संघर्ष संवाद
Sangharsh Samvad

किसान आंदोलन के पूरे 13 महीने का ब्योरा : कब, कहाँ, क्या हुआ

‘378’… ये महज़ एक संख्या नहीं बल्कि वो दिन और राते हैं, जो हमारे देश के अन्नदाताओं ने दिल्ली की सड़कों पर गुज़ारी हैं… चिलचिलाती धूप, मूसलाधार बारिश और भीषण ठंड को किसानों ने सिर्फ़ इसलिए झेला ताकि आने वाली पीढ़ियां कभी इस गर्त में ना फँसें। न्यूज़ क्लिक से साभार रवि शंकर दुबे की रिपोर्ट;

पंजाब, हरियाणा समेत पूरे देश का किसान दिल्ली में गाजीपुर और सिंघु बॉर्डर पर 13 महीने तक बैठा रहा… किसानों ने ठान लिया था कि जब तक तीनों कृषि कानून वापस नहीं ले लिए जाते, वो टस से मस नहीं होंगे… और हुआ भी कुछ ऐसा ही…

‘378’…. ये महज़ एक संख्या नहीं बल्कि वो दिन और राते हैं, जो हमारे देश के अन्नदाताओं ने दिल्ली की सड़कों पर गुजारी हैं… चिलचिलाती धूप, मूसलाधार बारिश और भीषण ठंड को किसानों ने सिर्फ इसलिए झेला ताकि आने वाली पीढ़ियां कभी इस गर्त में ना फंसे, जो मोदी सरकार ने तीन कृषि कानून के रूप लादने की कोशिश की। अन्नदाताओं ने ये साबित कर दिया कि अगर वो खेतों में अनाज उगा सकता है तो सड़कों पर रहकर अपने हक को भी हासिल कर सकता है, भले ही उसकी कीमत कुछ भी हो। यही कारण है कि इतने लंबे आंदोलन के बाद सरकार को तीनों विवादित कानून वापस लेने पर मजबूर होना पड़ा। किसानों की आवाज़ बुलंद होने से लेकर अपनी फतह तक, किन-किन हालात से और तारीखों से गुजरना पड़ा इसपर गौर करते हैं…

25 नवंबर, 2020– केंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीन कृषि कानूनों के खिलाफ एकजुट हुए किसान

देशव्यापी सड़क बंद करना समेत छिटपुट विरोध के बाद, पंजाब और हरियाणा के किसानों ने किया ‘दिल्ली चलो’ का आह्वान

कोविड-19 का हवाला देते हुए दिल्ली पुलिस ने किसानों को नहीं दी राजधानी तक मार्च की परमिशन

26 नवंबर, 2020- दिल्ली की ओर मार्च कर रहे किसानों को अंबाला में की गई रोकने की कोशिश

पुलिस ने किसानों पर बरसाईं पानी की बौछारें और आंसू गैस के गोले

किसानों के पीछे नहीं हटने पर उन्हें उत्तर-पश्चिम दिल्ली के निरंकारी मैदान में मिली शांतिपूर्ण प्रदर्शन की अनुमति

28 नवंबर, 2020- गृह मंत्री अमित शाह ने की किसानों के साथ बातचीत करने की पेशकश किसानों ने जंतर-मंतर पर धरना देने की मांग को कर दिया था अस्वीकार

29 नवंबर, 2020- ‘मन की बात’ कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने विरोधियों पर साधा निशाना

पीएम ने कहा- सभी राजनीतिक दल सिर्फ किसानों से वादा करते हैं लेकिन हम उसे पूरा करते हैं

3 दिसंबर, 2020- सरकार और किसानों के प्रतिनिधियों के बीच हुई पहली बातचीत रही बेनतीजा

5 दिसंबर, 2020- किसानों और केंद्र के बीच हुई दूसरे दौर की बातचीत भी रही बेनतीजा

8 दिसंबर, 2020- किसानों ने किया भारत बंद का आह्वान

भारत बंद को देशभर के कई राज्यों के किसानों का मिला समर्थन

9 दिसंबर, 2020- किसान नेताओं ने तीनों विवादित कानूनों में संशोधन के केंद्र सरकार के प्रस्ताव को कर दिया खारिज

कानूनों को निरस्त किए जाने तक आंदोलन को और तेज करने की दी चेतावनी

11 दिसंबर, 2020- भारतीय किसान संघ ने तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किया सुप्रीम कोर्ट का रुख

13 दिसंबर, 2020- केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने किसान आंदोलन के साथ जोड़ दी ‘टुकड़े-टुकड़े’ गिरोह की बात

रविशंकर प्रसाद ने कहा- सरकार किसानों के साथ बातचीत के लिए तैयार

16 दिसंबर, 2020- सुप्रीम कोर्ट ने किसानों और सरकार के बीच बातचीत के लिए एक पैनल के गठन की कही बात

21 दिसंबर, 2020- किसानों ने सभी विरोध स्थलों पर की एक दिवसीय भूख हड़ताल

30 दिसंबर, 2020- सरकार और किसान नेताओं के बीच हुई छठे दौर की बातचीत

केंद्र ने किसानों को पराली जलाने के जुर्माने से छूट, बिजली संशोधन विधेयक पर जताई सहमति

4 जनवरी, 2021- सरकार और किसान नेताओं के बीच हुई सातवें दौर की बातचीत

बातचीत में कृषि कानून को खारिज करने की सहमति पर नहीं तैयार हुई केंद्र सरकार

7 जनवरी, 2021- सुप्रीम कोर्ट 11 जनवरी को नए कानूनों और विरोध के खिलाफ याचिकाओं पर सुनवाई के लिए हुआ तैयार

अटार्नी जनरल के के वेणुगोपाल ने कहा- किसानों और केंद्र के बीच बातचीत ही एक रास्ता

11 जनवरी, 2021- सुप्रीम कोर्ट ने किसानों के विरोध से निपटने के लिए केंद्र को लगाई फटकार

शीर्ष अदालत ने कहा- भारत के एक पूर्व मुख्य न्यायाधीश की अध्यक्षता में गठित की जाएगी एक समिति

12 जनवरी, 2021- सुप्रीम कोर्ट ने तीन विवादास्पद कृषि कानूनों के लागू होने पर लगा दी रोक

सभी हितधारकों को सुनने के बाद कानूनों पर सिफारिशें करने के लिए चार सदस्यीय समिति का हुआ गठन

26 जनवरी, 2021- गणतंत्र दिवस के मौके पर कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों ने किया बड़ा प्रदर्शन

26 जनवरी को किसान संघों की ट्रैक्टर परेड के दौरान हजारों प्रदर्शनकारी की पुलिस से हुई भिड़ंत

सिंघु और गाजीपुर के कई प्रदर्शनकारियों ने रास्ता बदलने के कारण लालकिले की ओर घुमा दिया ट्रैक्टर

दिल्ली के आईटीओ और लाल किले के पास पुलिस ने दागे आंसू गैस के गोले दागे और किय लाठीचार्ज

कुछ प्रदर्शनकारियों ने लालकिले की प्राचीर पर फहरा दिया निशान साहिब का झंडा

28 जनवरी, 2021- यूपी के गाजीपुर में प्रशासन ने किसानों को रात में साइट खाली न करने पर दी कार्रवाई चेतावनी

एक बातचीत के वक्त वायरल हो गई राकेश टिकैत के भावुक होने की तस्वीरें

वीडियो वायरल होते ही रातों-रात हजारों किसान पहुंच गए गाजीपुर बॉर्डर

6 फरवरी, 2021- विरोध करने वाले किसानों ने दोपहर 12 बजे से दोपहर 3 बजे तक के लिए किया देशव्यापी ‘चक्का जाम’

पजाब और हरियाणा में कई सड़कों को बंद किया गया बंद

9 फरवरी, 2021- गणतंत्र दिवस हिंसा मामले में आरोपी पंजाबी अभिनेता से कार्यकर्ता बने दीप सिंधु को किया गया गिरफ्तार

सात दिन की पुलिस हिरासत में भेजे गए दीप सिंधु

8 फरवरी, 2021- संयुक्त किसान मोर्चा ने किया देशव्यापी रेल रोको’ आंदोलन का आह्वान किया

देश भर के स्थानों पर ट्रेनों को रोक दिया गया और बंद करवा दिया गया

02 मार्च, 2021- शिरोमणि अकाली दल के प्रमुख सुखबीर सिंह बादल और पार्टी के अन्य नेताओं को चंडीगढ़ पुलिस ने सेक्टर 25 से हिरासत में लिया

पंजाब विधानसभा का घेराव करने जा रहे थे सुखबीर सिंह बादल

05 मार्च, 2021- पंजाब विधानसभा ने किसानों के हित में पारित किया एक प्रस्ताव

पंजाब में कृषि कानूनों को बिना शर्त वापस लेने और खाद्यान्नों की एमएसपी आधारित सरकारी खरीद की मौजूदा प्रणाली को जारी रखने पर लगाई मुहर

6 मार्च, 2021- दिल्ली की सीमा पर किसान आंदोलन के पूरे हुए 100 दिन

4 अप्रैल, 2021- सिंघू सीमा से कुछ ट्रैक्टर ट्रालियां कटाई के मौसम से पहले पंजाब लौट गईं, किसानों ने फिर वहां बांस और शेड लगाए

26 अप्रैल, 2021- दीप सिद्धू को मिल गई जमानत

27 मई, 2021- किसानों ने छह महीने के आंदोलन को याद करने के लिए मनाया ‘काला दिवस’

किसानों ने जलाया केंद्र सरकार का पुतला

किसान नेताओं ने मांगे नहीं माने जाने पर 2024 तक आंदोलन करने की दी चेतावनी

राकेश टिकैत ने कहा- कृषि कानूनों के निरस्त होने के बाद ही बंद करेंगे विरोध प्रदर्शन

5 जून, 2021- प्रदर्शनकारी किसानों ने कृषि कानूनों की घोषणा के पहले साल को यादगार बनाने के लिए मनाया संपूर्ण क्रांतिकारी दिवस

26 जून, 2021- किसानों ने कृषि कानूनों के खिलाफ सात महीने के विरोध को याद करने के लिए दिल्ली तक निकाला मार्च

संयुक्त किसान मोर्चा का दावा – विरोध के दौरान हरियाणा, पंजाब, कर्नाटक, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश और तेलंगाना जैसे राज्यों में किसानों को हिरासत में लिया गया

जुलाई अगस्त के दौरान संसद में हुआ हंगामा

जंतर मंतर पर किसानों ने की अपनी ‘किसान संसद’

5 सितंबर, 2021- किसान नेताओं का हजारों किसानों के सामने अपनी योजना की घोषणा करते हुए मुजफ्फरनगर में ताकत का एक बड़ा प्रदर्शन

राज्य में सत्ताधारी पार्टी के खिलाफ प्रचार

करनाल एसडीएम रह चुके आयुष सिन्हा ने किसानों पर हमले का आदेश दिया, वीडियो हुई वायरल

हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर ने किया उनका बचाव

3 अक्टूबर, 2021- लखीमपुर खीरी के तिकुनिया में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी के बेटे आशीष मिश्रा की गाड़ी ने प्रदर्शनकारी किसानों को कुचला

चार किसानों की मौत हुई

इसमें अजय मिश्र के बेटे आशीष मिश्र समेत 14 लोगों के खिलाफ हत्या और आपराधिक साज़िश का मामला दर्ज

एसकेएम ने लिया संसद के शीतकालीन सत्र में रोज़ाना शांतिपूर्ण ट्रैक्टर मार्च करने का लिया फैसला

19 नवंबर 2021- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीनों कृषि कानून वापस लेने की घोषणा की,

प्रधानमंत्री मोदी ने माफी मांगी और कहा कि हम किसानों को समझा पाने में असफल रहे

19 नवंबर, 2021- प्रधानमंत्री मोदी के कानून वापसी के बाद संयुक्त किसान मोर्चा ने एमएसपी कानून, मुकदमा वापसी, शहीद किसानों को मुआवजा सहित छह मांगे सरकार की सामने रखी

24 नंवबर, 2021- मोदी सरकार ने कृषि कानून को वापस लेने के लिए कैबिनेट की बैठक में मंजूरी दी

29 नंवबर, 2021- संसद के शीतकालीन सत्र में दोनों सदनों से कृषि कानून को वापस लेने के बिल को पास कर दिया गया

1 दिसंबर, 2021- कृषि कानून वापसी बिल पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने मुहर लगा दी

4 दिसंबर, 2021- कृषि कानून के वापसी के बाद संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक,

बैठक में एमएसपी गारंटी कानून सहित तमाम मांगों को लेकर सरकार के सामने प्रस्ताव के लिए एक पांच सदस्यी कमेटी बनी, इस कमेटी ने सरकार को प्रस्ताव भेजा, पर नहीं बनी बात

8 दिसंबर, 2021- सरकार के प्रस्ताव पर एसकेएम की असहमतियों के बाद केंद्र सरकार ने भेजा नया प्रस्ताव

9 दिसंबर 2021- किसानों की सभी मांगों पर झुकी सरकार, मानी सभी मांगें

सरकार ने अपने लेटरहैड पर एमएसपी, मुआवज़ा, मुकदमा वापसी सहित सभी मांगों पर हामी भरते हुए ख़त भेजा

सरकार के नए प्रस्ताव पर पहले संयुक्त किसान मोर्चा की पांच नेताओं की कमिटी ने नई दिल्ली में बैठक की फिर सिंघु बॉर्डर पर मोर्चा की बड़ी बैठक में प्रस्ताव को मंजूर कर लिया गया

11 दिसंबर 2021- को विजय दिवस मनाकर घर वापसी का फैसला लिया गया।

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