संघर्ष संवाद
Sangharsh Samvad

एफटीआईआई छात्रों की जंतर मंतर पर दस्तक

फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एफटीआईआई) पुणे के छात्र पिछले 53 दिनों से एफटीआईआई के अध्यक्ष पद पर गजेंद्र चौहान की नियुक्ति के विरोध में प्रदर्शन कर रहे है. 3 अगस्त 2015 को पुणे से सैकड़ों छात्रों ने दिल्ली के जंतर मंतर पर दस्तक दी. छात्रों के सर्मथन में आइसा, क्रांतिकारी युवा संगठन, दिशा छात्र संगठन, नौजवान भारत सभा, अस्मिता, हिरावल, पछास आदि संगठन भी प्रदर्शन में शामिल हुए.

छात्रों ने अपनी मांगों को दोहराते हुए कहा कि जब तक गजेंद्र चौहान अपने पद से उस्तीफा नहीं दे देते या सरकार उनसे बात नहीं करती तब तक उनका विरोध जारी रहेगा. इसके आलावा छात्र सरकार से एफटीआईआई सोसाइटी को भंग करने की मांग पर अड़े हैं. छात्रों का विरोध एफटीआईआई सोसायटी के पांच सदस्यों-अनघा घसास, शैलेश गुप्ता, नरेंद्र पाठक, प्रांजल सैकिया और राहुल सोलापुरकर की नियुक्ति को लेकर भी है. छात्रों का कहना है कि ये सदस्य भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से जुड़े हुए हैं और उनमें सदस्य बनने की योग्यता नहीं है.

छात्रो ने जंतर मंतर से संसद की तरफ मार्च करने की कोशिश भी की लेकिन भारी पुलिस बल ने उन्हें रोक लिया. जिसके बाद विरोध कर रहे छात्र जंतर मंतर से कुछ आगे पारलियामेंट स्ट्रीट थाने के बाहर ही बैठ गए और सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते रहे.

दोपहर 2 बजे से शुरू हुए इस विरोध प्रदर्शन का शाम तक कोई ठोस नतीजा नहीं निकला. पुणे कैंपस के अंदर चल रहा इनका विरोध ज़ारी रहेगा.

 

 

 

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