राजस्थान : मेडिकल शिक्षा में फीस वृद्धि के खिलाफ मेडिकल स्टूडेंट्स कोऑर्डिनेशन कमेटी का प्रदर्शन
साथियों ,
जैसा की आप जानते हैं कि हाल ही में राजस्थान के सरकारी मेडिकल कॉलिजों में करीब 10 गुना फीस वृद्धि हुई है । 2017 में जहां मेडिकल कॉलिजों की फीस 5000 से 7000 रुपये थी वहीं 2018 में इसे बढ़ाकर 50000 रुपये तक कर दिया गया है । इसके साथ ही सरकार ने ये भी ऐलान किया है कि वो हर साल 10 % फीस और बढ़ाएँगे । ये तानाशाही भरा निर्णय साफ तौर पर छात्र विरोधी है । सरकार का ये कदम साधारण परिवार से आने वाले छात्रों को मेडिकल शिक्षा पाने और डॉक्टर बनने से वंचित कर देगा । कोई भी गरीब घर से आने वाला छात्र इतनी महंगी पढ़ाई कैसे कर पाएगा? ये हमारे और आपके शिक्षा पाने के अधिकार का हनन है । यह शिक्षा को बाज़ार की एक चीज़ बनाने की एक कोशिश है जिसे सिर्फ अमीर ही खरीद पाएंगे ।
इसके साथ ही साथियों सरकारी मेडिकल कॉलिजों में एनआरआई कोटे की सीटें भी बढ़ा दी गईं हैं । जैसा की आप जानते हैं कि एनआरआई कोटे से अमीर और रसूकदार लोगों के बच्चे सिर्फ पैसे के बल पर मेडिकल कॉलिजों में प्रवेश लेते हैं । ये तो साफ तौर पर हमारे और आपके जैसे छात्रों के अधिकारों का हनन है जो कि कड़ी मेहनत से मेडिकल कॉलिजों में आए हैं । क्या ये कदम आप जैसे मेहनत छात्रों के खिलाफ नहीं जो कई सालों से मेहनत करके यहाँ आयें हैं ? साथियों शिक्षा कोई बेचने और खरीदने की चीज़ नहीं जिसे कोई भी पैसे से खरीदले । इस पर हम सबका अधिकार है और इन दोनों निर्णयों से हमें अपने अधिकारों से वंचित किया जा रहा है ।
इन कदमों का विरोध करने के लिए हम मेडिकल छात्रों ने प्रदेश भर में एक कोऑर्डिनेशन कमेटीबनाई है । हमारी मांग है कि सरकार अपने इन दोनों फैसलों को वापस ले । हम मांग करते हैं कि फीस वृद्धि को वापस लिया जाये और एनआरआई कोटे को खत्म किया जाये । जब तक ऐसा नहीं किया जाता हम मेडिकल छात्र प्रदेश भर में इसका विरोध करेंगे । इसकी शुरूवात कल, 24 जुलाई को प्रदेश भर में मेडिकल कॉलिजों के सामने धरने पर बैठने से होगी । साथियों आप सब से अपील है कि आप इस विरोध प्रदर्शन में हमारा साथ दें और ज़्यादा से ज़्यादा संख्या में हमारे साथ जुड़ें । हमारी ये लड़ाई आपके और हमारे जैसे आम छात्रों के लिए है जो अपनीमेहनत और लगन से इन कॉलिजों में आए हैं ।
-मेडिकल स्टूडेंट्स कोऑर्डिनेशन कमेटी, राजस्थान द्वारा जारी पर्चा