नदियों को नाथने के नतीजे
नदियां सिर्फ नदियां नहीं हैं, ये हमारा सांस्कृतिक जीवन भी हैं। नदियों का निर्मल जल दोनों किनारों और दियारे की हरी-भरी उर्वर भूमि, फैली रेत, असंख्य जीव-जन्तु, तरह-तरह के पेड़-पौधे और वनस्पतियां और करोड़ों-करोड़ लोग, हंसते, गाते और कभी दुख में आंसू बहाते, सब मिलकर बनता है नदियों का संसार। मनुष्य ने इन नदियों से बहुत कुछ पाया है। ये हमारी पालनहार…
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