संघर्ष संवाद
Sangharsh Samvad
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भूमि अधिग्रहण विरोधी आंदोलन

भूमि अधिकार संसद : जल-जंगल-जमीन ये हो जनता के अधीन

तिल्दा-रायपुर। छत्तीसगढ़ बनने के डेढ़ दशक बाद भी प्रदेश के स्थानीय आदिवासी, किसान और भूमिहीन अपने अधिकारों से वंचित हैं। डेढ़ दशक बाद भी प्रदेश में आदिवासी नीति नहीं बन पाया है। राज्य के जल संसाधनों का लाभ किसानों के बजाय उद्योगपतियों को मिल रहा है। छत्तीसगढ़ में वंचित वर्ग के अधिकार और स्थानीय संसाधनों पर स्थानीय समुदाय के अधिकार को लेकर भी आज तक…
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भूमि-अधिकारों की मांग को आगे बढ़ाते बैतूल के आदिवासी

-सम्मलेन से लौटकर सौरभ सिन्हा व महिपाल सिंह की रिपोर्ट मध्य प्रदेश 4 फरवरी 2018। बैतूल जिले के…

झारखण्ड सरकार की मनमानी : एयरपोर्ट के लिए तोड़ दिए 500 दलितों के घर, मुआवजे से भी…

झारखण्ड की भाजपा सरकार ने देवघर में अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट बनाने के लिए देवघर प्रखंड के 13 गांवों की 600 एकड़…

2 फरवरी काला दिन : झारखण्ड में इस दिन पुलिस फायरिंग में 8 आदिवासियों की मौत 35 गंभीर घायल हुए थे

- स्टेन स्वामी झारखण्ड के खुंटी में कोएल-कारो जन संगठन के आदिवासी 2 फरवरी को अपने पूर्वजों श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं। 2 फरवरी 2001 और अपने पैतृक गांव के अधिकारों पर अपने अधिकारों का दावा करने वाले 8 लोगों को शहीद का दर्जा देते हैं। हर साल अपने संकल्प को दोहराते हुये एक सभा का आयोजन करते हैं। आस-पास के गांवों के हजारों से ज्यादा लोगों ने पहले…
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छत्तीसगढ़ : जल-जंगल-जमीन और पर्यावरण की रक्षा के लिए साझे संघर्ष का आह्वान

रायपुर आदिवासी भारत महासभा (ए.बी.एम) का अखिल भारतीय सम्मेलन छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के वीर नारायणसिंह हॉल,…

छत्तीसगढ़ : आदिवासियों पर बढ़ते अत्याचार के खिलाफ तीन दिवसीय सम्मेलन शुरू

रायपुर- छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के गोंडवाना भवन टिकरापारा में 02 फरवरी 2018 से 04 फरवरी 2018 तक आदिवासी भारत…

कब्जे व मुआवजे में पांच साल देरी की तो भूमि अधिग्रहण खत्म : इलाहाबाद हाईकोर्ट

राजस्थान पत्रिका की खबर के अनुसार 29 जनवरी 2018 को इलाहाबाद हाईकोर्ट ने कहा है कि अधिगृहित जमीन का मुआवजा देने में पांच साल की देरी व भौतिक कब्जा न लेने के कारण धारा 24 (2) के तहत अधिग्रहण स्वतः समाप्त हो जायेगा। कोर्ट ने कहा है कि सरकार चाहे तो उस भूमि का नये सिरे से नियमानुसार अधिग्रहण कर सकती है। कोर्ट ने 1987 में मेरठ विकास प्राधिकरण की…
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2709 दिनों से जारी है बांगड़-बिरला के खिलाफ धरना : योगेंद्र यादव व प्रशांत भूषण…

राजस्थान, नवलगढ़ 29 जनवरी 2018। भूमि अधिग्रहण विरोधी किसान संघर्ष समिति की ओर से गोठड़ा में किसानों की बैठक…

आदिवासी संघर्ष की जीत : छत्तीसगढ़ भू-राजस्व संहिता संशोधन विधेयक रद्द

रायपुर/बस्तर। छत्तीसगढ़ भू-राजस्व संहिता संशोधन विधेयक को सरकार ने वापस लेने का फैसला किया है। ये फैसला कैबिनेट की…

छत्तीसगढ़ सरकार ने स्टील प्लांट के लिए उड़ाई संविधान की धज्जियां

छत्तीसगढ़ का बस्तर जिला पांचवी अनुसूचित क्षेत्र के अंतर्गत आता है लेकिन प्रदेश सरकार पांचवी अनुसूचित क्षेत्र बुरुंगपाल ग्राम सभा की सहमति के बिना ही जबरन स्टील प्लांट की स्थापना करने पर आमदा हो गई है। स्थानीय आदिवासी स्टील प्लांट का विरोध कर रहे है। सरकार ने अब ग्रामीणों के विरोध को देखते हुए गांव में पुलिस थाना खोलने का ऐलान किया है। सरकार पहले…
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