संघर्ष संवाद
Sangharsh Samvad
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भूमि अधिग्रहण विरोधी आंदोलन

एक और हूल-उलगुलान के मुहाने पर झारखण्ड

झारखंड सुलग रहा है और सुलग रहे हैं यहां के जल-जंगल-जमीन के रखवाले। बिरसा मुंडा, सिध्दू, कान्हू, चांद, भैरव व फुलो-झानो की संतानों ने बिगुल फूंक दिया है झारखंड की रघुवर दास सरकार के खिलाफ। नगाड़ा बज रहा है झारखंड के गांवों में, जंगलों व पहाड़ों पर। लड़ाई का न्योता भेजा जा रहा है तमाम लड़ाकूओं के पास। पोस्टर चिपकाए जा रहे हैं, पर्चे बांटे जा…
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छत्तीसगढ़ सरकार कभी आदिवासियों की आवाज नहीं सुनती, फिर जनसुनवाई की नौटंकी क्यों ?

छत्तीसगढ़ सरकार ने बस्तर क्षेत्र के कांकेर जिले के आदिवासी गाँव रसूली की 220 हेक्टेयर जमीन नवभारत फ्यूज कंपनी को…

हिमाचल सरकार ने ग्राम सभा को कहा उपद्रवी, भूमि अधिग्रहण पर राय मानने से किया इंकार

हिमाचल सरकार ने ग्राम सभा के लोगों को अकुशल, उपद्रवी मानते हुए वन भूमी अधिग्रहण पर उनकी राय मानने से इंकार कर…

सिंगूर फैसले ने दिखाई राह : बस्तर के बाद अब नवलगढ़ से उठी जमीन लौटाने की मांग

पश्चिम बंगाल के सिंगूर में टाटा के लिए हुए भूमि अधिग्रहण के संबंध में 31 अगस्त को सर्वोच्च न्यायालय द्वारा किसानों को जमीन वापस दिए जाने के निर्णय ने देश भर में भूमि अधिग्रहण विरुद्ध आंदोलनों को एक नया मोड़ दे दिया है। गौरतलब है कि सर्वोच्च न्यायलय के इस फैसले के तुरंत बाद बस्तर के आदिवासियों द्वारा मांग की गई कि उनकी जमीनें, जिस पर टाटा का…
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झारखण्ड : जमीन के बदले रोजगार माँगा सरकार और कंपनी ने गोली से भून डाला

-दयामनी बारला झारखण्ड के रामगढ़ जिले के गोला क्षेत्र में इनलैंड पावर लिमिटेड (आइपीएल) ने 2011 में…

सिंगूर से मिली प्रेरणा, बस्तर से उठी आवाज : हमारी भी जमीनें वापस करो

31 अगस्त 2016 को दिए अपने एक ऐतिहासिक फैसले में सर्वोच्च न्यायालय ने पश्चिम बंगाल के सिंगूर में टाटा नैनो…

झारखण्ड : भाजपा सरकार अडाणी को 1700 एकड़ जमीन देने को तैयार, विरोध में स्थानीय आदिवासी एकजूट

झारखण्ड की भाजपा सरकार ने गोड्डा जिले के मोतिया गांव में अडाणी के पॉवर प्लांट के लिए 1700 एकड़ जमीन देने की मंजूरी दे दी है। इस परियोजना से दस -बारह गांवों के 30 हजार लोग पूर्णतः विस्थापित होंगे। प्लांट को चीर नदी से 10 करोड़ लीटर पानी हर रोज दिया जायेगा। स्थानीय आदिवासी अडाणी के पॉवर प्लांट के विरोध में एकजूट होते हुए नारा…
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टाटा का सिंगूर में भूमि अधिग्रहण रद्द : दस साल बाद मिलेगी किसानों को जमीन

अदालत ने अपने फैसले में कहा कि भूस्वामियों को मिला मुआवजा सरकार को नहीं लौटाया जाएगा, क्योंकि उन्होंने जमीन का दस…

झारखण्ड : विस्थापित आदिवासियों पर पुलिस का कहर दो को गोली मारी, लोगों को जूतों से…

झारखण्ड के रामगढ़ जिले के गोला थाना क्षेत्र स्थित इनलैंड पावर लिमिटेड (आइपीएल) में विस्थापितों की विभिन्न…

बांगड़-बिरला सीमेंट प्लांटों के भूमि अधिग्रहण के खिलाफ नवलगढ़ बंद : किसान, मजदूर, व्यापारी हुए एकजूट निर्णायक संघर्ष का ऐलान

राजस्थान के झुंझुनू जिले के नवलगढ़ तहसील भवन के सामने किसान अपनी उपजाऊ जमीन बचाने के लिए 6 साल से घरने पर बैठे है। इन किसानों की 72 हजार बिघा ज़मीन नवलगढ़ में प्रस्तावित बांगड़-बिरला के सीमेंट प्लांटों में जा रही है। कई बार बंद, प्रदर्शन, रैली और धरने जैसे आयोजन कर सरकार को चेतावनी दे चुके किसानों ने एक बार फिर 29 अगस्त 2016 को नवलगढ़…
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