संघर्ष संवाद
Sangharsh Samvad

अडाणी पॉवर प्रोजेक्ट : राज्यपाल और आदिवासी आयोग से हस्तक्षेप की मांग

फ़ाइल तस्वीर मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने अडाणी द्वारा छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले में रिजेक्टेड कोयले पर आधारित पॉवर प्लांट लगाने की योजना का तीखा विरोध किया है, प्रस्तावित जन-सुनवाई निरस्त करने की भी मांग की है तथा राज्यपाल और आदिवासी आयोग से आदिवासी अधिकारों के पक्ष में हस्तक्षेप करने की मांग की है. 24 दिसम्बर को जारी एक बयान में…
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मध्य प्रदेश के वन कर्मियों का कारनामा : 23 आदिवासी परिवारों को किया बेघर

19 दिसम्बर, 2015 एक-तरफ, जब म. प्र. बैतूल जिले का आदिवासी के हालात इतने बद्दतर हो गए है कि वो पहली बार…

छत्‍तीसगढ़ में कैद बेगुनाह पत्रकारों के समर्थन में उतरे प्रतिष्ठित लेखक, बुद्धिजीवी और संगठन

नई दिल्‍ली, 20 दिसंबर : छत्‍तीसगढ़ की जेल में फर्जी मुकदों में बंद दो पत्रकारों संतोष यदव व सोमारू नाग की तत्‍काल रिहाई समेत कई अन्‍य मांगों को उठाने के लिए कल यानी 21 दिसंबर, 2015 को जगदलपुर में होने जा रहे पत्रकार महाआंदोलन को प्रतिष्ठित लेखकों, पत्रकारों, राजनीतिक व सामाजिक संगठनों ने अपना समर्थन दिया है। छत्तीसगढ़ के पत्रकार महाआंदोलन के…
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हम मछुआरों का एक ही नारा नहीं छोड़ेगे पेंच किनारा

मध्य प्रदेश के छिन्द्वारा जिले में किसान संघर्ष समिति द्वारा 19 दिसम्बर को खकरा चौरई में पेंच नदी के किनारे…

सुरेंद्र मोहन की 5 वीं पुण्यतिथि पर संगोष्ठी : लोकतंत्र के समक्ष चुनौतियां और चुनाव सुधार

समाजवादी चिंतक एवं पूर्व सांसद सुरेंद्र मोहन की पांचवीं पुण्यतिथि पर सुरेंद्र मोहन मेमोरियल फाउंडेशन, जनता ट्रस्ट और समाजवादी समागम द्वारा 17 दिसंबर 2015 को नई दिल्ली स्थित गांधी शांति प्रतिष्ठान में लोकतंत्र के समक्ष चुनौतियां और चुनाव सुधार विषय पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता जिसकी अध्यक्षता जस्टिस राजेंद्र सच्चर…
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समाजवादी चिंतक पूर्व सांसद सुरेन्द्र मोहन की पुण्यतिथि पर लोकतंत्र के समक्ष…

समाजवादी चिंतक पूर्व सांसद सुरेन्द्र मोहन की 5वीं पुण्यतिथि पर सुरेन्द्र मोहन मेमोरियल फाउंडेशन, जनता ट्रस्ट और…

कागज तुम्हारा जमीन हमारी : डॉ. ब्रह्मदेव शर्मा

वंचितों के हित में लगातार संघर्षरत डॉ. बी.डी. शर्मा का विगत 6 दिसंबर को देहावसान हो गया। जनसंघर्षों, जनांदोलनों एवं लोकहित मे कार्य करने वाले प्रत्येक व्यक्ति की व्यक्तिगत क्षति है। उन्होंने आदिवासियों, किसानों एवं कामगारों की दशा सुधारने के लिए असाधारण कार्य किया। उनका सरल, सहज व मितव्ययी जीवन हम सबके लिए एक पाठशाला है। प्रस्तुत आलेख मई-1997…
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