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बांध विरोधी आंदोलन
हरदा जल सत्याग्रह : जितनी मजबूत, उतनी कमजोर सत्ता
जल सत्याग्रह से लोट कर जानेमाने गाँधीवादी सामाजिक कायकर्ता हिमांशु कुमार की टिप्पणी
अभी अभी मध्य प्रदेश से लौटा हूँ ! वहाँ हरदा जिले के खरदना गाँव वालों के एक सत्याग्रह में शामिल होने गया था ! गाँव वालों के साथ करीब अट्ठारह घंटे पानी में खड़ा रहा !
गाँव वाले तो पिछले चौदह दिन से पानी में ही खड़े थे ! कारण यह था कि पहले तो…
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जल सत्याग्रह का 17वां दिन: जल सत्याग्रहियों की जिंदगी दांव पर!!11!!
जल सत्याग्रह आंदोलन के समर्थन में आसपास के 250 गांवों के करीब 5000 लोग घोघल गांव में ही जम गए…
जल सत्याग्रह 13 वें दिन भी जारी, देश भर से समर्थन!!
जल सत्याग्रह का यह अनोखा आंदोलन अब काफी जोर पकड़ता जा रहा है और इनके समर्थन में आसपास के 250 गांवों के करीब 5000…
माही बांध विस्थापितों का अभी तक नहीं हुआ पुनर्वास
माही परियोजना निर्माण (1960) के समय विस्थापित हुए 180 गांवों के लोग आज भी दर-दर की ठोकरें खा रहें हैं। पुनर्वास समिति के बैनर तले इन विस्थापितों का आंदोलन आज भी जारी है। मई 2012 में तहसील कार्यालय में माही विस्थापितों की ओर से जिला कलेक्टर को ज्ञापन दिया गया। जिसमें उन्हें बसाने और उनके खिलाफ होने वाली कार्रवाई को रोकने की मांग उठाई गयी थी।…
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रेणुका बांध में समायेंगे लाखों पेड़
पर्यावरण के प्रति हमारे नेता कितने जागरूक हैं या पर्यावरण के कितने हिमायती हैं ये देखने में आता है रेणुका डेम के…
भाखड़ा बांध विस्थापित आर-पार की जंग को तैयार
भाखड़ा बांध विस्थापितों की सभी कमेटीओं की बैठाकें 9 जून को मलराओं तथा 10 जून कोसरियां व वाला गाँव में संपन हुई. इन…
हिमाचल प्रदेश के जनसंघर्ष: न्याय के लिए बढ़ते कदम
हिमाचल प्रदेश का भू-भाग अपनी पहचान एवं इतिहास के लिए एक राज्य के रूप में प्रशासनिक गठन की तारीख का मोहताज नहीं है. प्रकृति के वरदानों से लबरेज यह क्षेत्र मनुष्य एवं प्रकृति के रिश्तों की एक मिसाल तब तक बना रहा जब तक प्राकृतिक संपदा का दोहन मुनाफे के लिए करने वालों का पदार्पण यहाँ नहीं हुआ था.
हिमाचल प्रदेश के जनसंघर्ष: न्याय के लिए बढ़ते कदम…
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कनहर नदी पर बँध रहे बाँध की त्रासदी
सोनभद्र का विकास वनाम विस्थापन
सोनभद्र का इलाका औद्योगिक विकास के लिहाज से प्रदेश में एक बडी हैसियत रखता…
तीन राज्यों के 80 गांवों/बस्तियों को जल समाधि देने एवं कनहर तथा पाँगन नदियों की…
उत्तर प्रदेश सरकार का यह विकास का मन्दिर नहीं स्वीकार लोगों को.
‘‘धरती मैया की जय’’ के नारे के साथ कनहर बचाओ…
जल विद्युत परियोजनाओं के विरुद्ध संघंर्ष जारी, प्रदर्शन कर आन्दोलनकारियों की रिहाई की माँग
उच्च न्यायालय के फैसले से मिला संबल
अन्ततः उत्तराखंड उच्च न्यायालय ने टिहरी जिले की घनशाली तहसील में भिलंगना नदी पर ‘स्वाति पावर इंजीनियरिंग लि.’ द्वारा बनाई जा रही जल विद्युत परियोजना की केन्द्र सरकार से पुर्नसमीक्षा कर तीन माह के भीतर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा है। इस परियोजना से फलिण्डा, सरूणा, थेलि, रौंसाल, जनेत, बहेड़ा व…
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