संघर्ष संवाद
Sangharsh Samvad

2709 दिनों से जारी है बांगड़-बिरला के खिलाफ धरना : योगेंद्र यादव व प्रशांत भूषण करेंगे भूमि अधिग्रहण प्रभावित क्षेत्र का दौरा



राजस्थान, नवलगढ़ 29 जनवरी 2018। भूमि अधिग्रहण विरोधी किसान संघर्ष समिति की ओर से गोठड़ा में किसानों की बैठक कैप्टन दीपसिंह शेखावत की अध्यक्षता में हुई। बैठक में स्वराज इंडिया के जय किसान आंदोलन से जुड़े व राज्य प्रभारी विज्ञान मोदी, राष्ट्रीय सलाहकार समिति के सदस्य कामरेड दिलीपसिंह, स्वराज इंडिया हरियाणा के महासचिव एसपीसिंह, एडवोकेट राजीव गोदारा, कोषाध्यक्ष कैलाश यादव व महेंद्र काजला ने किसानों से कहा कि स्वराज इंडिया पार्टी पूरी तरह से किसानों के साथ है। उन्होंने किसानों की कानूनी लड़ाई में भी मदद करने की बात कही। वक्ताओं ने कहा कि जल्दी ही राष्ट्रीय अध्यक्ष योगेंद्र यादव व सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण प्रभावित इलाके का दौरा करेंगे। पढ़िए दीपसिंह शेखावत की रिपोर्ट;

भूमि अधिग्रहण विरोधी किसान संघर्ष समिती नवलगढ के बैनर तले चल रहे सिमेंट कंपनियों का विरोध कर रहे किसानों की गोठडा़ गांव में मिटींग हुई जिसमें सैंकडो़ं की संख्या में किसान पुरूषों व महिलाओं ने हिस्सा लिया।बैठक की अध्यक्षता केप्टेन दीपसिंह शेखावत ने की। बैठक में स्वराज इंडिया के जय किसान आंदोलन से जुडें वरिष्ठ पदाधिकारीयों में राजस्थान राज्य प्रभारी विग्यान मोदी,राष्ट्रीय सचलाहकार समिती के सदस्य कामरेड दीलिप कुमार नारनोल हरियाणासे, सुरेंदरपाल सिंह पंचकुला से व समिती के उपाध्यक्ष ऐडवोकेट राजीव गोदारा ने हिस्सा लिया। बैठक के दोरान बाहर से आये सभी लोगों ने विश्वास दिलाया कि हमारी स्वराज इंडिया पार्टी नवलगढ के किसानों के पूरी तरह साथ है।

किसानों की कानूनी लडा़ई में भरपूर सहयोग देने का आस्वासन दिया। कहा कि जल्दी ही राष्ट्रीय अध्यक्ष योगेंदर यादव व सुप्रिमकोर्ट के वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण इस ईलाके का दौरा करेंगे व किसानों से मिलेंगे।बैठक को संबोधित करने वालों में बाहर से आये मेहमानों के अलावा गोरधनजी निठारवाल ऩलगढ, नोरंग लाल दूत बसावा,रामचंदर खटकड़ देवगांव, जय किसान आंदोलन के राज्य कोषाध्यक्ष कैलाश यादव बसावा, चून्नीलाल भूकर तुर्काणी जोहडी़, किसान सभा के मदन यादव,विजेंदर कुल्हरी, बिजली किसान यूनियन केश्रीचंद डूडी, पूर्व सरपंच सांवरमल यादव,खमाणा राम सूंडा, सूबेदार गोकुल सिंह गोठडा़, हरलाल महण आदि ने अपने विचारों में बताया कि हमें किसी भी हालत में इस ईलाके को बचाना ही होगा।महिलाओं ने बांगड़ व बिड़ला के खिलाफ अपने गीतों के द्वारा विरोध प्रकट किया।जिनमें महिला मोर्चे की अध्यक्ष परमेश्वरी देवी ओला, परमेश्वरी देवी योगी, लक्ष्मीदेवी, बिमला, सुवादेवी, मोहन कंवर, जीवणी देवी, कमला, संजूदेवी, सरबतीदेवी, सरीता, कजोडी़देवी, छोटीदेवी, राजकुमारी आदि शामिल थी।

बैठक में शामिल होने वाले मुखय मुख्य किसानों में सूबेदार मदनसिंह, करण सिंह, सुरेस महण, सूबेदार शीवदान सिंह खैरवा, विधाधर, द्वारका प्रसाद खटकड़, हेमाराम खेदड़, जगमाल शेषमा, महावीर मेघाराम, भगवानाराम खटकड़, डोटासरा, रामदेव झाझडि़या, रामकुमार यादव, चीमनाराम, छोटूराम चाहर, ऐडवोकेट बजंरग लाल, सुल्तान खैरवा, जीवणनाथजी, बाल दासजी स्वामी, नंदूसिंह, राजूराम, कुरडा़ राम कोली, धरमेंदर चबरवाल, शीवपाल सिंह,कुंदन सिंह, सांवरमल, प्रक सोनी, बनवारीलाल, रामेश्वरलाल, मदन कोशलिया, रामावतार ओला, मदन यादव, गिरधारी, सुल्तान भूकर, नारायणसिंह महला, हरीराम सीगड़, सांवता राम, बिरजूराम, दिनेश, मुकेश, रामोतार शर्मा, भागीरथ ढाका, श्यामलाल, राजेश, छतुसिंह, भोलाराम, विकास, महेंदर, मूलाराम, ओमप्रकाश आदि ने हिस्सा लिया। सभी किसानों से ऐकजुट होने का आवाहन किया।

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