संघर्ष संवाद
Sangharsh Samvad

भूमि अधिग्रहण के विरोध में किसान का आत्महत्या का प्रयास

फतेहाबाद जिले के गोरखपुर गांव में प्रस्तावित परमाणु संयंत्र के लिए भूमि अधिग्रहण के विरोध में किसान बदलू राम ने 13 जुलाई 2012 की शाम को कीटनाशक पीकर जान देने की कोशिश की। किसान बदलू राम को गंभीर हालत में फतेहाबाद स्थित सिवाच अस्पताल में भर्ती कराया गया है। डा. राजेंद्र शर्मा का कहना है कि बदलू राम की हालत अब ठीक है। उल्लेखनीय है कि…
और पढ़े...

धीरेंद्र प्रताप सिंह की याद में संघर्ष उत्सव

प्रिय साथी, आप जानते हैं कि अपने जुझारू और चिंतनशील साथी धीरेंद्र प्रताप सिंह अब हमारे बीच नहीं है, पिछली 24 अप्रैल को जौनपुर में उनका निधन हुआ था। साथी धीरेंद्र प्रताप जी का पूरा जीवन गरीबों-वंचितों के पक्ष में लड़ते हुए, न्याय और अधिकार से जुड़े सवालों से जूझते हुए गुज़रा। वह अपने लिए नहीं, बेहतर समाज के सपने के लिए जिए। पिछले दस सालों से वह विभिन्न…
और पढ़े...

करछना पॉवर प्लांट का भूमि अधिग्रहण रद्द: इलाहाबाद हाई कोर्ट

हाईकोर्ट ने 13 अप्रैल 2012 को करछना में प्रस्तावित जेपी ग्रुप के थर्मल पॉवर प्लांट के लिए भूमि का अधिग्रहण रद्द…

जेपी कंपनी को पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने की मिली सबसे बड़ी सजा

हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय ने 4 मई 2012 को एक महत्वपूर्ण फैसले में जेपी कंपनी के बघेरी (नालागढ़) स्थित थर्मल पॉवर प्लांट को नष्ट करने के आदेश दिए हैं। वहीं, जेपी कंपनी पर सौ करोड़ रुपए का जुर्माना लगाया है। न्यायाधीश दीपक गुप्ता एवं न्यायाधीश संजय करोल की खंडपीठ ने कहा कि जेपी कंपनी ने सोलन जिले के बघेरी गांव में सीमेंट प्लांट झूठे दस्तावेजों…
और पढ़े...

कूडनकुलम: परमाणु संयंत्र विरोधी आंदोलन

11 मई 2012 को कूडनकुलम में चल रहे क्रमिक अनशन के तीन सौ दिन पूरे हो गए. अपनी ताजा घोषणा में भारतीय परमाणु ऊर्जा…

कांके-नगड़ी में भूमि अधिग्रहण के विरोध में स्थानीय आदिवासियों का संघर्ष

कांके-नगड़ी में सरकार जमीन अधिग्रहण कानून 1894 के तहत 1957-58 में राजेंन्द्र कृर्षि विश्वविद्यालय के विस्तार के लिए…

पूर्वी सिंहभूम, झारखण्ड से पोटका आंदोलनः एक इतिहास

भाग- 1झारखण्ड के प्रथम मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने सत्ता पर बैठते ही विकास के नाम पर यहां के प्राकृतिक संसाधनों का भरपूर दोहन करने की पूरी योजना बना ली थी। उन्होंने इसकी शुरूआत 2001 में औद्योगिक नीति से की जिसके तहत हजारीबाग जिले के बरही से पूर्वी सिंहभूम जिले के बहरागोड़ा तक मुख्य सड़क के दोनों ओर 5-5 किलो मीटर तक विशेष अर्थिक…
और पढ़े...