संघर्ष संवाद
Sangharsh Samvad

छत्तीसगढ़ : गांव बंद राष्ट्रीय किसान आंदोलन के समर्थन में सारागांव में किसानों का प्रदर्शन

रायपुर, दिनांक 1 से 10 जून तक चल रहे राष्ट्रीय किसान आंदोलन के तारतम्य में पेंड्रावन जलाशय बचाओ किसान संघर्ष समिति के बैनर तले आज सारागांव में किसानों ने विरोध प्रदर्शन कर गांव बंद आंदोलन में एकजुटता प्रदर्शित की। किसानों ने राहगीरों को सब्जियां बांटकर अपना विरोध जताया । ज्ञात हो कि किसानों की उपज के सही दाम, न्यूनतम सुनिश्चित आय, कर्ज माफी आदि मांगों पर देश भर में किसानों ने गांव बंद आंदोलन का आहवान किया था।

कार्यक्रम में बात रखते हुए किसान नेता उधोराम वर्मा ने कहा कि किसानों को राजनीतिक हितों से ऊपर उठकर सामने आना होगा। “उन्होंने कहा कि प्रदेश में सूखा के कारण किसानों की आर्थिक स्थिति बदहाल हैं इस स्थिति में भी फसल बीमा की राशि को किसानों को देने की बजाए सीधे उनके कर्जे में समायोजित की जा रही हैं।”

ग्राम बांगोली के सरपंच एवं संघर्ष समिति के अध्यक्ष भागवत नायक ने कहा कि जब तक किसानों को उनके उत्पाद के सही दाम नही मिलेंगे तब तक उनकी बदहाली समाप्त नही होगी। उन्होंने कहा कि हम भले की किसी भी राजनीतिक विचारों से जुड़े हो परंतु किसानो के सवालों पर एक जुट होकर संघर्ष करना पड़ेगा।

कमलेश ठाकुर ने कहा कि आज देश किसानों की मूलभत समस्याओं से भटकाने के लिए नए नए मुद्दों को सामने लाया जा रहा हैं। जानबूझकर धर्म और जाति के नाम पर किसानों को बांटा जा रहा हैं। छत्तीशगढ़ बचाओ आंदोलन के संयोजक आलोक शुक्ला ने कहा कि रमन सरकार को सिर्फ उधोगपतयो की चिंता हैं किसानों की नही। चुनावी घोषणा पत्र के वादे अनुरूप न तो धान का समर्थन मूल्य दिया और न ही सभी वर्षो का बोनस यहां तक कि ग्रीष्मकालीन धान पर पर प्रतिवन्धित लगाकर किसानों को चना लगाने कहा और जब चने की पैदावार हुई तो सरकार समर्थन मूल्य पर खरीद से पीछे हट गई। यह राज्य सरकार का किसानों के प्रति दोहरा रवैया हैं।

बलविंदर सिंह सैनी ने कहा कि आज किसानों के कारण ही पर्यावरण और पारिस्थितिकी तंत्र बचा हैं वरना अंधाधुंध शहरिकरण और उधोग स्थापित करके तो पूरा पर्यावरण ही खत्म किया जा रहा हैं। कार्यक्रम के संचालन पेंड्रावन जलशय बचाओ संघर्ष समितिके सचिव घनश्याम वर्मा न किया । कार्यक्रम में हेमंत ठाकुर ,अंकित वर्मा, वीर देवांगन, राजू वर्मा, नीलकंठ सिन्हा, दौलत बघेल, शुभम वर्मा, प्रदीप साहू, सतीश वर्मा, ईश्वरीय यादव, संतोष साहू, फगवा वर्मा आदि किसान उपस्थित रहे।

भवदीय
घनश्याम वर्मा
पेंड्रावन जलाशय बचाओ संघर्ष समिति बांगोली

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