कचरा आधारित प्रस्तावित बिजली घर का पुरजोर विरोध
जनसुनवाई में भड़के किसान
30 सितम्बर, 2011 को जमशेर गांव, जालंधर (पंजाब) में कचरा आधारित बिजली घर की पर्यावरण स्वीकृति के लिए म्युनिसिपल कारपोरेशन, जालंधर द्वारा एक जन सुनवाई का आयोजन किया गया। इस जन सुनवाई में जमशेर गांव तथा इसके आस-पास के गांववालों ने इस प्रस्तावित बिजली घर का यह कहते हुए एक-स्वर में पुरजोर विरोध किया कि जहरीले कचरे के जलने से उनके स्वास्थ्य पर खतरनाक असर पड़ेगा।
इस संयंत्र के निर्माताओं तथा पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने कचरा जलाने से पैदा होने वाले खतरनाक प्रदूषण के बारे में असलियत छिपाते हुए झूठी जानकारी बताकर स्थानीय लोगों को लगातार बरगलाने की कोशिश की और ना ही इस कचरा आधारित संयंत्र से स्वास्थ्य पर पड़ने वाले कुप्रभावों तथा इसके कारण पैदा होने वाली गंभीर बीमारियों के बारे में स्थानीय गांव वालों को बताया। स्थानीय गांव वालों ने यह कहते हुए कि इससे उनकी खेती तथा डेरी उद्योग पर खतरनाक असर तो पड़ेगा ही इसके साथ-साथ यह उनके स्वास्थ्य के लिए भी खतरनाक है, इस जन सुनवाई में इस प्रस्तावित संयंत्र के खिलाफ कड़ा विरोध दर्ज करवाया तथा अधिकारियों व पंजाब सरकार से इस संयंत्र को रद्द करने की मांग की।