उड़ीसा : वेदांता कम्पनी के खिलाफ सघर्षरत लिंगराज आजाद गिरफ्तार; 8 मार्च को उड़ीसा भवन पर प्रदर्शन
दिल्ली, 6 मार्च; उड़ीसा पुलिस द्वारा आज लिंगराज आजाद की कपटपूर्ण तरीके से की गई गैरकानूनी गिरफ्तारी की नेशनल एलायंस ऑफ पीपुल्स मूवमेंट (एनएपीएम) ने निन्दा की है। आजाद नियमगिरि सुरक्षा परिषद के नेता हैं और डोंगरिया कोंध आदिवासियों के साथ मिलकर वेदांता कंपनी के खिलाफ बहादुरी के साथ सफलतापूर्वक संघर्ष किया है। पहले तो यह बताया गया कि उन्हें एक पुराने केस में गिरफ्तार किया गया है लेकिन अभी जो खबरें आ रही हैं उससे पता चलता है कि उन पर आईपीसी की धारा 124 बी के तहत आपराधिक षडयंत्र का भी मुकदमा दर्ज किया गया है।
लांजीगढ़ थाने में पहला केस : नम्बर 28, दिनांक 26/4/2017 को धारा – 143, 147, 148, 188, 149 / 7 सीआरपी एक्ट के अंतर्गत 341, 120B।
दूसरा केस : 1 / 19 – दिनांक 18/2/2019 को धारा – 147, 148, 294, 506, 149 आईपीसी और 27 आर्म्स एक्ट के अंतर्गत गिरफ्तार किया गया है।
आदिवासी अधिकारों के लिए लड़ने वालों में लिंगराज भाई एक तेज लड़ाके रहे हैं और उड़ीसा के बड़े नेताओं में गिने जाते हैं साथ ही समाजवादी जन परिषद और एनएपीएम के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी हैं।
तीन दशकों के उनके एक्टिविज्म में गिरफ़्तारियां और हमले कोई नई बात नहीं रही है। उत्पीड़न और प्राकृतिक संसाधनों की कॉरपोरेट लूट के खिलाफ संघर्ष करने के लिए उनपर कई बार शारीरिक हमले हुए हैं और राज्य द्वारा प्रताड़ित किया गया है।
नियमगिरि पर्वतों में आदिवासी अधिकारों के लगातार होते हनन को लेकर 11 मार्च को भुवनेश्वर में होने वाले पूर्वनियोजित मोर्चे और चुनाव के ठीक पहले उड़ीसा सरकार द्वारा की गई इस निर्लज्ज गिरफ्तारी और हमले की हम पुरजोर निन्दा करते हैं।
हम, लिंगराज आजाद की तुरंत रिहाई की मांग करते हैं और नियमगिरि पर्वतों में होने वाले कॉर्पोरेट और राज्य के आतंक को तुरंत खत्म कर अधिकारों की पुनर्स्थापना की मांग करते हैं।
दिल्ली समर्थक समूह ने लिंगराज आजाद की गिरफ्तारी के विरोध में 8 मार्च 2019 को उड़ीसा भवन, नयी दिल्ली पर दोपहर 3 बजे प्रदर्शन करने का ऐलान किया है।