पोस्को विरोधी धरने पर किये गये पुलिसिया हमले के खिलाफ 6 राजनीतिक दल पी.पी.एस.एस. के समर्थन में आये सामने तथा किया पोस्को कम्पनी का विरोध
पोस्को कम्पनी की स्थापना के लिए चुने गये तीन ग्राम पंचायतों- ढिंकिया, नुआगांव तथा गढ़कुजंग के प्रवेश द्वार बालिटुडा में जनवरी माह से चल रहे धरने; जिसने इन ग्राम पंचायतों में कम्पनी तथा सरकार के अधिकारियों-कर्मचारियों के प्रवेश को प्रतिबंधित कर रखा था; पी.पी.एस.एस. के इस आंदोलन को पूरे देश के विभिन्न जन संघर्षों से मिल रहे समर्थन तथा उड़ीसा में चल रहे संघर्षों की एकता से बौखलायी सरकार ने 15 मई को इस शांतिपूर्ण धरने पर हमले करवाये, इजरायल तथा द. अफ्रीका में इस्तेमाल किये गये हथियारों का इस्तेमाल किया, महिलाओं को निशाने पर लिया और न केवल इन्हें रबर की गोलियों-लाठियों से घायल किया गया बल्कि गांवों की नाकाबंदी कराके घायलों को इलाज कराने से भी रोक दिया गया। स्थानीय सांसद तथा सी.पी.आई. नेता विभु प्रसाद तराई को सुबह ही गिरफ्तार कर लिया गया था।
वेदांत अल्युमुनियम लिमि. के चीफ आपरेशंस आफिसर डा. मुकेश कुमार ग्रामवासियों के आरोपों से साफ-साफ इंकार करते हैं।