संघर्ष संवाद
Sangharsh Samvad
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अकाल और सरकारी उपेक्षा / उत्तर प्रदेश / बुंदेलखंड / सूखा /

इसे सूखा नहीं, सामूहिक नरसंहार कहिए !

स्वतंत्र पत्रकार अभिषेक श्रीवास्तव ने सूखा, पलायन, भूखमरी और किसानों की आत्महत्या से पस्त बुंदेलखंड से लोट कर यह लम्बी रिपोर्ट लिखी है जिसे हम चार किस्तों में आपसे साझा करेगे. पेश है बुंदेलखंड की जमीनी हालत पर लिखी रिपोर्ट का अंतिम चौथा भाग; पहला भाग यहाँ पढ़े …
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अफवाहों से बुंदेलखंड में नाकामी छुपाने की कोशिश

स्वतंत्र पत्रकार अभिषेक श्रीवास्तव ने सूखा, पलायन, भूखमरी और किसानों की आत्महत्या से पस्त बुंदेलखंड से लोट कर…