संघर्ष संवाद
Sangharsh Samvad
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उड़ीसा

जिंदल : नहीं थमा है अंगुल के विस्थापितों पर दमन

25 जनवरी 2012 को अंगुल में प्रभावित तथा विस्थापितों के ऊपर जिंदल स्टील एंड पॉवर लिमिटेड द्वारा हिंसात्मक दमन की घटना को हम जानतें हैं यह घटना तब घटी जब स्थानीय प्रभावित तथा विस्थापित लोग अपनी पीड़ा स्थानीय प्रशासन तथा जे एस पी एल के अधिकारियों को सुनाने पहुचें थें। लबें विरोध प्रदर्शनों, आंदोलन तथा लोगों, स्थानीय प्रशासन और जे एस पी…
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पोस्को परियोजना रद्द करो! भारत को आज़ाद करो !

प्रिय साथियों हम उड़ीसा से आया यह भारतीय नागरिकों के नाम अपील पत्र हिन्दी में अनूदित कर आप तक पहुँचा रहे हैं। इसमें वहाँ चल रहे आँदोलन के साथियों ने सरकारी झूठ से सचेत रहने और स्थानीय लोगों की जीविका, सुरक्षा और पर्यावरण के मद्देनजर इस आंदोलन को व्यापक समर्थन देने की गुहार की है। आपसे अनुरोध है कि इस चिट्ठी को आगे बढ़ाएँ और…
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राजनीतिक दलों ने पोस्को हिंसा की न्यायिक जांच की मांग की

ओडिशा में राजनीतिक दलों ने परादीप के पास पास्को इस्पात संयंत्र स्थल पर हुई हिंसा में एक व्यक्ति की मौत के लिए…

सरकार, माफिया, कंपनी और ठेकेदारों का गठजोड़: पोस्को विरोधी आंदोलनकारियों पर कातिलाना हमला: अभय साहु गिरफ़्तार

14 दिसंबर, 2011 को दोपहर के लगभग 1.30 बजे 500 से ज्यादा हथियारबंद गुंडे माफिया डान बापी के नेतृत्व में पारादीप इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कौंसिल के बैनर तले स्थानीय प्रशासन तथा पुलिस की छत्रछाया में जबरदस्ती, शांतिपूर्वक चल रहे धरना स्थल में घुस गये। घातक हथियारों तथा बमों से लैश इन गुंडों ने धरने में शामिल पोस्को संयंत्र का विरोध कर रहे स्थानीय…
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आदिवासी सम्मेलन का हिंसात्मक दमन : 9 आदिवासी हिरासत में तथा एक घायल

राज्य एक तरफ भाषा-संस्कृति की रक्षा तथा उन्नयन पर करोड़ों रुपये का प्रावधान करके काम करने की बात कहता रहता है।…

पुलिस के संरक्षण में अंगुल में जिंदल स्टील के सुरक्षा गार्ड तथा गुंडों द्वारा…

सरकारी दमन और कारपोरेट हिंसा का सामना करते हुए ओडिसा के तमाम जन संघर्ष अपने वन, जल, भूमि, खनिजों और अन्ततः अपने…

खेत में काम कर रहे आंदोलनकारी किसान को पुलिस ने गोली मारी

ओडिसा के जगतसिंहपुर जिले के धिंकिया गांव में 2 मार्च को ओडिसा पुलिस खेत में काम कर रहे एक किसान के पैर में गोली मारकर गिरफ्तार कर ले गयी। उमाकांत बिस्वाल नाम का यह किसान पोस्को विरोधी आन्दोलन से सक्रिय तौर पर जुड़ा हुआ था। सीपीएचआरडी की ओर से महताब आलम, मनीषा सेठी, हर्ष डोभाल और कविता श्रीवास्तव की संयुक्त प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया…
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