लोअर सुकतेल: बर्बर दमन, बहादुराना प्रतिरोध और व्यापक समर्थन
दिल्ली के उड़ीसा भवन पर आज सामाजिक संगठनों, कार्यकर्त्ताओं और छात्र-नौजवानों ने बलांगीर जिले के मगुरबेडा गांव में शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों पर चल रहे बर्बर पुलिसिया दमन और किसानों की जबरन भूमि कब्जाने की सरकारी नीति के विरोध में प्रदर्शन किया. इस विरोध प्रदर्शन में ममता दास ने कहा कि उड़ीसा पुलिस द्वारा 29 अप्रैल, 2013 को लोअर…
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कुडनकुलम पर कोर्ट का फैसला: जनता की अवमानना
सर्वोच्च न्यायालय ने तमिलनाडु के कुडनकुलम न्यूक्लियर प्लान्ट से जुड़ी
याचिका को खारिज करते हुये इसे हरी झण्डी…
मारुति सुजुकी मजदूरों का आंदोलन
जब-जब दमन बढ़ता गया
तब-तब संघर्ष बढ़ता गया
एक बार फिर मारुति सुजुकी के संघर्षरत मजदूरों पर पूंजी…
प्रतिरोध की आवाज़ ‘इन्साफ’ पर सरकार का निरंकुश हमला: चितरंजन सिंह
जल,
जंगल ज़मीन की लड़ाइयों और लोकतंत्र तथा धर्मनिरपेक्षता के संघर्ष को वर्षों
से मजबूत करने वाले संगठन 'इन्साफ' का बैंक अकाउंट शनिवार को सरकार ने
जब्त कर लिया है, जिसे हाल के ए डी बी विरोधी प्रतिरोध पर सरकारी कारवाई के
रूप में देखा जा रहा है. पेश है इन्साफ के महासचिव चितरंजन सिंह का वक्तव्य;
इंसाफ के राष्ट्रीय महासचिव चितरंजन सिंह ने…
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फुकुशिमा से आंख चुराता भारत
फुकुशिमा की दूसरी बरसी पर दुनियाभर में परमाणु उर्जा के सुरक्षित स्वरूप को लेकर बहस चली। इस बीच कुडनकुलम संयंत्र…
नया भू-अधिग्रहण कानून: आमूलचूल बदलाव या यथास्थिति
गुजरी एक मई को नयी दिल्ली में एक विशेष बैठक में, भू अर्जन व पुनर्वास के मुद्दे पर लाए जा रहे नए कानून के…
कला पर बंदिश के खिलाफ उठी आवाजें
झूठे मुकदमे में फंसाए गए ‘कबीर कला मंच’ की कलाकारों की रिहाई की मांग को लेकर 2 मई को श्रीराम सेंटर-मंडी हाउस से संगवारी, संगठन, द ग्रुप (जन संस्कृति मंच) और ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (आइसा) के बैनर तले दिल्ली के साहित्यकार-संस्कृतिकर्मियों, गायकों, चित्रकारों, फिल्मकारों, रंगकर्मियों, गायकों, पत्रकारों, छात्रों और बुद्धिजीवियों ने एक…
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दुनिया के मजदूरों एक हो !
पहली मई का पैगाम
काम के घण्टे कम कराने की ऐतिहासिक अनिवार्यता
याद करें! पहली मर्इ 1886 का महान…
बिकाऊ नहीं है हमारी धरती! एडीबी भारत छोड़ो! एशिया छोड़ो!
हम, जन आंदोलनों, जन संगठनों, संघर्ष समूहों, ट्रेड यूनियनों, सामुदायिक संगठनों के लोग और भारत व एशिया-प्रशांत…
प्रधानमंत्री हरियाणा में सूखी नहर के किनारे रखेंगे परमाणु संयंत्र की आधारशिला !
जिस नहर के पानी के सहारे ये रिएक्टर दिल्ली से महज एक सौ पचास किलोमीटर दूर लगाया जा रहा है, उस नहर में पिछले पन्द्रह दिन से बिल्कुल पानी नहीं है. फतेहाबाद के गोरखपुर में प्रस्तावित परमाणु संयंत्र की चारों यूनिटों के कूलिंग सिस्टम को चलाने के लिए विशेषज्ञों को अब पानी की चिंता सताने लगी है। कारण अभी हाल ही में कई दिनों तक भाखड़ा में पानी का बंद…
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