संघर्ष संवाद
Sangharsh Samvad
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तीन रंग वाली आज़ादी

तीन रंग वाली आज़ादी : जेएनयू, देशद्रोह और संघी हिंसा

-हिमांशु पंड्या मैं सबसे संवेदनशील मुद्दे नारे-पोस्टर-सभा पर ही बात करूंगा. उसके बहाने कई बातें आयेंगी. पहली बात, मैं अब यह दावे से कह सकता हूँ कि 'पाकिस्तान जिंदाबाद' का नारा वहां लगाया ही नहीं गया था.यह जी टीवी था जिसने 'भारतीय कोर्ट जिंदाबाद' को बड़ी कुशलता से टेम्परिंग के जरिये 'पाकिस्तान जिंदाबाद' में बदला और फिर जब उसमें एबीवीपी के लोग ही…
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