संघर्ष संवाद
Sangharsh Samvad

आवास हक सत्याग्रह, मंडाला (मुंबई) के समर्थन में दिल्ली के महाराष्ट्र सदन पर 3 जून को प्रदर्शन

आवास हक सत्याग्रह, मंडाला (मुंबई) के समर्थन! मंडाला में भूमि के वास्तविक मालिकाना हक के समर्थन में! महाराष्ट्र सदन, कोपरनिकस मार्ग, हरियाणा भवन के समीप,दिल्ली पर विरोध प्रदर्शन, 3 जून, सुबह 11 बजे भारत के महानगरों की परिधि में रहने वाले करोड़ों प्रवासी मजदूरों के संघर्ष को दोहराते हुए, “आवास हक सत्याग्रह” के बैनर तले मंडाला,…
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भूमि अधिग्रहण अध्यादेश और दमन के खिलाफ विशाल जनविरोध प्रदर्शन : 12 से 14 जून 2015,…

भू-अधिग्रहण अध्यादेश और दमन के खिलाफ विशाल जनविरोध प्रदर्शन 12-14 जून 2015 धरना स्थल : झूलेलाल पार्क,…

परमाणु बिजली परियोजना के खिलाफ चुटका में विरोध सभा

जबलपुर (मध्य प्रदेश ) जून 1, 2015 । कल दिनांक 31 मई 2015 को परमाणु बिजली परियोजना के खिलाफ चुटका में हुई स्थानीय…

‘अच्छे’ दिनों की शुरुआत, भूमि-अधिग्रहण अध्यादेश के बाद ‘राजीव आवास योजना’ भी खटाई में : आवास हक सत्याग्रह का आज सातवां दिन

मुंबई | 1 जून 2015; महाराष्ट्र में मुंबई के हजारों हज़ार गरीब परिवारों ने पिछले 10 सालो से चलाया घर बचाओ घर बनाओ आन्दोलन ने हर बार हर सरकार को याद दिलाया की मुंबई के करीब 60% लोग गरीब बस्तियों में रहते है | वह श्रमिक है, मुंबई बनाते, बसाने एवं साफ़ भी रखते है | उन्हें हर बुनियादी ज़रूरत के साथ-साथ आवास का भी अधिकार है | मुंबई की जो 9% केवल…
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मोदी राज में दबंगों के अच्छे दिन : नागौर के बाद बीकानेर मे दलित युवक पर हिंसा

अभी नागौर की आग ठंडी भी नहीं हुई थी कि राजस्थान में ही बीकानेर से एक दलित युवक को पीटने और जातिसूचक गालियाँ देने…

मोदी के खिलाफ़ आवाज़ उठाने पर दलित छात्रों के समूह पर प्रतिबंध

साभार: आउटलुक चेन्‍नई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्र सरकार की आलोचना की वजह से आईआईटी मद्रास ने एक…

मध्य प्रदेश सरकार का कारनामा : उधोगों को 1.5 लाख एकड़ सार्वजनिक भूमि का तोफ़ा !

समाजवादी जन परिषद (सजप) के अनुराग मोदी ने 25 मई को जारी एक प्रेस विज्ञप्ती में कहा कि म. प्र. के मुख्यमंत्री शिवराज सिंग चौहान की सरकार ने अपने हालिया दस्तावेज ‘लैंड बैंक- 2014’ में उद्योगों को देने के लिए जो 1.5 लाख एकड़ जमीन आरक्षित की है, वो गैरकानूनी है| यह म. प्र. , राजस्व पुस्तक परिपत्र, पंचायती राज कानून और उच्चत्तम…
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झारखंड के मूलवासी – आदिवासियों का ऐलान : न जान देंगे, न जमीन देंगे !

रंजीत वर्मा की कविता ‘यह जमीन ही है’ कि शुरुआती पंक्तियां - जरूरी है पढ़ाई-लिखाई लेकिन इससे भी ज्यादा जरूरी…

एक और खैरलांजी : राजस्थान का नागौर जिला दलितों की कब्रगाह बनता जा रहा है

राजस्थान की राजधानी जयपुर से तक़रीबन ढाई सौ किलोमीटर दूर स्थित अन्य पिछड़े वर्ग की एक दबंग जाट जाति की बहुलता वाला नागौर जिला इन दिनों दलित उत्पीडन की निरंतर घट रही शर्मनाक घटनाओं की वजह से कुख्यात हो रहा है .विगत एक साल के भीतर यहाँ पर दलितों के साथ जिस तरह का जुल्म हुआ है और आज भी जारी है ,उसे देखा जाये तो दिल दहल जाता है ,यकीन ही नहीं आता…
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