संघर्ष संवाद
Sangharsh Samvad
.

राज्यवार रिपोर्टें

भूमि अधिग्रहण, उदारीकरण-निजीकरण, मंहगाई-बेरोजगारी के खिलाफ कृषि एवं कृषि भूमि की रक्षा के लिए संसद पर किसानों-मजदूरों का प्रदर्शन

साम्यवादी विचारधारा के जनक कार्ल मार्क्स के जीवन से जुड़ी तारीख 14 मार्च को संसद मार्ग पर भारी पुलिसबल की तैनाती के बीच पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उ. प्र., बिहार, झारखण्ड, प. बंगाल, उड़ीसा, असम, कर्नाटक, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, केरल, महाराष्ट्र, गोवा, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश समेत 22 राज्यों कि किसानों-मजदूरों-नवजवानों जिनकी तादाद लगभग 60 हजार थी, ने…
और पढ़े...

शहीद भगत सिंह को मजदूरों का सलाम : शहीदों के सपनों को साकार करने का लिया संकल्प

राजस्थान निर्माण एवं जनरल मजदूर यूनियन की अगुवाई में जयपुर में शहीद भगत सिंह, राजगुरू एवं सुखदेव के शहादत दिवस…

किसानों का मध्य प्रदेश विधानसभा पर विशाल प्रदर्शन

किसान संघर्ष समिति ने छिंदवाड़ा जिले में अडानी पेंच पॉवर प्रोजेक्ट, एस. के. एस. प्रोजेक्ट, मैक्सिको…

आदिवासी सम्मेलन का हिंसात्मक दमन : 9 आदिवासी हिरासत में तथा एक घायल

राज्य एक तरफ भाषा-संस्कृति की रक्षा तथा उन्नयन पर करोड़ों रुपये का प्रावधान करके काम करने की बात कहता रहता है। वहीं जब आदिवासी समुदाय अपनी ‘भाषा-संस्कृति’ की रक्षा के लिए कोई आयोजन करने के लिए आगे बढ़ता है तो उसे राज्य नियोजित दमन और हिंसा का निर्मम सामना करना पड़ता है। 21 फरवरी 2012 को कोरापुट जिले के नारायणपटना तथा बंधुगन ब्लाक में तकरीबन…
और पढ़े...

पुलिस के संरक्षण में अंगुल में जिंदल स्टील के सुरक्षा गार्ड तथा गुंडों द्वारा…

सरकारी दमन और कारपोरेट हिंसा का सामना करते हुए ओडिसा के तमाम जन संघर्ष अपने वन, जल, भूमि, खनिजों और अन्ततः अपने…

खेत में काम कर रहे आंदोलनकारी किसान को पुलिस ने गोली मारी

ओडिसा के जगतसिंहपुर जिले के धिंकिया गांव में 2 मार्च को ओडिसा पुलिस खेत में काम कर रहे एक किसान के पैर में गोली…

वेदान्त कंपनी और उड़ीसा सरकार के लिए संविधान का कोई मतलब नहीं।

आंदोलनकारियों ने गणतंत्र दिवस पर मनाया ‘काला दिवस’, थाने को मानव श्रृंखला बनाकर घेरा। भूमि की लूट के विरोधी - जेल के सींकचों के पीछे ओडिसा के कालाहाण्डी जिले का लाँजीगढ़ ब्लाक भारतीय संविधान के तहत विशेष संरक्षण प्राप्त अनुसूचित क्षेत्रों में आता है। इसी स्थान पर वेदांता कंपनी ने अपना अलमुनाई प्लांट लगा रखा है और इसी क्षेत्र में स्थित…
और पढ़े...

12 गांवों की पंचायतों के किसानों ने जल, जंगल, जमीन तथा आजीविका बचाने के लिए कसी…

हिमाचल प्रदेश में एक तरफ जहां बड़े बांध, माइक्रो हाइड्रो पॉवर प्लांट के खिलाफ स्थानीय लोग संघर्षरत हैं तथा…

झारखंड के सारंडा जंगल में आदिवासियों पर पुलिसिया जुल्म: एक सच्ची तस्वीर

10 अक्टूबर, 2011 को झारखंड मानव अधिकार आन्दोलन द्वारा तैयार सारंडा का शाब्दिक अर्थ सात सौ छोटी पहाड़ियों वाला…

सारांडा जंगल का सच: दमन, हत्या और गिरफ्तारी

पिछड़े झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जिले के सारांडा जंगल से 6 घंटे से ज्यादा की यात्रा करते हुए 30 वर्षीय मंगरी होनहंगा अपने 4 महीने के पुत्र डुला होनहंगा तथा परिवार के अन्य सदस्यों के साथ निराशापूर्ण हालत में रांची इंसाफ पाने की उम्मीद करके आयी। मॉं और बेटा दोनों ही बीमार थे... डुला ग्रेड-3 का कुपोषित रोगी था और मंगरी एनीमिया से पीड़ित…
और पढ़े...