संघर्ष संवाद
Sangharsh Samvad
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किसान आंदोलन

किसान आंदोलन के पूरे 13 महीने का ब्योरा : कब, कहाँ, क्या हुआ

‘378’... ये महज़ एक संख्या नहीं बल्कि वो दिन और राते हैं, जो हमारे देश के अन्नदाताओं ने दिल्ली की सड़कों पर गुज़ारी हैं... चिलचिलाती धूप, मूसलाधार बारिश और भीषण ठंड को किसानों ने सिर्फ़ इसलिए झेला ताकि आने वाली पीढ़ियां कभी इस गर्त में ना फँसें। न्यूज़ क्लिक से साभार रवि शंकर दुबे की रिपोर्ट; पंजाब, हरियाणा समेत पूरे देश का किसान दिल्ली में गाजीपुर…
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किसानों को न्याय दिलाने का ऐतिहासिक आंदोलन के 11 माह पूरे : दशा और दिशा

यूं तो भारत में किसान आंदोलन का इतिहास आजादी के आंदोलन से साथ जुड़ा हुआ है। आजादी के बाद भी किसान आंदोलन लगातार चलते…

उत्तर प्रदेश : बेचन यादव की आत्महत्या ने उजागर की पूर्वांचल में किसानों की तबाही-…

आजमगढ़: रिहाई मंच ने आजमगढ़ के करुई गांव में कर्ज के बोझ से दबे किसान बेचन यादव की आत्महत्या के बाद मृतक के परिजनों…

कृषि बिल के खिलाफ किसानों ने किया मई के पहले सप्ताह में संसद कूच का ऐलान

संयुक्त किसान मोर्चा ने 31 मार्च 2021 को अपना बयान जारी करते हुए कहा कि “लंबे समय से दिल्ली की सीमाओं पर बैठे किसानों ने ये फैसला लिया है कि वो अपनी मांगों को लेकर संसद की तरफ कूच करेंगे।” सयुंक्त किसान मोर्चा की आमसभा में निम्न निर्णय लिए गए- 1. 5 अप्रैल को FCI बचाओ दिवस मनाया जाएगा जिस दिन देशभर में FCI के दफ्तरों का घेराव किया जाएगा। 2. 10…
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कृषि-संकट मानवता का संकट है, वक़्त आ गया है कि देश भर के वंचित अब संसद घेर लें!

पी साईंनाथ का यह आलेख पीप्लस आर्काइव ऑफ रूरल इंडिया  पर 22 जून 2018 पोस्ट किया गया  था जो आज भी प्रासंगीक है.…

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस : महिलाओं के नाम रहा आज पूरा किसान आंदोलन

सयुंक्त किसान मोर्चा प्रेस नोट 103 वां दिन, 8 मार्च 2021 सयुंक्त किसान मोर्चा के राष्ट्रव्यापी आह्वान पर आज…

दिल्ली के 100 गांव एकजूट : किसान आंदोलन के समर्थन का ऐलान

-दीवान सिंह दिल्ली के नजफ़गढ़ में 7 मार्च 2021 को किसान आंदोलन के समर्थन में आयोजित पंचायत में 100 गांवों के प्रतिनिधियों ने 3 कृषि कानून, आपसी भाईचारा और मीडिया का रोल पर चर्चा की गई। इस पंचायत में करीब 100 गांवो के प्रतिनिधि और शहरी Resident welfare association (RWAs) ने मिलकर किसान आंदोलन के प्रति अपना समर्थन घोषित किया। भावी रणनीति के लिए 21…
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कर्नाटक : ‘MSP दिलाओ अभियान’ में दिखें किसान विरोधी कानूनों से मंडी खत्म…

‘संयुक्त किसान मोर्चा’ ने कर्नाटका से अपने ‘एमएसपी दिलाओ अभियान’ की शुरुआत की है। गुलबर्गा और बल्लारी की कृषि उपज…

उत्तर प्रदेश : पूर्वांचल में संयुक्त किसान मोर्चा के गठन का आगाज, बनारस सहित तीन…

वाराणसी। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के राजनीतिक धड़े भारतीय जनता पार्टी (BJP) की अगुआई वाली केंद्र की मोदी…

100 दिन : अधिकारों और न्याय के संघर्षों में परिवर्तित होता किसान आंदोलन

-जगदीप सिंग संधू  कृषि पारंपरिक तौर से भारतीय समाज की सांस्कृतिक पहचान है। कृषि ही जीवन पद्धति की धुरी है। कृषि के साथ पशुपालन मौलिक अंग है। अन्य सहायक जीव-जन्तुओं के प्रति सौहार्द, पर्व उत्सव मेले फसलों व अनाज के महत्व पर आधारित। भूमि, गगन, वायु, अग्नि, नीर, प्रकृति को भगवान मानने वाले, पाखण्ड और आडम्बर से दूर, निराकार में देवशक्ति व अलौकिकता…
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