गुजरात : जान देंगे जमीन नहीं के नारे के साथ अल्ट्राटेक द्वारा जबरन अधिग्रहित 1500 हेक्टेयर ज़मीन पर किसानों ने जमाया कब्ज़ा
-नीता महादेव
गुजरात 17 अक्टूबर 2018। भावनगर जिले के महुवा तहसील के 13 गांवों की 1500 हेक्टेयर जमीन अल्ट्राटेक कंपनी को खनन के लिए लोगों के विरोध के बावजूद दे दी गयी है। 16 अक्टूबर को महिलाओं और पुरुषों ने साथ मिलकर इस खोदी गयी जमीन को फिर से भर दी। ऐसा करने के ‘गुनाह’ के लिए कुछ लोगों पर एफआईआर दर्ज की गयी है।
ज्ञात रहे कि गुजरात में भावनगर जिल्ले के महुवा तहसील के ऊँचा कोटड़ा और आसपास के गाँवों में सीमेंट बनाने के लिए अल्ट्राटेक कंपनी चुने का पत्थर (लाइम स्टोन) का खनन कर रही है. प्रोजेक्ट के लिए जब जन सुनवाई रखी गई तब एक ही दिन में तीन सुनवाई होने के बावजूद हरेक में दस-दस हजार लोग उपस्थित रहे और सभी ने एक सूर में प्रोजेक्ट का विरोध किया. जहाँ कम से कम 80 प्रतिशत लोगों की सहमती चाहिए वहां 100 प्रतिशत लोगों का विरोध होने के बावजूद भी कंपनी को खनन के लिए मंजूरी दी गयी है. खनन का काम शुरू भी किया गया है. लोग संगठित हो कर यहाँ आन्दोलन कर रहे हैं.
दूसरी तरफ नॅशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल में केस भी दाखिल किया गया है. खेती की जमीनें, रोजगार, पर्यावरण, पानी, जीव सृष्टि किसी की भी परवाह किये बिना सिर्फ और सिर्फ मुनाफा कमाने के लिए सरकार और कंपनी सब कुछ बरबाद करने पर तुले हैं. यही आशा रखें आखिर में जित सच्चाई की और लोगों की होगी.
यहाँ के स्थानिक आगेवान भरतभाई भील के बुलाने पर पिछले सप्ताह ऊँचा कोटड़ा जाना हुआ. लोग मिले, महिलाएं मिलीं. महिलाएं पूरी तरह से अपनी शक्ति आन्दोलन में लगा रहीं हैं यह देख कर अत्यंत प्रसन्नता हुई.