भूमि अधिग्रहण का विरोध, जारी है धरना-प्रदर्शन और गिरफ्तारी
हरियाणा राज्य के रोहतक जिले के 9 गांवों की 3368 एकड़ जमीन का अधिग्रहण खरखौदा में आई.एम.टी. बनाने के लिए किया जा रहा है। इन गांवों के किसानों को भूमि-अधिग्रहण अधिनियम 1894 के तहत नोटिस भी थमा दी गयी है। किसान अपनी कृषि भूमि की रक्षा के लिए संघर्षरत हैं। इलाके के किसान सैदपुर गांव में शांतिपूर्ण ढंग से अपना धरना चला रहे हैं। भूमि बचाओ संघर्ष समिति, जो इस भूमि-संघर्ष की अगुवाई कर रही है, के बलवीर सिंह राणा ने संघर्ष और तेज करने तथा सैदपुर क्षेत्र के किसानों द्वारा सामूहिक गिरफ्तारी देने की घोषणा की है। समिति ने पूरे इलाके के किसानों की बैठक करके सर्वसम्मति से यह फैसला लिया है कि वे किसी भी तरह भूमि-अधिग्रहण को स्वीकार नहीं करेंगे।
इधर नौनंद गांव के किसानों, महिला-पुरुषों ने भूमि अधिग्रहण के विरोध में धारा-144 तोड़कर रोहतक चौक पर 29 मार्च 2011 को अपनी गिरफ्तारी दी। इस गिरफ्तारी की अगुवाई महिलायें कर रही थीं। इन प्रदर्शनकारियों में से 36 लोगों को सांपला पुलिस ने हिरासत में लेकर मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया तथा सभी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
भारत भूमि बचाओ संघर्ष समिति ने सरकार पर आरोप लगाया है कि धारा 144 तोड़कर गिरफ्तारी देने वाले लोगों पर 188 की कार्यवाही करने के बजाय प्रशासन आंदोलनकारियों को चक्का जाम करने की धारायें लगाकर जेल भेज रहा है।
इसके पहले रविवार को खरावड़ गांव के 26 लोगों ने गिरफ्तारी दी थी जिन्हें अदालत ले जाने के बाद छोड़ दिया गया था।