संघर्ष संवाद
Sangharsh Samvad
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राज्यवार रिपोर्टें

मारूती मजदूरों को आजीवन कारावास : ‘न्याय’ पर एक टिप्पणी

-पंकज त्यागी, वकील और मानवाधिकार संगठन कार्यकर्ता न्याय का अर्थ आमतौर पर अन्याय से मुक्ति के रूप में लिया जाता है। लेकिन न्याय करने वाला भी एक पक्ष होता है। महान कथाकार प्रेमचंद ने इस पक्ष को पंच परमेश्वर बताया था। लेकिन आज की राजसत्ता यह पंच परमेश्वर हो, यह जरूरी नहीं है। यदि हम दलित, आदिवासी, मुसलमान और आम लोगों की जेलबंदी और सजा को देखें तो…
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छत्तीसगढ़ : नौकरी के वायदे के नौ साल बाद मिली तो पुलिस की लाठी -गोली

-तामेश्वर सिन्हा छत्तीसगढ़। बस्तर(कांकेर )- रावघाट रेल परियोजना के तहत रेलवे प्रभावित किसान वादा के मुताबिक नौकरी नहीं दिए जाने कि लेकर पिछले 11 दिनों से रेल पटरी पर बैठ कर हक के लिए आन्दोलन कर रहे थे लेकिन किसानो को जबरिया बल पूर्वक गिरफ्तार कर आस्थाई जेल में डाल दिया गया। गुरुवार दोपहर को फ़ोर्स ने अचानक सभी आन्दोलनकारी किसानो को बल पूर्वक…
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हाइकोर्ट ने 2012 में करछना भूमि अधिग्रहण रद्द कर दिया परंतु सरकार अभी भी लगी है…

13 मार्च 2018 को किसान कल्याण संघर्ष समिति करछना एवं जन संघर्ष समन्वय समिति के बैनर तले इलाहबाद जिले के…

मध्य प्रदेश के आदिवासियों ने दी चेतावनी : यदि आदिवासी हुआ बेघर तो नाम मिट जाएगा…

11 मार्च 2018। मध्य प्रदेश के धार जिले की मनावर तहसील के सोंढुल गाँव में अल्ट्राटेक सीमेंट की फैक्ट्री के…

नासिक से मुंबई तक गूंज रही कर्ज मुक्ति की किसान गर्जना

पूरे देश में उठ रही किसान विद्रोहों की लहर अब देश की औद्योगिक राजधानी तक पहुंचने वाली है। 6 मार्च 2018 को नासिक से…

छत्तीसगढ़ : अधूरे डैम की जानकारी मांगी तो वन विभाग ने फ़ाइलें ही जला दी

-रमेश अग्रवाल छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में बढ़ते हाथियों के प्रकोप से बचाने और उनके लिये पानी की व्यवस्था…