संघर्ष संवाद
Sangharsh Samvad

आंगनबाड़ी वर्कर्स की हड़ताल का 37वां दिन, दिल्ली सरकार कान में रुई डाल कर बैठी

दिल्ली सरकार के मन्त्री राजेंद्र पाल गौतम हड़ताली आँगनवाड़ीकर्मियों को बदनाम करने के लिए चल रहे बेशर्मी भरी घटिया चालें!
हमारे आन्दोलन के पीछे भाजपा और अन्य कोई भी चुनवबाज पार्टी नहीं है बल्कि इसके पीछे दिल्ली की 22,000 आँगनवाड़ीकर्मियों की ताकत है!
झूठ और बालहठ छोड़कर “दिल्ली स्टेट आँगनवाड़ी वर्कर्स एण्ड हेल्पर्स यूनियन” के साथ द्विपक्षीय वार्ता कर हमारी सभी मांगों पर ठोस जवाब दें महिला एवं बाल कल्याण विभाग मन्त्री राजेंद्र पाल गौतम!

8 मार्च, 2022, दिल्ली। अपनी जायज़ और संवैधानिक माँगों को लेकर “दिल्ली स्टेट आंगनवाड़ी वर्कर्स एण्ड हेल्पर्स यूनियन” (DSAWHU) के नेतृत्व में चल रही आँगनवाड़ीकर्मियों की हड़ताल को आज 37 दिन हो जायेंगे। यूनियन से वार्ता कर जल्द समाधान निकालने की बजाय आम आदमी पार्टी और इसके महिला एवं बाल कल्याण विभाग मन्त्री राजेंद्र पाल गौतम हड़ताली कर्मियों पर ही नित नये झूठे और घृणित आरोप लगा रहे हैं। ‘आप’ के मन्त्री राजेंद्र पाल गौतम का कहना है कि आँगनवाड़ीकर्मियों की मौजूदा हड़ताल के पीछे भाजपा का हाथ है। मन्त्री महोदय महिलाकर्मियों को पद से निलम्बित करने की भी लगातार धमकियाँ दे रहे हैं। इस हड़ताल को इतना लम्बा खींचने के पीछे आम आदमी पार्टी के नेताओं का घमण्ड ज़िम्मेदार है। यूनियन शुरू से ही द्विपक्षीय वार्ता के लिए तैयार रही है और इस आशय से दर्जनों मेमोरेंडम विभाग और दिल्ली सरकार को सौंपे जा चुके हैं। इससे पहले ‘आप’ वाले बोल रहे थे कि ये कांग्रेस का आन्दोलन है। बीजेपी वालों को भी जब मंच नहीं दिया गया था तो वो भी यही बोल रहे थे कि इस आन्दोलन के पीछे कांग्रेस है। लेकिन जब कांग्रेस के नेताओं को भी यहाँ हड़ताल स्थल पर चलने वाले धरने में घुसने नहीं दिया गया तो ‘आप’ के मन्त्री महोदय बोलने लगे कि इस आन्दोलन के पीछे तो भाजपा है। इसी से पता चलता है कि इस आन्दोलन के पीछे कोई भी पार्टी नहीं है बल्कि यह आँगनवाड़ीकर्मियों का एक स्वतन्त्र आन्दोलन है। इसके बावजूद मन्त्री महोदय पूरी बेशर्मी पर उतारू हैं।

राजेन्द्र पाल गौतम और इनकी आम आदमी पार्टी तो खुद धर्मांतरण, सीएए-एनआरसी, कश्मीर मसले, मन्दिर की राजनीति आदि मुद्दों पर भाजपा की गोद में बैठकर यह साबित कर चुकी है कि यह भाजपा की ‘बी टीम’ है। आम आदमी पार्टी लगातार नरम केसरिया राजनीति कर रही है। पंजाब में चुनाव प्रचार के दौरान भी इन्होंने खुलकर यही कार्ड खेला। ऐसे दोमुहे और दोगले लोग जब दूसरों पर बीजेपी के साथ होने का आरोप लगाएँ तो इनके आरोपों की असलियत बच्चा भी समझ सकता है।

पिछले 37 दिन से चल रही इस हड़ताल को तोड़ने के लिए केजरीवाल सरकार और विभाग ने तमाम गैर-कानूनी कोशिशें की हैं। इन कोशिशों में असफल होने की बौखलाहट में मन्त्री गौतम हमारे संघर्ष को बदनाम करने के प्रयास कर रहे हैं। सीसोदिया के खसमखास नवलेन्द्र कुमार सिंह जैसे लम्पट और भ्रष्ट अधिकारी (जिसे 5 करोड़ के भ्रष्टाचार के मामले में 2016 में पूर्व एलजी नजीब जंग ने निलम्बित किया था) के द्वारा हड़ताली महिलाओं के साथ घटिया गाली-गलौच हो रही है तथा आँगनवाड़ीकर्मियों को लगातार धमकियाँ दी जा रही हैं। लेकिन इनके ये सभी कुत्सित प्रयास असफल साबित हो रहे हैं। हमारा साफ़ कहना है कि भीख समान मामूली वेतन वृद्धि हमें नहीं चाहिए बल्कि हमारी सभी माँगों पर बिन्दुवार बातचीत होनी चाहिए और हमारे साथ सम्मानजनक समझौता होना चाहिए।

जो भी हमारी जुझारू यूनियन दिल्ली स्टेट आँगनवाड़ी वर्कर्स एण्ड हेल्पर्स यूनियन (DSAWHU) जो 2015 में बनी थी के इतिहास से वाकिफ़ है वह हमारी सच्चाई जानता है। हमारी यूनियन शुरू से ही भाजपा और आरएसएस की साम्प्रदायिक फ़ासीवादी राजनीति के ख़िलाफ़ रही है। इसकी अध्यक्षा शिवानी दिल्ली में सीएए-एनआरसी विरोधी आन्दोलन की एक प्रमुख नेता रही हैं। शिवानी के नेतृत्व में दिल्ली में ‘जन सत्याग्रह पदयात्रा’ चली जिसके दौरान तक़रीबन 350 किलोमीटर पैदल यात्रा करके दिल्ली के लाखों लोगों के बीच सीएए-एनआरसी-एनपीआर का भण्डाफोड़ किया गया और जनता को उसके असल मुद्दों से परिचित कराया गया। दिल्ली में फैले साम्प्रदायिक दंगों के दौरान भी शिवानी के नेतृत्व में ही अमन-भाईचारा मुहिम चलायी गयी और सड़कों पर उतरकर दंगाई माहौल को शान्त किया गया। इनसे सम्बन्धित तस्वीरें और रिपोर्टों के लिंक संलग्न हैं।
https://www.facebook.com/JanSatyagrahPadyatra/
https://www.facebook.com/103429877913954/posts/120796779510597/
https://www.facebook.com/JanSatyagrahPadyatra/videos/878958502542499/
https://www.facebook.com/103429877913954/posts/116528269937448/
https://fb.watch/bCDlTZk7nh/

31 जनवरी स जारी मौजूदा हड़ताल के दौरान ही 4 मार्च को मोदी और भाजपा का पुतला दहन किया गया था। यही नहीं हमारे मामले में दिल्ली सरकार के रवैये के खिलाफ़ ज़रूरी हस्तक्षेप नहीं करने के कारण हमने भाजपा के एलजी अनिल बैजल का भी पुतला फूँका था।

(लिंक – https://www.facebook.com/1462828210709040/posts/3215702788754898/)

2 फ़रवरी और 18 फ़रवरी को गोदी मीडिया के प्रमुख चैनल ज़ी न्यूज़ (ZEE News) और अन्य गोदी चैनलों को भी हड़ताल स्थल से भगाया गया था। हमारी हड़ताल में चुनावबाज पार्टियों, उनके नेताओं और गोदी मीडिया का आना पूरी तरह से बन्द किया गया है।

निश्चित तौर पर दिल्ली सरकार के मन्त्री राजेंद्र पाल गौतम बौखलाहट में आकर हमारी यूनियन को बदनाम करने के मकसद से ऊल-जुलूल बयान दे रहे हैं। हम क्या हैं और क्या नहीं इसकी सच्चाई राजेंद्र पाल गौतम जैसे घाघ आदमी अच्छी तरह से जानते हैं।

अपनी जायज़ माँगों के लिए आवाज़ उठाना और हड़ताल करना हमारा संवैधानिक और कानूनी हक़ है। सरकार की ज़िम्मेदारी है कि वह हमारे नेतृत्व से वार्तालाप करे और हमारी समस्याओं का ठोस निपटारा करे। लेकिन अपनी ज़िम्मेदारी छोड़कर विभाग के मन्त्री महोदय हमारी हड़ताल को ही बदनाम करने की कमीनी चालें चल रहे हैं। इस सबके बावजूद हमारी यह हड़ताल दिन पर दिन मजबूत होती जा रही है और जीत के साथ ही समाप्त होगी।

दिल्ली स्टेट आँगनवाड़ी वर्कर्स एण्ड हेल्पर्स यूनियन द्वारा जारी प्रेसनोट

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