संघर्ष संवाद
Sangharsh Samvad

राजस्थान : माइको बोश लिमिटेड मजदूरों की भूख हड़ताल का 9 वां दिन

राजस्थान के जयपुर शहर के सीतापुरा ओधोगिक क्षेत्र में माइको बॉश लेबरयन यूनियन  के बैनर तले पिछले 9 दिन से माइको बोश कम्पनी के मजदूरों की अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल जारी है तथा 24 मार्च से कम्पनी गेट पर मजदूर धरने पर बैठे है. यह मजदूर माइको बोश लिमिटेड में अवैध वेतन कटोती व् अवैध रूप से कार्य से प्रतिबंधित  किए जाने के खिलाफ धरना दे रहे है. पेश है माइको बॉश लेबरयन यूनियन  की विज्ञप्ति;

बॉश कम्पनी, जयपुर में 949 स्थायी कर्मकार पिछले पन्द्रह वर्षों से इस संस्था में कार्यरत है। हमारी वेतन वृदि तय नही हुई। क्योकि कम्पनी छह वर्ष पूर्व तय की गई वेतन को भी कम करके और तीस प्रतिशत उत्पादन में वृदि के साथ, हर तिमाही पर यह उत्पादन वृदि बढाने की अव्यवहारिक माग पर अड़ा हुआ है। जब हम लोग इस पर सहमत नहीं हुए तो कम्पनी प्रबन्धकों ने बहाने बनाकर जनवरी, 2015 से वेतन में कटौती शुरू कर दी।
यह कटौती फरवरी, मार्च तक लगातार बढ़ती रही। 19 मार्च को विभाग के सभी स्थायी 45 मजदूरों को कार्य से प्रतिबन्धित कर दिया। इसके विरोध में 45 मजदूरों ने कम्पनी गेट पर 24 मार्च से धरना देना शुरू कर दिया और श्रम विभाग की मध्यस्थता में कई दौर की वार्ता की गई, लेकिन कम्पनी न तो वेतन कटौती को रोकने पर सहमत हुई और न ही बाहर किये गये श्रमिकों को वापस काम पर लेने पर सहमत हुई। कम्पनी सिर्फ कम्पनी के पक्ष में एक तरफा वेतन समझौता करवाने पर अड़ी हुई है ताकि मजदूर आज से भी कम वेतन पर काम करने को मजबूर कर सके।

कम्पनी की मनमानी को शासन प्रशासन श्रम विभाग के सभी उच्च अधिकारों को पूरा समर्थन है। जिसके चलते लोकतात्त्रिक रूप से विरोध करने के मात्र हथियार हड़ताल को कुचलने की खुली धमकी श्रम विभाग व पुलिस प्रशासन से मिलने लगी।

ऐसी स्थिति में मजबूरन यूनियन के सातों पदाधिकारियों ने अपने सभी संथियों के हितों की रक्षार्थ 2 अप्रैल 2015 को सुबह 8 बजे से अनिश्चतकालीन भूख हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया ताकि धन व ताकत के नशे में चूर इस व्यापारिक संस्था के प्रबन्धकों और इनके समर्थक शासन प्रशासन के अधिकारियों को हम आत्मिक चुनौती दे सकें।

कटी हुई वेतन को लेने व बाहर निकाले स्थायी श्रमिकों को काम पर लेने की मांग के लिए किये जा रहे अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल के अनशन को कुचलने हेतु कम्पनी ने बिना किसी पूर्व सूचना के गैर कानूनी रूप् से रविवार 05 अप्रैल 2015 से सिर्फ स्थायी श्रमिकों के लिए तालाबन्दी का फरमान जारी कर दिया और अस्थायी श्रमिकों व ठेका श्रमिकों की बड़ी तादाद से लगातार कम्पनी ने उत्पादन कार्य चालू कर दिया।

उल्लेखनीय है कि यूनियन के साथ हुए त्रिपक्षीय (श्रम विभाग/कम्पनी/यूनियन) समझौते के तहत यह अनिवार्य है कि हड़ताल या तालाबन्दी से 14 दिन पूर्व दोनों पक्ष एक दूसरे को लिखित में सूचित करें।

सातों यूनियन पदाधिकारियों की भूख हड़ताल के समर्थन में प्रतिदिन पांच श्रमिक 24 घण्टे के क्रमिक अनशन (भूख हड़ताल) पर दिनांक 06/04/2015 से शुरू कर दिया गया है।

कम्पनी के इस दमनकारी व शोषणकारी नीतियों से, यहां पन्द्रह वर्षो से जीवन यापन कर रहे 949 स्थायी श्रमिकों के परिवारों के सामने भरण-पोषण की समस्या पैदा हो गई।

हम वेतन वृद्वि के लिए नहीं लड़ रहे है। सिर्फ काटा गया वेतन वापिस देने तथा सभी श्रमिको को काम पर लेने की मांग के साथ, हम सभी 950 श्रमिक बॉश कम्पनी के गेट पर धरने पर बैठे हैं और यूनियन के सातों पदाधिकारी 2 अप्रैल से अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल के अनशन पर बैठे है।

हम व हमारे परिवार आपसे निवेदन करते हैं कि मुश्किल वक्त में आप प्रभावशाली हस्तक्षेप करके हमारी मदद करें।
सधन्यवाद।
माइको बॉश लेबरयन यूनियन
जयपुर, राजस्थान
वेद प्रकाश 09785682268

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