संघर्ष संवाद
Sangharsh Samvad
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राज्यवार रिपोर्टें

पोस्को के विरोध में दिल्ली से भुवनेश्वर तक प्रतिरोध

दिल्ली स्थित पर्यावरण एवं वन मंत्रालय के भवन पर तथा उड़ीसा के भुवनेश्वर रेलवे स्टेशन के सामने लोयर पीएमजी स्ट्रीट पर आज सामाजिक संगठनों, कार्यकर्त्ताओं और छात्र-नौजवानों ने जगतसिंहपुर में पोस्को कम्पनी को पर्यावरण की मंजूरी के विरोध में प्रदर्शन किया. पॉस्को प्रतिरोध संग्राम समिति (पीपीएसएस) ने पॉस्को एवं दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति की भारत…
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प्रधानमंत्री जी: यह आधारशिला विनाश को न्यौता हैं !

करीब 2 करोड़ की आबादी वाले दिल्ली महानगर से महज 150 कि.मी. की दूरी पर किसी परमाणु संयंत्र (देश का सबसे बड़ा) की…

फतेहाबाद को फुकुशिमा बनाने की जिद्द !

गुजरी 13 जनवरी को हरियाणा के फतेहाबाद में ग्रामीणों के विरोध के बावजूद प्रधानमंत्री द्वारा गोरखपुर में परमाणु…

कितना खतरनाक है परमाणु संयंत्र ?

जिस पदार्थ की राख या बचा हुआ हिस्सा रेडियोधर्मी होकर अगले ढाई लाख वर्षों तक जहरीला बना रहे, ऐसे पदार्थ के जहरीलेपन की सीमा की कल्पना भी नहीं की जा सकती। भारत में पिछले कुछ वर्षों से ऊर्जा के क्षेत्र में परमाणु ऊर्जा को लेकर सुनहरे सपने दिखाए जा रहे हैं। यह आलेख परमाणु ऊर्जा के खतरों के बारे में है। पानी-पर्यावरण पर होने वाले प्रभावों को…
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प्रधानमंत्री जी : यह परमाणु प्लांट का नहीं लोगों की मौत का उदघाटन है !

हरियाणा के फतेहाबाद जिले के गोरखपुर गाँव में परमाणु प्लांट के शिलान्यास के खिलाफ व प्रधानमंत्री मनमोहन…

अन्ना-केजरीवाल से ऊँचा है मुलताई के किसानों के आंदोलन का कद

किसान संघर्ष समिति द्वारा हर साल 12 जनवरी को मुलताई में शहीद किसान स्मृति सम्मेलन का आयोजन किया जाता है. इस साल…

16वें शहीद किसान सम्मेलन में मुलताई घोषणा-पत्र 2014 जारी

मध्य प्रदेश के मुलताई में गुजरी 12 जनवरी 2014 को देश भर के जन आंदोलनों के साथी, शिक्षाविद, अधिवक्ता, सामाजिक कार्यकर्ता और आस-पास के गांवों से हजारों किसान 'किसान संघर्ष समिति' के आंदोलन को समर्थन देने पहुचें। गौरतलब है कि 12 जनवरी 1998 को मुलताई में किसानों के ऊपर हुए गोलीकांड में 24किसान मारे गए थे आज उस घटना के 16 साल पूरे…
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प्रधानमंत्री हरियाणा में नहर के किनारे रखेंगे सबसे बड़े परमाणु संयंत्र की आधारशिला…

मनमोहन सिंह वापस जाओ! फतेहाबाद का विनाश बंद करो !! प्रधानमंत्री आज हरियाणा के फतेहाबाद जिले के गोरखपुर गाँव…

हरियाणा में मनमोहन सिंह का परमाणु दुस्साहस!

आज 11 जनवरी 2014 को हरियाणा के फतेहाबाद शहर के रेड लाईट, अम्बेडकर सर्किल पर परमाणु संयंत्र विरोधी मोर्चा के…

फुकुशिमा अब और नहीं: भारत-जापान परमाणु समझौते का विरोध करें

जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे इस छब्बीस जनवरी को राजपथ पर होने वाले सरकारी तामझाम के मुख्य अतिथि हैं और उनके दौरे का एक मुख्य एजेंडा भारत-जापान परमाणु समझौता तय करना है. फुकुशिमा के बाद जापान ने जब अपने सारे अणु-बिजलीघर बंद कर दिए हैं, भारत को यह तकनीक बेचना अपने कारपोरेटों को घाटे से उबारने का खतरनाक तरीका है जिसका विरोध होना चाहिए। जापान खुद…
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