झारखण्ड : अडानी के जबरन भूमि अधिग्रहण के खिलाफ रांची में प्रतिरोध मार्च, फूंका रघुवर का पुतला
झारखण्ड, रांची 7 सितम्बर 2018 को भारी बारिश के बीच में गोड्डा में किसानों की जबरन जमीन अधिग्रहण के खिलाफ विभिन्न आदिवासी-मूलवासी संगठनों द्वारा आक्रोश मार्च निकाला गया. आक्रोश मार्च के बाद राज्य सरकार का पुतला दहन भी किया गया. विरोध मार्च में रांची विश्वविद्यालय से फिरायालाल तक बड़ी संख्या में युवा शामिल थे. मार्च के दौरान रघुवर सरकार के खिलाफ युवाओं ने नारे बुलंद किए और साथ ही किसानों की जमीन जबरन कब्जे के विरोध में सरकार विरोधी नारे लगाए जब पुतला दहन किया जाने लगा उसी समय बारिश भी होने लगी इसके बावजूद भी प्रदर्शन करने वाले लोगों ने बारिश में भी डटे रहे और रघुवर सरकार पुतला जलाया गया.
गोड्डा में जबरन जमीन पर कब्जा करना अत्याचार : अजय तिर्की
सरना समिति के अध्यक्ष अजय तिर्की ने कहा कि गोड्डा में जबरदस्ती भुमि अधिग्रहण करना अत्याचार है. सरकार सिर्फ पुंजिपतियों और उधोग घराने के लाभ के लिए ऐसा कर रही है. इसका जोरदार विरोध किया जाएगा.
युवा नेता अलविन ने कहा कि जब से भाजपा सरकार में आई हैतब से झारखंड के लोगों के अपने हक अधिकार और जमीन बचाने के लिए सड़क पर उतरकर आंदोलन करना पड़ रहा है. 2019 में हमलोग भाजपा को सत्ता से बेदखल कर देंगे.
आदिवासी नेता कुलदीप तिर्की ने कहा कि सरकार यहां के आदिवासी-मूलवासी लोगों की जमीन को छिनकर उद्योगपतियों को औने-पौने दाम में बेच रही है. और हम युवाओं को हमारे जमीन के साथ-साथ नौकरी से भी बेदखल कर रही है. सरकार बर्बाद हुई फसल का मुआवजा दें. साथ ही गोड्डा के स्थानीय युवाओं को पॉवर प्लांट में हिस्सेदारी दें.
भाजपा सरकार कर रही है अड़ाणी की दलाली : शशि
आदिवासी युवा मोर्चा के अध्यक्ष शशि पन्ना ने सरकार को खुली चेतावनी देते हुए कहा कि भाजपा सरकार अडाणी की दलाली कर रही है. हम इस मार्च के माध्यम से सरकार को चेतावनी देते है कि सरकार अविलंब अडाणी पॉवर प्रोजेक्ट के रद्द करें अन्यथा झारखंड की जनता 2019 में भाजपा की सरकार कोउकाड़ फेकेगी. जबरन जमीन अधिग्रहण के खिलाफ हमारा प्रर्दशन आगे भी जोरदार तरीके जारी रहेगा.
कमल के फुल को उखाड़ कर फेक देंगे : विकास
भाजपा सरकार को चेतावनी देते हुए युवा नेता विकास तिर्की ने कहा कि हम 2019 में कमल के फुल को उखाड़ कर फेंक देंगे क्योंकि झारखंड में गुंगे-बहरे लोग सत्ता में है. गोड्डा के किसानों का दुख दर्द सरकार के कानों तक नहीं पहुंच रही है. भाजपा सरकार आदिवासी-मूलवासी से वोट लेती है और का सिर्फ उद्योगपतियों के लिए करती है.
इस आक्रोश मार्च में मानवाधिकार और आदिवासी मूलवासियों से जुड़े संगठनो के साथ-साथ मुख्य रूप से अजय तिर्की, संदीप तिर्की, सुनिता मुंडा, सन्नी किशोर, अभिषेक बाड़ा, दीपक उरांव, विमल प्रभाकर, प्रभाकर नांग, अंजली कच्छप, आकाश तिर्की, अंजली केरकेट्टा, रवि गुड़िया, नवीन सुफल टोप्पो, ऐड्रंयु समेत कई युवा शामिल थे.
जाने क्या है पुरा मामला
आपको बता दे की गोड्डा में देश के सबसे अमीर गुजराती कारोबारी गौतम अडानी के पावर प्लांट की स्थापना के लिए ग्रामीणों को जमीन ना देने पर उसी जमीन में गाड़ देने की धमकी दी गयी है. आलम ये है की रैयत और किसान गाँव छोड़कर पलायन करने या भीख मांगने पर मजबूर है. जिससे ग्रामीण खौफ में है और सत्ता मौन है.
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