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मध्य प्रदेश : महानदी पर बांध की तैयारी, डूबेंगे 14 गांव

कटनी, 30 अगस्त 2023;  जल संसाधन विभाग भोपाल द्वारा कार्यपालन यंत्री जल संसाधन विभाग कटनी को दिनांक 13 जून 2023 के पत्र में परियोजना के सर्वेक्षण कार्य करने हेतु 29.61 लाख रुपए आबंटित करने सबंधि समाचार प्रकाश में आया। तब से कटनी जिले के ढिमरखेङा विकास खंड के भोपार गांव में महानदी पर प्रस्तावित वृहद सिंचाई परियोजना का व्यापक विरोध स्थानीय समुदाय द्वारा शुरू हो गया है। विगत एक माह से इस वृहद सिंचाई परियोजना को निरस्त कराने देगवां, मेहगवां, छाहर, उमरपानी, बिलगङा, कटरिया, अतरिया, सर्रा,कुदरी, कोरो,बिलासपुर, मानिकपुर, बिरसिंह पुर,कोटलदी आदि गांव-गांव में बैठक का दौर चल रहा है। जिसमें ग्रामीणों ने परियोजना को निरस्त करने का प्रस्ताव पारित किया है।

प्रस्तावित बांध को लेकर ढीमरखेङा एसडीएम विक्की सिंह ने कल मंगलवार (29 अगस्त 2023) को जनपद पंचायत सभागार में जनप्रतिनिधियों की बैठक बुलाई। बैठक में जल संसाधन विभाग के कार्यपालन यंत्री जे पी बघेल ने सिंचाई परियोजना सबंधि जानकारी दिया। बैठक में जनप्रतिनिधियों व ग्रामीणों ने एक स्वर में परियोजना निरस्त करने की मांग रखी। क्षेत्रीय विधायक राघवेन्द्र सिंह ने कहा कि बांध बनने से ग्रामीणों का बहुत ज्यादा नुकसान हो जाएगा।जिला पंचायत सदस्य अजय गोटीया ने कहा कि इस क्षेत्र में अधिकतर आदिवासी समुदाय निवास करते हैं। अगर बांध का निर्माण हुआ तो इनकी जिंदगी तबाह हो जाएगी। उन्होने कहा कि जनता की मांग पूरी नहीं हुई तो आने वाले समय में उग्र आंदोलन किया जाएगा। कार्यक्रम में जिला पंचायत सदस्य कविता राय,जनपद सदस्य सुशील सिंह, अशोक धुर्व, अब्दुल कादिर खान, संतोष साहू, गुलाब खान,भोला सिंह ठाकुर, पंजाब सिंह कुलस्ते,गौतम सिंह उटीया, निरंजन सिंह आरूटे, राकेश सिंह मरावी,रमेश सिंह धुर्वे, कुमिल बाई, द्रोपदी बाई, सुनिता बाई आदि शामिल थी।

ज्ञात हो कि इस बांध से कटनी के 8 और उमरिया जिले के 6 गांव कि विस्थापन होगा। जिसमें 2174 हेक्टेयर निजी, 1967 हेक्टेयर सरकारी और 615 हेक्टेयर वन भूमि अर्थात कुल 4756 हेक्टेयर भूमि डूब में आएगा। इस बांध से कटनी के 51400 हेक्टेयर और उमरिया जिले का 34100 हेक्टेयर रकबा में सिंचाई होना प्रस्तावित है।

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