संघर्ष संवाद
Sangharsh Samvad

पुलिसिया दमन के विरोध में राजस्थान के जन संगठनों का प्रदर्शन

प्रवासी मजदूर कुलदीप सिंह के हत्यारों को गिरफ्तार करो
एन.एफ.आई.डब्ल्यू. की कार्यकर्ता निशा सिद्धू, एटक के नेता प्रेम जी सहित मजदूरों के साथ हिरासत में मारपीट, गाली गलोच करने वाला एस.एच.ओ. विश्वकर्मा के खिलाफ एफ.आई.आर. व गिरफ्तार करो।
पुलिसिया दमन के विरोध में प्रदर्शन

21 जुलाई 2015, 10: 00 बजे
स्थान : जयपुर के शहीद स्मारक पार्क,
जयपुर पुलिस आयुक्त के ऑफिस के सामने,
पुराण गवर्नमेंट हॉस्टल, जयपुर

जयपुर, 18 जुलाई, 2015

जैसे कि आपको विदित है कि 30 जून, 2015 को महिला कार्यकर्ता निशा सिद्धू, एटक के प्रेम जी सहित अनेक मजदूरों की बेवजह मारपीट व गाली-गलौच की जिससे पूरे औरत समाज का अपमान हुआ, यह हरकत तत्कालीन विश्वकर्मा थाना एस.एच.ओ. दीपक खण्डेलवाल ने की। 29 जून, 2015 को प्रवासी मजदूर कुलदीप प्रसाद सिंह की गुण्डो द्वारा मारपीट व पुलिस और अस्पतालों की लापरवाही के कारण मौत हो गई थी। इस हत्या को लेकर सारे प्रवासी मजदूर स्तब्ध थे।

इस लिए जब कुलदीप प्रसाद सिंह की लाश एस.एम.एस अस्पताल से अन्तेष्टी के लिए विश्वकर्मा थाने के पड़ोस में शमशान घाट में ले जाना था तो सभी मजदूर थाने पर ही इकट्ठे हो गये। अभी भी पूछ रहे थे कि हत्यारों को क्यूं नहीं पुलिस गिरफ्तार कर रही है। कि निशा सिद्धू जो एक अलग बैठक के लिए वहां से गुजर रही थी लाश और भीड़ देखकर रूक गई। अभी तो वह पहुंची भी नहीं थी कि एस.एच.ओ. ने उसे निशाना बनाते हुये गाली-गलौच व मारपीट चालू कर दी और 8-10 लोगों को थाने के अन्दर ले गये जहां मारपीट जारी रही। पुलिस कमिश्नर के हस्तक्षेप से इन सभी लोगो को छोड़ा। जिसके पश्चात उस मजदूर की अन्तेयष्टी की गई।

दिनांक 1 जुलाई, 2015 से लगातार जयपुर पुलिस आयुक्त जंगा राव, गृहमंत्री गुलाब चन्द कटारिया, डी.जी. पुलिस मनोज भट्ट के साथ इस मुद्दे को लेकर महिला जन संगठन व ट्रेड यूनियन के प्रतिनिधियों ने मुलाकात की। लेकिन आज दिन तक तत्कालिन एस.एच.ओ. के खिलाफ एफ.आई.आर. दर्ज नहीं किया गया ना गिरफ्तारी की गई। पुलिस आयुक्त का कहना है कि वे अनुशासनात्मक कार्यवाही कर रहे है। इसलिए एफ.आई.आर. की जरूरत नहीं है। एफ.आई.आर. से पुलिस का मनोबल टूटता है।
जयपुर में कुलदीप प्रसाद सिंह के हत्या को लेकर न्याय व निशा सिद्धू व अन्य के साथ हिरासत में हुई हिसां को लेकर महिला, जन संगठन व ट्रेड यूनियन ने मिलकर एक मंच बनाया है और संघर्ष करने का तय किया। 5 जुलाई, 2015 को एक संयुक्त प्रेस सम्मेलन आयोजित किया और 11 जुलाई को दिल्ली से राज्य सभा सदस्य व सी.पी.आई. पार्टी के राष्ट्रीय सचिव श्री डी. राजा व एन.एफ.आई.डब्ल्यू. महासचिव एनी राजा ने उपरोक्त मुद्दों पर प्रेस सम्मेलन को सम्बोन्धित किया व दिल्ली में 15 जुलाई को राजस्थान के रेजीडेन्ट कमीश्नर के कार्यालय के बाहर बिकानेर हाऊस पर प्रदर्शन हुआ।

उपरोक्त दोनो घटनाओं, हमारा अभियान व हमारी मांगों को लेकर विस्तृत नोट संलग्न है।

आप सभी से गुजारिश है आप बड़ी संख्या में पुलिस जुल्म के खिलाफ जयपुर के शहीद स्मारक पार्क में 21 जुलाई, 2015 को प्रातः 10.30 बजे पहुंचे। 21 जुलाई की सुबह राजस्थान के विभिन्न हिस्सों हो रहे पुलिस जुल्म के खिलाफ जन सुनवाई रखी जायेगी। जिसके पश्चात प्रदर्शन होगा।

महिला व जन संगठन – अरूणा राॅय, रेणुका पामेचा, ममता जैटली, कविता श्रीवास्तव, लाड़ कुमारी जैन, सुमित्रा चैपड़ा, कुसुम साईवाल, कोमल श्रीवास्वत, आ’ाा कालरा, राखी, मालती गुप्ता, प्रेमकृष्ण शर्मा, मेवा भारती, राजकुमारी डोगरा, राखी, नि’ाा सिद्धू हरकेश बुगालिया, मुकेश गोस्वामी, सवाई सिंह, राशिद, नाजि़मुद्दीन।।

ट्रेड यूनियन- डी.के. छांगाणी (महासचिव, एटक), एम.एल. यादव (अध्यक्ष, एटक), गुमान सिंह (इंटक, अध्यक्ष), मुकेश माथुर (संयुक्त सचिव, एच.एम.एस.), रवीन्द्र शुक्ला (अध्यक्ष सीटू) राजबिहारी शर्मा (वरिष्ठ उपाध्यक्ष, जी.एम.एस.), रामपाल सैनी (अध्यक्ष, आर.सी.टू), हरकेश बुगालिया (महासचिव, निर्माण व जनरल वर्कर्स यूनियन), महेश मिश्रा (आॅल इण्डिया बैंक एम्लाॅइज एसोसिएशन)

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