छत्तीसगढ़ : स्पात प्लांटों के विस्तार के लिए नियम विरुद्ध कराई जा रही हैं जनसुनवाईयां
-राजेश त्रिपाठी
रायगढ़ के तराईमाल में 3 मार्च 2021 को एन.आर.टी.एम.टी. इंडिया प्राइवेट लिमिटेड कंपनी की जनसुनवाई आयोजित की गई. बंजारी मंदिर के मैदान में आयोजित मेसर्स एन.आर.टी.एम.टी. इंडिया प्राईवेट लिमिटेड़, सेक्टर – एल, ओपी जिंदल इंडस्ट्रीयल पार्क, पूंजीपथरा, ग्राम पंूजीपथरा तहसील घरघोड़ा जिला रायगढ़ स्थित प्लांट क्र. 211,213 एवं 212 के विस्तार के लिए बुलाई गई जनसुनवाई हुई ।
आसपास के दो दर्जन से भी अधिक गांव के लोगों ने अपनी बातें कही। पर्यावरण विदों और स्थानीय लोगों ने जमकर विरोध किया। जिले में पर्यावरण संरक्षण और उद्योग प्रभावित लोगों के लिए लगातार काम कर रही संस्था जनचेतना ने बताया कि जिला प्रशासन के निरंकुश अधिकारियों की आड़ में हुई पर्यावरणीय जन सुनवाई पूरी तरह से फ़र्ज़ी है। प्रशासन,पर्यावरण विभाग और कम्पनी प्रबन्धन एनजीटी के नियमों का खुला उलंघन कर रहा है।
इस प्रयोजना के विस्तार से करीब 45 गांव प्रभावित हो रहे हैं। जबकि प्रबन्धन ने महज 10 गांवों में इआईए रिपोर्ट की कॉपी पढ़ने भेजी है। प्रस्तुत ईआईए रिपोर्ट में पूंजीपथरा के उद्योग विस्तार क्षेत्र को जंगल विहीन बताया गया है। जबकि यह पूरी तरह से घने जंगल वाला हाथी प्रभावित क्षेत्र है। वही पर्यावरण की लगातार बिगड़ती हालत को देखकर जब एन.जी.टी.ने जिले को रेड जोन में रखा है। तब यहां बिना पर्यावरणीय जांच के नए उद्योगों अथवा पुराने उद्योगों के विस्तार को अनुमति दिए जाने का सवाल ही पैदा नही होता है। वास्तव में प्रस्तुत ईआईए रिपोर्ट पुराने रिपोर्ट की कॉपी है। जिंसमे क्षेत्र की वास्तविकता को छुपाया गया है।
यहां औद्योगिक प्रदूषण की वजह से प्रदूषित हो चुके प्राकृतिक और कृत्रिम जलस्रोतों की संख्या नही बताई गई है न ही उद्योग विस्तार से प्रभावित होने वाले गांवों की सही संख्या बताई गई है। यही नही उक्त ईआईए रिपोर्ट में क्षेत्र के प्राथमिक और सेकेंडरी स्कूलों की संख्या सहित जेआईटी कालेज का उल्लेख भी नही है। यही वजह रही है कि स्थानीय लोगों ने जनसुनाई का व्यापक विरोध किया गया है।