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महिला आंदोलन
चलती बस में सामूहिक बलात्कार : शर्मसार हुई राजधानी
देश की राजधानी महिलाओं के लिए सुरक्षित नहीं। चलती बस में हुए बलात्कार ने इसकी एक बार और पुष्टि कर दी है। इस वहशी वारदात ने यह गवाही ज़रूर पेश की है कि महिलाओं को शिकार बनानेवाले भेड़िये किस हद तक बेख़ौफ़ हो चुके हैं। जहां पुलिस थाने महिलाओं के लिए असुरक्षित बने हुए हों, वहां सार्वजनिक स्थानों पर उनकी हिफ़ाज़त का बंदोबस्त कैसे मुमकिन हो सकता है?…
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दिल्ली में सरेराह बलात्कार : निर्णायक संघर्ष ज़रूरी
दिल्ली में इस रविवार की रात हुए नृशंस बलात्कार की घटना ने लोगों को हिला कर रख दिया है. देश की राजधानी में हुए इस…
10 दिसंबर : महिलाओं पर हिंसा के खिलाफ राजस्थान से शुरू होगी मुहिम
उमड़ते सौ करोड़ अभियान राजस्थान
(दुनिया से महिलाओं के खिलाफ हिंसा को जड़ से मिटाने की मुहीम)
मानवाधिकार…
महिला कामगारों के संघर्ष
जहां एक तरफ स्वयं सहायता समूह के जाल में फंसी तथा कर्ज से कराहती महिलायें आत्महत्या करने को विवश हो रही हैं वहीं उत्तर प्रदेश राज्य के कानपुर तथा राजस्थान राज्य के जयपुर शहरों में घरों में काम करने वाली महिलायें अपनी एकता एवं जागरूकता के बल पर अपने आपको एक बेहतर कल के लिए तैयार कर रही हैं।
कानपुर शहर पिछले समय में अवसाद एवं निराशा से ग्रस्त…
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