संघर्ष संवाद
Sangharsh Samvad
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परमाणु ऊर्जा संयंत्र

परमाणु ऊर्जा में विदेशी पैसा

डेढ़ दशक पहले अमरीका के साथ होने वाले जिस परमाणु समझौते को लेकर तब की मनमोहन सिंह सरकर गिरने-गिरने को हो गई थी, आज वही परमाणु ऊर्जा खुल्लम-खुल्ला धंधे में उतर आई हैं। दुनियाभर में गरियाई जा रही यह ऊर्जा भारत की सरकार को लुभा रही है। क्या हैं, इसके निहितार्थ? प्रस्तुत है, इसकी पड़ताल करता राज कुमार सिन्हा का यह लेख; केन्द्र सरकार ‘परमाणु ऊर्जा…
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