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किसान आंदोलन
किसानों को न्याय दिलाने का ऐतिहासिक आंदोलन के 11 माह पूरे : दशा और दिशा
यूं तो भारत में किसान आंदोलन का इतिहास आजादी के आंदोलन से साथ जुड़ा हुआ है। आजादी के बाद भी किसान आंदोलन लगातार चलते ही रहे हैं लेकिन पिछले वर्ष 26 नवंबर 2020 से शुरू होकर 26 अक्टूबर 2021 को 11 माह पूरे करने वाले संयुक्त किसान मोर्चा के वर्तमान आंदोलन ने देश में ही नहीं दुनिया में एक नया इतिहास रचा है। इसे दुनिया का सबसे लंबा और सबसे बड़ा आंदोलन माना…
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उत्तर प्रदेश : बेचन यादव की आत्महत्या ने उजागर की पूर्वांचल में किसानों की तबाही-…
आजमगढ़: रिहाई मंच ने आजमगढ़ के करुई गांव में कर्ज के बोझ से दबे किसान बेचन यादव की आत्महत्या के बाद मृतक के परिजनों…
कृषि बिल के खिलाफ किसानों ने किया मई के पहले सप्ताह में संसद कूच का ऐलान
संयुक्त किसान मोर्चा ने 31 मार्च 2021 को अपना बयान जारी करते हुए कहा कि “लंबे समय से दिल्ली की सीमाओं पर बैठे…
कृषि-संकट मानवता का संकट है, वक़्त आ गया है कि देश भर के वंचित अब संसद घेर लें!
पी साईंनाथ का यह आलेख पीप्लस आर्काइव ऑफ रूरल इंडिया पर 22 जून 2018 पोस्ट किया गया था जो आज भी प्रासंगीक है.
भारत का कृषि संकट अब खेती-किसानी के पार जा चुका है. अब यह समाज का संकट बन चुका है. संभव है कि यह सभ्यता का संकट हो जहां इस धरती पर छोटे किसानों और खेतिहर मजदूरों का सबसे बड़ा समूह अपनी आजीविका को बचाने की जंग लड़ रहा हो. कृषि संकट अब…
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अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस : महिलाओं के नाम रहा आज पूरा किसान आंदोलन
सयुंक्त किसान मोर्चा प्रेस नोट
103 वां दिन, 8 मार्च 2021
सयुंक्त किसान मोर्चा के राष्ट्रव्यापी आह्वान पर आज…
दिल्ली के 100 गांव एकजूट : किसान आंदोलन के समर्थन का ऐलान
-दीवान सिंह
दिल्ली के नजफ़गढ़ में 7 मार्च 2021 को किसान आंदोलन के समर्थन में आयोजित पंचायत में 100 गांवों के…
कर्नाटक : ‘MSP दिलाओ अभियान’ में दिखें किसान विरोधी कानूनों से मंडी खत्म होने के पूर्व संकेत
‘संयुक्त किसान मोर्चा’ ने कर्नाटका से अपने ‘एमएसपी दिलाओ अभियान’ की शुरुआत की है। गुलबर्गा और बल्लारी की कृषि उपज मंडी में ‘एमएसपी दिलाओ अभियान’ की शुरुआत जम्हूरी किसान सभा के अध्यक्ष डॉक्टर सतनाम सिंह अजनाला, जय किसान आंदोलन के संस्थापक योगेंद्र यादव और कर्नाटक के सभी किसान संगठनों के नेतृत्व में हुई।
बेंगलूरू की प्रेस वार्ता में एक बड़ा खुलासा…
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उत्तर प्रदेश : पूर्वांचल में संयुक्त किसान मोर्चा के गठन का आगाज, बनारस सहित तीन…
वाराणसी। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के राजनीतिक धड़े भारतीय जनता पार्टी (BJP) की अगुआई वाली केंद्र की मोदी…
100 दिन : अधिकारों और न्याय के संघर्षों में परिवर्तित होता किसान आंदोलन
-जगदीप सिंग संधू
कृषि पारंपरिक तौर से भारतीय समाज की सांस्कृतिक पहचान है। कृषि ही जीवन पद्धति की धुरी है। कृषि के…
किसान आंदोलन के 100 दिन : एक रिपोर्टर की नज़र से देखें दिल्ली बॉर्डर के हाल
-गौरव गुलमोहर
किसान आंदोलन तीन महीने का कठिन दौर पार कर चौथे महीने में प्रवेश कर चुका है। किसानों के सौ दिन डटे रहने को पूरी दुनिया अचंभित नज़रों से देख रही है। गाहे-बगाहे लोग अनुमान लगाते रहते हैं कि किसान अब और ज्यादा दिनों तक आंदोलन में नहीं बैठे रह सकते, लेकिन तभी किसान नया रणनीतिक दांव सामने लाकर सबको चौंका देते हैं। लोग अनुमान लगा रहे थे कि…
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