरकार अंधविश्वास से प्रेरित, अवैज्ञानिक और विदेशी हाथ से…
याद किये गये शहीद नियोगी
पिछली 28 सितंबर को नियोगी शहादत दिवस के मौक़े पर कई जगह आयोजन हुए।
भोपाल, मुंबई समेत कई जगहों पर आयोजन हुए। छत्तीसगढ़ में भी हुए- छत्तीसगढ़ मुक्ति
मोर्चा के नाम पर ही तीन आयोजन हुए। इनमें दो भिलाई में हुए- एक किलोमीटर के फ़ासले
पर दो जनभाएं। यह आंदोलनों में ‘झंडा ऊंचा रहे हमारा’ की बढ़ती प्रवृत्ति का नमूना
है। छत्तीसगढ़ मुक्ति मोर्चा (मज़दूर कार्यकर्ता…
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