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गुजरात
ज़रूरी अलर्ट सरदार सरोवर बांध : विस्थापितों ने जाम की रोड़; 150 विस्थापित आदिवासी गिरफ़्तार
21 अगस्त 2016; गुजरात के 2500-3000 हजार सरदार सरोवर विस्थापितों ने आज बांध स्थल पर जाने वाली रोड़ को वाघोडिया गाँव के पूल के पास रोक दिया है। पुलिसों ने केवडिया कॉलोनी में जारी आंदोलन से करीबन 150 आदिवासियों को गिरफ़्तार करके उन्हें पुलिस स्टेशन लेकर गई हैं। विस्थापित 15 जून 2016 से धरने पर बैठे। आज तक उन्हें कोई ठोस जवाब अधिकारियों ने नहीं दिया…
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जुल्म से मुक्ति के लिए अहमदाबाद से ऊना तक पदयात्रा : देशभर के बुद्धिजीवियों,…
दलितों के विरुद्ध बढ़ते अत्याचार तथा उत्पीड़न की घटनाओं को देखते हुए उना दलित अत्याचार लडत समिति द्वारा गुजरात…
नर्मदा बांध की ऊंचाई अवैध ढंग से बढ़ी, गुजरात में 30 किमी अंदर आया समुद्र : मेधा…
सरदार सरोवर बांध को लेकर बरती जा रही अनियमितताएं एवं तानाशाही रवैया अब अपने चरम पर पहुंच चुका है। इस वर्ष अवैध…
36 साल बाद नर्मदा विस्थापितों को एक बार फिर उजाड़ने को तैयार गुजरात सरकार
सन 1980 के दौरान पहली बार नर्मदा बांध से विस्थापित मध्य प्रदेश के 19 गाँवों के आदिवासियों को अपना गाँव छोड़कर, गुजरात के जिला नर्मदा के केवाडिया कॉलोनी स्थित पुनर्वास स्थल पर जाने के लिए मजबूर होना पड़ा था | इस विस्थापन से उनकी भाषा-संकृति, पर्यावरण भी प्रभावित हुआ था पर उन्होंने फिर भी अपने हकों के लिए लड़ाई जारी…
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नर्मदा बांध विस्थापित गुजरात के अनशनकारियों को देश भर के जन संघर्षों का समर्थन
गुजरात के बड़ोदरा शहर के केवड़िया कॉलोनी में नर्मदा बांध विस्थापित आदिवासी पिछले 6 दिनों से क्रमिक…
जबरन भूमि अधिग्रहण, कार्पोरेट लूट और फासीवाद के खिलाफ निर्णायक जंग का एलान :देश भर…
देश में वैश्विक पूंजी के हमले की वजह से बढ़ते निरंकुश कॉर्पोरेटीकरण तथा महत्वपूर्ण क्षेत्रों में प्रत्यक्ष…
गुजरात मॉडल की सच्चाई : आंकड़ों के फर्जीवाड़े और पसंदीदा कार्पोरेटों की लूट का मॉडल
भूमि अधिकार आंदोलन के बैनर तले चल रहे तीन दिवसीय जनसंघर्षों के राष्ट्रीय सम्मेलन के दूसरे दिन 17 जुलाई 2016 को गुजरात मॉडल की वास्तविकता पर चर्चा की गई। जिस गुजरात मॉडल को आज देश में बेचने की कोशिश की जारही है दरसल वह मॉडल आदिवासियों, दलितों और मजदूरों के हको के खून पर खड़ा है । इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि गुजरात में जहां एक…
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जनसंघर्षों के राष्ट्रीय सम्मेलन के तीसरे और अंतिम दिन सुबह 10 बजे से खुला सत्र
भूमि अधिकार आंदोलन के बैनर तले अहमदाबाद के गुजरात विद्यापीठ में आयोजित हो रहे जनसंघर्षों के राष्ट्रीय सम्मेलन…
तबाही और जमीन की लूट का दूसरा नाम है गुजरात मॉडल : मेधा पाटेकर
अहमदाबाद, 16 जुलाई 2016 : आज अहमदाबाद के गुजरात विद्यापीठ में भूमि अधिकार आंदोलन के बैनर तले तीन दिवसीय…
जल-जंगल-जमीन-जनतंत्र की रक्षा के लिए जनसंघर्षों का राष्ट्रीय सम्मेलन कल, 16 जुलाई 2016, से शुरु
देश की आम जनता के अधिकारों, पर्यावरण, प्राकृतिक संसाधन व जमीन को बचाने के लिए एक होकर आगे की रणनीति तय करने के लिए भूमि अधिकार आंदोलन के बैनर तले गुजरात के अहमदाबाद शहर में जल-जंगल-जमीन-जनतंत्र की रक्षा के लिए जनसंघर्षों का राष्ट्रीय सम्मेलन कल, 16 जुलाई 2016, से शुरु हो रहा है। 16-18 जुलाई 2016 तक चलने वाले इस तीन दिवसीय सम्मेलन में देश के…
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