संघर्ष संवाद
Sangharsh Samvad

रमन सरकार का एक और कारनामा : बिना पुनर्वास दिए 702 दलित परिवारों को किया बेघर

छत्तीसगढ़ के भिलाई शहर के हास्पिटल सेक्टर 9 में अभी तक पचास साल पुराने दो ब्लाक धराशायी ( बुलडोजर से तोडे गये) 
बडी संख्या में महिलाएं और बच्चे घायल,
पानी बिजली बंद
बहुत बुरे हालात 
शांति पूर्वक बैठे लोगों पर लाठीचार्ज



इस भीषण गर्मी में बिना पुनर्वास दिए गरीबों के आशियाने को तोड़ना भाजपा सरकार के गरीब विरोधी चेहरे को उजागर करता है – छत्तीसगढ़ बचाओ आन्दोलन इस बर्बर कार्यवाही की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए लोगों के तत्काल  पुनर्वास की मांग करता है | पेश है छत्तीसगढ़ बचाओ आन्दोलन का बयान;

छत्तीसगढ़ के भिलाई शहर में हॉस्पिटल सेक्टर 9 में पचास वर्षों से निवासरत सफाईकर्मी 702 दलित परिवारों को बी.एस.पी. प्रबंधन  एवं राज्य सरकार द्वारा उजाड़ा जा रहा है | बी.एस.पी के बुलडोज़र के द्वारा जिला प्रशासन के सहयोग से भारी पुलिसवर्ग को तैनात करके, शांतिपूर्वक विरोध दर्ज कर रहे कर्मचारियों पर बर्बर लाठी चार्ज करते हुए 2 ब्लांको को तोड़ दिया गया |

ज्ञात हो की बी.एस.पी प्रबंधन के द्वारा जर्जर मकानों का हवाला देकर 702 मकानों को खाली करने का नोटिस कुछ दिन पूर्व ही दिया गया था | निवासरत परिवार पुनर्वास की मांग को लेकर और जब तक पुनर्वास नहीं दिया जाता तब तक बिल्डिंग ना तोड़ने की मांग को लेकर आंदोलनरत थे | परन्तु लोगों की जायज़ मांग पर ना तो बी.एस.पी. प्रबंधन ना ही राज्य सरकार द्वारा कोई भी संज्ञान लिया गया l

आज एक तरफ़ा कार्यवाही करते हुए इन ब्लांको को तोड़ दिया गया | सेक्टर 9 में निवासरत इन परिवारों में कई ऐसे परिवार हैं जो वर्षों पहले अपना सब कुछ छोड़ कर भिलाई शहर को संवारने और सजाने के लिए यहाँ बसे थे | इसमें अधिकतर परिवार ऐसे हैं जिनके पास अन्य कोई घर या विकल्प नहीं हैं | कई परिवारों ने तो घरो को खरीद भी लिया था इसके बावजूद भी बी.एस.पी. प्रबंधन ने इस कार्यवाही को अंजाम दिया है .
प्रभावितों के अनुसार ये घटना केवल कुछ बिल्डरों को भारी मुनाफा पहुंचाने के लिए, और गरीबों की ज़मीन छीन कर उस पर मॉल बनाने के लिए ही की गयी है |

आज एक तरफ देश के प्रधान मंत्री हर गरीब को छत और घर देने की बात कह रहे हैं, वहीँ दूसरी ओर 5000 लोगों के सर से छत छीन लिया गया है |

यह भाजपा सरकार की गरीब विरोधी चरित्र और दोगलेपन को उजागर करता है | छत्तीसगढ़ बचाओं आन्दोलन पुनः इसकी कड़े शब्दों में निंदा करता है और मांग करता है की इस कार्यवाही में शामिल सभी अधिकारियों को दण्डित किया जाया और तत्काल सभी परिवारों को मुवावजा और पुनर्वास दिया जाए |

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