भूमि अधिग्रहण संशोधन विधेयक के खिलाफ झारखण्ड बंद, 10,000 लोग गिरफ्तार
भूमि अधिग्रहण संशोधन विधेयक के विरोध में आज झारखंड बंद रखा गया था। प्रदेश के ज्यादातर जिलों में अधिकतर दुकानें बंद रहीं। सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा। स्थानीय अख़बारों के अनुसार बंद के दौरान लगभग 10,000 लोगों को पूरे राज्य से गिरफ्तार किए गए हैं।
माले नेताओं ने दी गिरफ्तारी
सुबह के दस बजे माले नेताओं ने अलबर्ट एक्का चौक पर गिरफ्तारी दी। सिंह मोड़ में प्रशासन और विपक्षी दलों के बीच कुछ देर के लिए टकराव की स्थिति हो गई। वहीं हटिया सिंह मोड़ पर भी बंद समर्थक कड़ा प्रतिरोध करते नजर आए। कांके रोड से दर्जनों समर्थकों को गिरफ्तार किया गया।
झारखंड बंद को देखते हुए शहर के कई निजी स्कूलों ने छात्र-छात्राओं की सुरक्षा को देखते हुए गुरुवार को स्कूल बंद रखा। डीएवी कोयला नगर, राजकमल स्कूल खुले रहे।
कोल्हान के सभी क्षेत्रों में बंद असरदार रहा। घाटशिला में कांग्रेस के पूर्व राज्यसभा सांसद डॉ. प्रदीप कुमार बलमुचू को बंद के दौरान अपने समर्थकों के साथ रैली निकालने और दुकाने बंद कराने के आरोप में पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
कोडरमा में अब तक 25 बंद समर्थक गिरफ्तार किए गए हैं। सभी को श्रम कल्याण केंद्र स्थित अस्थायी कैंप जेल में रखा गया है। गिरफ्तार लोगों में भाकपा माले के 21, जेवीएम के 2 व 2 कांग्रेस के नेता शामिल हैं। कोडरमा-गिरिडीह रोड स्थित बरियरडीह चौक को बंद समर्थकों ने जाम किया। पुलिस प्रशासन द्वारा वहां भी कुछ लोगों को हिरासत में ले जाने की सूचना मिल रही है।
दुमका शहर की अधिकांश दुकानें बंद रहीं। सब्जी बाजार से लेकर बस स्टैंड तक में सन्नाटा पसरा है। लंबी दूरी के वाहनों का परिचालन ठप है। शहर के अधिकांश प्राइवेट स्कूलों ने बंद के मद्देनजर बुधवार की शाम में ही छुट्टी की घोषणा कर चुके थे। दुमका के दुधानी में स्थित पेट्रोल पंप खुला है। गुरुवार की सुबह से हो रही बारिश के बावजूद बंद समर्थक बड़ी संख्या में सड़क पर उतर कर बंद को सफल बनाने में जुटे रहे। झामुमो विधायक नलिन सोरेन की अगुवाई में झामुमो, कांग्रेस, झाविमो, राजद, माकपा समेत विभिन्न विभिन्न राजनीतिक पार्टियों के कार्यकर्ता जत्था बनाकर शहर में बंद को सफल करते दिखे। हालांकि इस दौरान प्रशासनिक स्तर पर सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद थी।