सम्पादकीय, जुलाई 2011
हम खुश किस्मत हैं कि हमारे माननीय सर्वोच्च न्यायालय को समय-समय पर याद आ जाता है कि असंवैधानिक क्या है? आजादी के इतने सालों बाद याद आया कि खाप पंचायतों के फतवे नाजायज हैं, छत्तीसगढ़ में एस.पी.ओ. की भरती गैरकानूनी है, देशद्रोह क्या नहीं है, सार्वजनिक हित के लिए अधिग्रहीत की गयी भूमि किसी अन्य लाभार्थी को नहीं दी जा सकती तथा सामूहिक संपदा…
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बाक्साईट खनन के खिलाफ उड़ीसा के सबसे ऊँचे पहाड़ की चोटी पर आदिवासियों का जमावड़ा
कोरापुट, 21 मार्च 2011 को लगभग 15000 आदिवासियों तथा परंपरागत वन निवासी समुदाय के लोगों ने देवमाली रेंज में बाक्साइट…
पोस्को प्रतिरोध संग्राम समिति 8 अप्रैल को घेरेगी विधान सभा
13 मार्च की रैली की घोषणा
पोस्को कम्पनी के विरोध में चलने वाला संघर्ष धीरे-धीरे छठवां साल पूरा करने जा रहा…
वेदांत विश्वविद्यालय एवं वेदांता कंपनी पर कसता न्यायालयों का शिकंजा
केन्द्र के वेदांत एलुमिनियम कंपनी के लांजीगढ़ एल्युमिनियम रिफाइनरी के ताकत को 1 एमटीपीए से 6 एमटीपीए तक बढ़ाने की अर्जी को खारिज करने के बाद वेदांत कंपनी ने उड़ीसा हाईकोर्ट में अपनी अर्जी दाखिल की। चीफ जस्टिस वी.गोपालगौड़ा एवं जस्टिस बी.एन. महापात्र की पीठ ने कंपनी के वकील व केंद्र के असिस्टेंट सोलिसिटर जनरल को सुनने के बाद इस अर्जी के ऊपर 1 मार्च…
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भूमि अधिग्रहण का विरोध, जारी है धरना-प्रदर्शन और गिरफ्तारी
हरियाणा राज्य के रोहतक जिले के 9 गांवों की 3368 एकड़ जमीन का अधिग्रहण खरखौदा में आई.एम.टी. बनाने के लिए किया जा रहा…
जे.पी. पॉवर प्लांट के लिए अधिग्रहीत कृषि भूमि के खिलाफ संघर्ष जारी…
लिखित वादे से मुकरा जिला प्रशासन धमकी पर आमादा
घायल किसान शहीद
अपनी जीविका, जमीन तथा कृषि बचाने के…
कनहर नदी पर बँध रहे बाँध की त्रासदी
सोनभद्र का विकास वनाम विस्थापन
सोनभद्र का इलाका औद्योगिक विकास के लिहाज से प्रदेश में एक बडी हैसियत रखता है। यह अलग बात है कि आदिवासियों को इसका फल निरंतर विस्थापन व बदहालियों के घनीभूत हो जाने के रुप में मिलता रहा है। रेनुकूट स्थित हिन्डालको एशिया का सबसे बड़ा एल्यूमिनियम संयंत्र है। बिड़ला समूह के इस उपक्रम में 5000 से भी अधिक मजदूर…
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तीन राज्यों के 80 गांवों/बस्तियों को जल समाधि देने एवं कनहर तथा पाँगन नदियों की…
उत्तर प्रदेश सरकार का यह विकास का मन्दिर नहीं स्वीकार लोगों को.
‘‘धरती मैया की जय’’ के नारे के साथ कनहर बचाओ…
नवलगढ़ के किसान आंदोलन में विभिन्न ताकतों की भूमिका पर रपट
तीन मुनाफ़ाख़ोर बनाम हज़ारों लोग: जंग जारी है
लोग लड़ रहे हैं अपनी जमीनें बचाने की लड़ाई
सरकारी शह पर सीमेण्ट…
किसानों का विधान सभा के समक्ष प्रदर्शन एवं धरना
नवलगढ़ के आंदोलनकारी किसान 16 मार्च 2011 को जयपुर शहर के 22 गोदाम पुलिया के नीचे एकत्रित होकर अपना जुलूस बनाकर विधान सभा के समक्ष प्रदर्शन करने के लिए आगे बढ़े। प्रदर्शनकारी ‘‘भूमि-अधिग्रहण वापस लो’’, ‘‘सरकार और कम्पनियों की तानाशाही नहीं चलेगी’’, ‘‘कम्पनियों से यारी, किसानों से गद्दारी नहीं चलेगी’’ तथा ‘‘किसान मजदूर एकता जिंदाबाद’’ का नारा लगाते…
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