संघर्ष संवाद
Sangharsh Samvad

9 अगस्त 2016 : 75 साल बाद फिर गूंजा ‘बहुराष्ट्रीय कम्पनियां’ भारत छोड़ों; देखें विभिन्न आंदोलनों की झलकियां

9 अगस्त 2016 को भारत की आजादी के आंदोलन के सबसे महत्वपूर्ण पड़ाव भारत छोड़ों आंदोलन के 75 वर्ष पूरे हो गए। अगस्त क्रांति के नाम से मशहूर इस आंदोलन के 75 वर्ष पूरे होने के अवसर पर देश भर के विभिन्न जनसंगठनों ने अपने-अपने मुद्दों को लेकर एक बार फिर बहुराष्ट्रीय कम्पनियां भारत छोड़ों का नारा दिया। पूरा देश कहीं एफ.डी.आई भारत छोड़ों तो कहीं आजादी मार्च के नारों से गूंज उठा। हम यहां पर आपके साथ विभिन्न आंदोलनों की झलकियां साझा कर रहे हैं। यदि आपके क्षेत्र में ऐसे किसी कार्यक्रम का आयोजन किया गया है तो आप हमें sangharshsamvad@gmail.com भेज सकते हैं। हम उसे भी इसमें शामिल करने का प्रयास करेंगे।

नैशनल हाकर्स फैडरेशन ने मणिपुर, अरुणाचलप्रदेश, बिहार, ओडिशा, राजस्थान, मध्य प्रदेश, झारखण्ड, उत्तर प्रदेश देल्ही, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, तेलगाना, कर्नाटका, प. बंगाल और अन्यों राज्यों में प्रदर्शन किए है.

केंद्र सरकार द्वारा खुदरा व्यापार में जो 100 प्रतिशत FDI विदेशी पूँजी निवेश लागु किया गया हैं, उससे फुटपाथ दुकानदार और छोटे खुदरा व्यापारियों पर इसका दुष्प्रभाव आना निश्चित हैं।

केंद्र सरकार का दावा हैं कि खुदरा बाजार क्षेत्र में 100 प्रतिशत FDI आने पर 1 करोड़ रोजगार विकसित होंगे, लेकिन इन 1 करोड़ रोजगार के निर्माण के कारण 4 करोड़ फुटपाथ दुकानदार, 9 करोड़ छोटे, कानदार(रिटेलर्स), ट्रांसपोर्ट क्षेत्र ,कोऑपरेटिव क्षेत्र,किसानो को मिलाकर कुल 25 करोड़ लोगो के रोजगार नष्ट होगा ।

स्मार्ट सिटी योजना के तहत अमरावती (महाराष्ट्र),करनाल(हरियाणा), रांची(झारखण्ड),इंदौर,ग्वालियर (मध्यप्रदेश)पंजाब,जैसे प्रदेशो में स्थानीय प्रशासन द्वारा फुटपाथ दुकानदारो पर की जा रही अवैध व बर्बर कार्यवाही में वर्तमान परिस्थिति अनुसार लाखो रोजगार को खत्म किया गया हैं,अमरावती में फुटपाथ दुकानदार भुखमरी के कगार पर आ गए हैं ,जिसका जिक्र कई महत्वपूर्ण अखबारों में किया गया हैं। फुटपाथ दुकानदारो की क़ानूनी और वाज़िब आवाज़ उठाने वाले प्रतिनिधियों को जिसमे करनाल (हरियाणा)के वीरेंदर ,और अमरावती (महाराष्ट्र)के गणेश मारोडकर को जिस प्रकार जेल में डाल कर प्रताड़ित किया जा रहा हैं ,यह पूर्णत: गेर क़ानूनी और अलोकतांत्रिक कार्यवाही कहलाएगी।

भारत में करीब 4 करोड़ फुटपाथ दुकानदार जो देश की अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान करते हैं, जिनका प्रतिदिन का 8 हजार करोड़ का आत्मनिर्भर व्यापार इस बात को सिद्ध करता हैं, की यह समाज का महत्वपूर्ण अंग हैं, और किसान से लगाकर घरो तक फुटपाथ दूकानदार एक महत्वपूर्ण कड़ी की भूमिका निभाता हैं। फुटपाथ दूकानदार समाज रूपी शरीर का वह अंग हैं, जिसके कमजोर होने से शरीर पक्षाघात का शिकार हो जायेगा ।

नेशनल ह्वाकर्स फेडरेशन इस “FDI भारत छोड़ो “प्रदर्शन के द्वारा पुरे भारत में स्मार्ट सिटी के नाम पर हो रहे अत्याचार और बर्बर कार्यवाहियों की घोर निंदा करता हैं, और खुदरा बाज़ार में 100 प्रतिशत FDI का खुले स्वर में विरोध करता हैं ।जिसके कारण देश का गरीब वर्ग व मजदुर वर्ग को परेशानियों का और अधिक सामना करना पड़ेगा।

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 




देश में अगस्त क्रान्ति पद यात्राओं का आगाज ।

 

 

• दलितों के विरुद्ध बढ़ते अत्याचार तथा उत्पीड़न की घटनाओं को देखते हुए उना दलित अत्याचार लडत समिति द्वारा गुजरात के अहमदाबाद से ऊना तक 5 से 15 अगस्त 2016 तक एक दलित अस्मिता पदयात्रा का आयोजन किया जा रहा है। इस यात्रा का प्रस्थान अहमदाबाद में वाल्मीकि बालिका नीली झंडी दिखाकर करेगी। और ऊना में 15 अगस्त को पीड़ित और वाल्मीकि बालिकाएं राष्ट्रध्वज फहराएगी।
• आदिवासियों के साथ हो रहे दमन और लोकतांत्रिक अधिकारों के हनन के खिलाफ बस्तर में 9 अगस्त से 15 अगस्त तक निकलेगी “अगस्त क्रांति पदयात्रा”। पद यात्रा 9 अगस्त को दंतेवाड़ा से शुरू होकर 15 अगस्त को 200 किमी चल कर सुकमा जिला के अंदरुनी गांव गोमपाड पहुंचेगी, जहां स्वर्गीय हिड़मे सहित हाल के माओवादी-पुलिस संघर्ष के दौरान मारे गए निर्दोष आदिवासियों को श्रद्धांजलि देते हुए ध्वजारोहण किया जाएगा ।

  • जमशेदपुर से राजधानी रांची की ओर पैदल 1 अगस्त से अपनी भाषा-संस्कृति और अस्मिता के लिए कूच पर हैं। आदिवासी युवा नौजवानों यह पद यात्रा कर रहे है।

दंगाई मीडिया भारत छोड़ो ! अगस्त क्रांति दिवस पर लखनऊ में गूँजा ‘3C मीडिया-क्विट इंडिया’ का नारा !

तीन ‘सी ‘ यानी कार्पोरेट, कास्टिस्ट और कम्युनल.. अगर मीडिया इन तीनों के रंग में रँगा है तो कहेंगे ‘3C मीडिया’। मीडिया के इस रूप ने उसकी साख को बुरी तरह कमज़ोर किया है। जनता कभी अख़बारों में छपे शब्दों को पवित्र मानती थी और न्यूज़ चैनलों पर आँख मूँदकर भरोसा करती थी, लेकिन अब खुलकर मीडिया को धंधा और पत्रकारों को दलाल बता रही है। 9 अगस्त, यानी अगस्त क्रांति की बरसी पर लखनऊ में गाँधी प्रतिमा पर इस 3C मीडिया को भारत से भगाने के लिए धरना दिया गया। धरने का आयोजन रिहाई मंच ने किया था जो मानवाधिकारों के सवालों पर ख़ासा सक्रिय है।

मजदूर हकों के लिए ट्रेड यूनियनों की ऐतिहासिक रैली
राष्ट्रीय ट्रेड यूनियनों के आह्वान पर मजदूरों-कर्मचारियों ने 9 अगस्त 2016 हरियाणा के करनाल एंव दल्लीमें महारैली करके मोदी और खट्टर, केजरीवाल सरकार को ललकारा,लाल झण्डों के साथ पुरूषों के साथ बड़ी संख्या में महिला मजदूरों व परियोजना वर्करों ने बहुत बड़ी संख्या में उपस्थित थे.मजदूर -कर्मचारियों ने भाजपा की सरकार को मेहनतकश विरोधी नीतियों के खिलाफ जंग के लिये ललकारते हुये नारा दिया कि या तो “जन विरोधी नीतियॉ बदलों या गद्दी छोड़ो” वरना देश के करोड़ो मजदूर कर्मचारी 2 सितम्बर को चक्का जाम करेंगें।

 

 

 

 

 

 

मध्य प्रदेश में

 

विश्व आदिवासी दिवस के मौके पर मध्यप्रदेश के आलीराजपुर जिले के जयस युवाओ ने हजारो की संख्या में एकजुट होकर विश्व आदिवासी दिवस बड़े धूम धाम से मनाकर इतिहास रच दिया है.

विश्व आदिवासी दिवस के मौके पर जयस युवाओ ने सामाज में शिक्षा संवैधानिक और संवैधानिक अधिकारों के साथ साथ अपनी भाषा,संस्कृति और अपने अस्तित्व की रक्षा करने का संकल्प लिया

 

समाजवादी समागम के राष्ट्रीय संयोजक डॉक्टर सुनिलम ने कहा की आज़ादी के ६९ सालों के बाद देश भर के पचास संगठनों ने देश में अगस्त क्रांति के अवसर पर २०० स्थानों पर कार्यक्रम किए। उन्होंने कहा की माता प्रसाद पांडेय जी, अम्बिका चौधरी जी, शिव गोपाल मिश्रा जी, justice Sachar ने न्यूनतम कार्यक्रम के आधार पर समाजवादी एक जुटता की दिशा में मेधा पाटकर के संयोजन में २१-२२ ऑक्टोबर को मुंबई में होने वाला समाजवादी एक जुटता सम्मेलन मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने देश भर में मानव अधिकार वादियों द्वारा इरोम शर्मिला के १६ वर्ष के अनशन समाप्त करने के अवसर पर AFSPA विरोधी कार्यक्रम देश भर में आयोजित करने, श्रमिक संगठनों द्वारा केंद्र की श्रमिक विरोधी नीतियों के ख़िलाफ़ देश भर में प्रदर्शन आयोजित करने तथा आदिवासी संगठनों द्वारा देश भर में ९ ऑगस्ट को आदिवासी दिवस के तौर पर आदिवासी दिवस मनाने के फ़ैसले को ऑगस्ट क्रांति तथा ककोरि के शहीदों को सच्ची श्रद्धांजलि बताया।

 

गस्त क्रांति की ७५ वी वर्षगांठ पर मशाल जुलूश निकाला सरकार की जनविरोधी नीतियो का विरोध किया

छिंदवाड़ा- अगस्त क्रांति की ७५ वी वर्षगांठ पर इंदिरा तिराहा से जोइंट ट्रेड यूनियंस के आव्हान पर मशाल जुलूश निकाल कर
केंद्र सरकार की जनविरोधी नीतियो का विरोध कर बहुराष्ट्रीय कंपनी भारत छोडो, पेप्सी कोला भारत छोडो..एफडी आई भारत छोडो,के नारे लगाते हुए रैली फवारा चौक होकर जेल तिराहा पहुची. रैली मे बड़ी संख्या मे महिलाये एवं जनसंगठनों के साथी उपस्थित थे ..रैली को कॉमरेड सेन गुप्ता . बी.एस दवंडे. सलिल शुक्ला.डी के प्रजापति . तौशिफ सब्जवारी.कमलकरमेले.महेश सोनी ने संबोधित कर केंद्र सरकार के द्वारा अपनाई जा रही जनविरोधी श्रमिक विरोधी नीतियो के बारे मे विस्तार से बताया सरकार लगातार सार्वजानिक उपक्रमो को बंद करने की तैयारी कर उन्हें कॉरपोरेट्स के हाथो मे देने के लिए आतुर है ..हमे आज आज़ादी की दूसरी लड़ाई लड़ने के लिए तैयार रहना पड़ेगा यह देश की आज़ादी के लिए खतरा है क्योंकि सरकार की मंशा आम आदमी को राहत पहुचने की नहीं बल्कि उसे बर्बाद करने की है देश को बेचने की साज़िश बड़े पैमाने पर जारी है ..हमें सरकार की जनविरोधी नीतियो का खुलकर विरोध करना पड़ेगा नहीं तो यह सरकार आम आदमी का जीना मुश्किल कर देगी ..रैली मे २ सितंबर २०१६ को होने वाली राष्ट्रव्यापी हड़ताल को समर्थन देने की अपील की गयी यह हड़ताल देश की दिशा एवं दशा तय करेगी यह सरकार हर मुद्दे पर विफल रही है और देश को चौतरफा तबाही की और धकेलने का काम पूरी ताकत के साथ कर रही है जिसे हमे हर हाल मे रोकना पड़ेगा और हम सरकार की मंशा को सफल नहीं होने देंगे.यह सरकार देश की संप्रभुता के खिलाफ एक बड़ा खतरा है.

रैली मे एम् पी एम् एस आर यू..बी एस यन एल ..हिन्द मज़दूर किसान पंचायत .आज़ादी बचाओ आंदोलन .बैंक एम्पलॉयज एसोसिएशन .बीमा एम्पलॉयज एसोसिएशन.जनसंघर्ष मोर्चा .सहित अन्य जनसंगठन के साथी, सुषमा प्रजापति सपना सेन शोभा शर्मा विजयेता सराठे ,पारवती मथुरिया ,,वर्षा सराठे कलावती सराठे .. मौजूद थे ..

 

नागेपुर में सड़को पर बहायी गयी पेप्सी और कोका कोला की बोतल। लिया नही पिने का संकल्प।

नागेपुर में सड़को पर बहायी गयी पेप्सी और कोका कोला की बोतल। लिया नही पिने का संकल्प।
मिर्जामुराद (वाराणसी) 9 अगस्त ।दूध दही के देश में कोका कोला नही चलेगा, पेप्सी कोला कोका कोला दोनों पहनें खूनी चोला, कोका कोला शर्म करो पानी चुराना बंद करो, पेप्सी कोला शर्म करो जहर पिलाना बंद करो, किसानों ने मचाया शोर कोका कोला पानी चोर आदि बुलंद नारे लगाते हुए सैकड़ो ग्रामीण बच्चे प्रधानमंत्री आदर्श गाँव नागेपुर में पेप्सी और कोका कोला की दर्जनों बोतलें सड़को पर बहायी गयी । सभी ने कोका कोला और पेप्सी कोला जैसे हानिकारक शीतलपेय को नही पीने का संकल्प लिया । क्रांति दिवस के अवसर पर लोक समिति द्वारा आयोजित कार्यक्रम में वक्ताओं ने कहा कि मेहदीगंज कोका कोला कम्पनी द्वारा रोजाना लाखों लीटर पानी का ब्यवसायिक दोहन किया जा रहा है जिसके कारण भूजल नीचे जाने से मेहदीगंज समेत आसपास के गाँवो में भयंकर पानी का संकट हो गया है।इतना ही नही केंद्रीय भूजल बोर्ड ने आराजी लाइन ब्लाक को अतिदोहित क्षेत्र घोषित कर दिया है और उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा इस क्षेत्र में नये हैण्डपम्प बोरबेल लगाने को प्रतिबन्धित कर दिया है इसके बावजूद कोका कोला द्वारा भूजल दोहन लगातार जारी है। कंपनी से निकलने वाले कचरे और जहरीले पानी से आसपास की जमीन और पानी भी प्रदूषित हो रही है। ग्रामीणों ने अविलम्ब कोका कोला कारखाने को बंद करने की मांग किया है।

लोक समिति के संयोजक नन्दलाल मास्टर ने बताया कि कम्पनी को बंद कराने को लेकर एक दशक से ज्यादा समय से ग्रामीण आंदोलन कर रहे है, कई बार नागेपुर के लोगो और माहिलाओं को जेल भी जाना पड़ा, प्रधानमंत्री जी ने जब गांव को गोद लिया तो एक उम्मीद जड़ी थी कि प्रधानमंत्री जी मामले को संज्ञान में लेकर कंपनी के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करेंगे लेकिन अभी तक कोई कार्यवाही होती दिख नही रही है जबकि पानी का संकट दिनोदिन बढ़ता जा रहा है। उन्होंने आगे बताया कि लोक समिति कोका कोला के काले कारनामो और पानी संकट पर एक ब्यापक रिपोर्ट तैयार कर रही है जल्द ही इस रिपोर्ट की प्रति प्रधानमंत्री जी को भेजा जायेगा और कंपनी को बंद कराने के लिए और ब्यापक आंदोलन किया जायेगा। जिस प्रकार 9 अगस्त 1942 को गांधीजी ने विदेशी सामानों की होली जलाकर अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ आंदोलन शुरू किया था इसी प्रकार आज से शुरू बहिस्कार कार्यक्रम दूसरे गाँवो में भी चलाया जायेगा।

कार्यक्रम का नेतृत्व लोक समिति संयोजक नंदलाल मास्टर ने किया। इस अवसर पर विद्या, शमबानो, नाजमा, सरिता,अनीता,श्यामसुन्दर,पंचमुखी,विजय,अमित,मनीष,सुरेश,श्रद्धा,और आशा सामाजिक विद्यालय नागेपुर के
बच्चे शामिल रहे।

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