संघर्ष संवाद
Sangharsh Samvad
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राज्यवार रिपोर्टें

तिलका मांझी शहादत दिवस : आदिविद्रोही तिलका मांझी को संघर्षों का क्रांतिकारी सलाम

भारत के औपनिवेशिक युद्धों के इतिहास में जबकि पहला आदिविद्रोही होने का श्रेय पहाड़िया आदिम आदिवासी समुदाय के लड़ाकों को जाता हैं जिन्होंने राजमहल, झारखंड की पहाड़ियों पर ब्रितानी हुकूमत से लोहा लिया। इन पहाड़िया लड़ाकों में सबसे लोकप्रिय आदिविद्रोही जबरा या जौराह पहाड़िया उर्फ तिलका मांझी हैं। 13 जनवरी 1785 को अंग्रेजों ने तब भागलपुर के चौराहे…
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गडचिरौली में विस्थापन विरोधी संघर्ष को मजबूत बनाने का ऐलान

पिछले कही सालों से सरकार निजी कंपनियों द्वारा महाराष्ट्र के गडचिरोली के सुरजागड, आगरी-मसेली, बांडे, दमकोंडवाही…

19 साल अदालत के चक्कर काटने के बाद मिला मुलताई के किसानों को न्याय

मध्य प्रदेश के मुलताई में 1998 पर किसानों पर पुलिस गोली चालन से जुड़े 6 प्रकरणों में अतिरिक्त जिला एवं सत्र…

जमीन के बदले नकद किसी भी रूप में स्वीकार्य नहीं : सर्वोच्च न्यायालय

सरदार सरोवर परियोजना के संबंध में सुनवाई के दौरान भारतीय उच्च न्यायालय द्वारा नर्मदा के किसानों के भूमि अधिकार को बरकरार रखते हुए 10 जनवरी को कहा गया है कि परियोजना में जमीन के बदले नकद किसी भी रूप में स्वीकार्य नहीं है। एक तीन जजों की बेंच का नेतृत्व कर रहे सर्वोच्च न्यायालय के न्यायधीश जे.एस.खेहर ने नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण से स्पष्ट कहा है कि…
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पश्चिम बंगाल : भानगढ़ में 40000 किसान कृषि भूमि पर जबरन पावर ग्रिड लगाए जाने के…

पश्चिम बंगाल के भानगढ़ में बिना स्थानीय ग्रामीणों के एक चार सौ किलोवॉट के पावर ग्रिड का निर्माण किया जा रहा है। इस…

पन्ना टाइगर रिजर्व पार्क : शेरों के संरक्षण के लिए आदिवासियों की बलि

मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में स्थित पन्ना टाइगर रिजर्व पर्यटन के लिए पूरी दुनिया में मशहूर है। औसतन हर साल इस…

हीरो मोटोकॉर्प ठेका मज़दूरों ने किया संघर्ष तेज करने का ऐलान

तस्वीर : अमित आकाश हीरो मोटोकॉर्प, गुडगाँव से निकाले गए मजदूरों अपने संघर्ष को आगे बढ़ाते हुए हीरो मोटोकॉर्प ठेका मज़दूर संघर्ष समिति की अगुवाई में मिनी सचिवालय(गुड़गांव) पर 04 जनवरी 2017 को एक दिन की भूख़ हड़ताल पर बैठे। साथी रविंद्र नागर, नागेश कुमार, सिकन्दर, सन्दीप कुमार, विकास , कर्मवीर, सुनील, गजेंद्र, चिन्मय, मिलन सहित सभी मज़दूर भूख़…
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पिछले 10 दिनों से प्रशासन की तमाम कोशिशों के बावजूद झुग्गियां नहीं तोड़ने दे रहे…

नई दिल्ली के कठपुतली कॉलोनी के निवासी पिछले 10 दिनों से लगातार अपनी झुग्गियां तोड़े जाने की कोशिशों के खिलाफ…

कबीर कला मंच के साथियों को मिली जमानत : चार साल का कारावास भी नहीं दबा पाया…

3 अप्रैल 2013 को कबीर कला मंच के सदस्य शीतल साठे और उनके पति सचिन माली को महाराष्ट्र पुलिस ने नक्सल समर्थक होने…

हीरो मोटो कॉर्प ठेका मजदूरों की नजायज छंटनी के खिलाफ एक दिवसीय भूख हड़ताल

नरेंद्र मोदी द्वारा 8 सितंबर को लागू की गई नोटबंदी काला धन तो वापस न लेकर आ पाई लेकिन उसने हजारों मजदूरों के पेट पर जरूर लात मार दिया। नोटबंदी के तुरंत बाद से ही छोटी-बड़ी फैक्ट्रियों का बंद होना और मजदूरों का निकाला जाना जारी है। मोदी सरकार द्वारा 50 दिन पूरे हो जाने के बाद दिखाए गए खुशहाल देश के सपने की हकीकत एक ऐसे देश के रूप में निकल कर आया…
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