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राज्यवार रिपोर्टें
मजदूर अधिकार संघर्ष रैली : रामलीला मैदान से संसद मार्ग, 3 मार्च 2019
बहनो, साथियो!
जिस दिन का हम सब बड़ी बेसब्री से इंतज़ार कर रहे थे वह दिन आ गया है। आनेवाली 3 मार्च को दिल्ली के घरेलू कामगारों की हुंकार से संसद हिल उठेगी । देश भर के मज़दूरों, छात्रों-नौजवानों और बेरोजगारों के साथ हम दिल्ली के घरेलू कामगार अपनी माँगों का झंडा बुलंद करेंगे। 3 मार्च को रामलीला मैदान से संसद मार्ग तक हमारे हक़ और अधिकारों की माँग का…
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भारत के आदिवासियों को उनके जंगल से बेदखल करने वाले सुप्रीम कोर्ट के आदेश के खिलाफ…
साथियों,
सुप्रीम कोर्ट ने 13 फरवरी को एक ऐसा आदेश जारी किया है जो संभवतः आजाद भारत के इतिहास में आदिवासियों के…
आदिवासियों के साथ ऐतिहासिक अन्याय को दुरुस्त करते करते अन्याय को स्थाई कर दिया…
हाल ही में सर्वोच्च न्यायालय द्वारा आदिवासियों को वन भूमि से हटाने के दिए गए निर्देश ने संविधान और संवैधानिक…
नेशन फॉर फार्मर्स : कृषि संकट पर संसद में विशेष सत्र की माँग के लिए राष्ट्रीय सम्मेलन
कृषि संकट पर संसद में विशेष सत्र की माँग के लिए राष्ट्रीय सम्मेलन
1 से 3 मार्च, 2019
इंडिया इंटरनेशनल सेंटर, नई दिल्ली
दिल्ली 25 फरवरी 2019. कृषि संकट पर संसद में विशेष सत्र की माँग को लेकर ‘नेशन फॉर फार्मर्स’ अखिल भारतीय सम्मेलन आयोजित कर रहा है, कृषि संकट पर संसद में विशेष सत्र के प्रस्तावित एजेंडे पर चर्चा और विचार-विमर्श करने के लिए ‘नेशन…
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झारखण्ड में विपक्षी गठबंधन में जन आंदोलनों की हिस्सेदारी से ही भाजपा और आरएसएस को…
24 फ़रवरी 2019। झारखण्ड की राजधानी रांची के लोयोला सभागार में जन आंदोलन के संयुक्त मोर्चा ने लोकसभा चुनाव 2019 मे…
पांचवां दिन : जल-जंगल-जमीन के अधिकार के लिए सड़क पर उतरे आदिवासी, हजारीबाग से…
24 फ़रवरी 2019 झारखण्ड के हजारीबाग से लगभग 10 हजार आदिवासियों का मार्च आज काजू घाटी से गुजर चुका हैं. ये वो घाटी है…
छत्तीसगढ़ : सवैधानिक हकों और वन संसाधनों पर अधिकारों के लिए ग्राम सभाओं की एकजुटता
24 फरवरी 2019। छत्तीसगढ़ के कोरबा ज़िले के ग्राम मोरगा में सुप्रीम कोर्ट द्वारा 13 फरवरी को देश के लाखों आदिवासियों व वन समुदायों के खिलाफ आये आदेश के बाद ग्राम सभाओं का महाजुटान हुआ। अपनी तरह के विशिष्ट आयोजन में लगभग 150 ग्राम सभाओं के प्रतिनिधियों, पंचायती राज जन प्रतिनिधियों, संगठन के साथियों व छत्तीसगढ़ सरकार के मंत्री शामिल हुए। यह आयोजन…
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माई लॉर्ड : जंगल नहीं छोड़ेंगे आदिवासी, प्रतिरोध की तैयारी
-पूजा सिंह
रायपुर/भोपाल. देश की सर्वोच्च अदालत के आदेश के बावजूद देश भर के जंगलों में सैकड़ों सालों से रहने वाले…
मोदी सरकार की उपेक्षा के कारण 20 लाख आदिवासी परिवारों के सामने पैदा हुआ अस्तित्व…
केन्द्र की उदासीनता से आदिवासियों के अस्तित्व पर खतरा-रनसिंह परमार
केन्द्र की उपेक्षा के कारण आदिवासियों के…
बिहार : भूमि अधिकार की मांग पर जन संगठनों द्वारा आयोजित भूमि अधिकार जन जुटान
खूब चली आगे जमीन पीछे वोट नहीं जमीन तो नहीं वोट की हवा
विधान सभा चुनाव के बाद लोक सभा में भी जारी
पटना, 20 फरवरी। भूमि अधिकार जन जुटान रैली के संयोजक हैं प्रदीप प्रियदर्शी। इनके बहुआयामी नेतृत्व में 15 से अधिक जन संगठनों का महा संगठन बना। जन संगठन एकता परिषद, जन मुक्ति वाहिनी (जसवा), दलित अधिकार मंच, लोक समिति, लोक मंच, असंगठित क्षेत्र कामगार…
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