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बांध विरोधी आंदोलन
जेपी कंपनी के कड़छम-वांगतू प्रोजेक्ट का बांध तोड़ने का आदेश, 5.19 लाख का जुर्माना
किन्नौर एसडीएम कोर्ट का फैसला :जेपी कंपनी के कड़छम-वांगतू प्रोजेक्ट का बांध तोड़ने का आदेश, 5.19 लाख का जुर्माना
हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले के भावानगर एसडीएम कोर्ट ने 19 मार्च को जेपी कंपनी की ओर से बनाए गए 1000 मेगावॉट के कड़छम-वांगतू प्रोजेक्ट के बांध के आधे निर्माण को तोड़ने के आदेश दिए हैं। बांध पर करीब 100 करोड़ रुपए…
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ओम्कारेश्वर बांध विरोधी आंदोलन निर्णायक दौर में
गुजरी 25 फरवरी को ओम्कारेश्वर बांध प्रभावितों ने ओम्कारेश्वर शहर में विशाल रैली निकली. रैली में शामिल लगभग…
सर्वोच्च न्यायलय : इंदिरा सागर बांध में बिना पुनर्वास के पानी भरने पर सरकार को…
न्यायलय के आदेशों का उल्लंघन कर लायी गई थी डूब!
डूब के खिलाफ हुआ था जगह जगह जल सत्याग्रह!!
गुजरी 4 जनवरी को…
दिल्ली की प्यास बनी हिमाचल की त्रास
दिल्ली के निवासियों को ज़िंदा रखने की कीमत हिमाचल के लोग अपनी आजीविका के विनाश और रेणुका बाँध परियोजना के दुष्प्रभावों के रूप में चुकाने पर मजबूर हैं. क्या दिल्ली की प्यास हज़ारों लोगों को बेघर और बेबस कर ही बुझेगी? रेणुका बांध परियोजना गिरी नदी पर 148 मीटर ऊँचा 26 किमी लंबी झील लगभग 2100 हैक्टेयर जमीन लगभग 1142 परिवार तथा 70 पंचायतों से भी अधिक लोग…
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नर्मदा: पुनर्वास में भ्रष्टाचार
नर्मदा नदी पर निर्माणाधीन सरदार सरोवर और इंदिरा सागर बांध मे विस्थापितों के पुनर्वास के नाम पर हो रहे भ्रष्टाचार…
बर्बर पुलिसिया दमन के विरोध में मध्य प्रदेश भवन पर प्रदर्शन
मेधा पाटकर का छिन्दवाड़ा की जेल में भूख हड़ताल का दूसरा दिन
आज भी नहीं सुनी सिटी मजिस्ट्रेड ने जमानत…
लोकतंत्र रामलीला मैदान में कैद, छिंदवाडा में सरकारी-कारपोरेट राज
छिंदवाडा में सत्याग्रह पर बैठी मेधा पाटकरपिछले तीन दिनों में दिल्ली और छिंदवाडा पर एक साथ नज़र डालें तो यह साफ़ हो जाता है कि देश के सत्तावर्ग ने खुलकर कारपोरेट की ताकत के पक्ष में खड़े होने का फैसला कर लिया है. संविधान का लिहाज और बची-खुची आँख की शर्म भी धो डाली है. कल दिन में जब दिल्ली के रामलीला मैदान में भाड़े की भीड़ को संबोधित करते हुए देश की…
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बन्दूक की नोक पर विकास नहीं होगा….
छिंदवाड़ा में पुलिसिया दमन और गिरफ़्तारियों के बल पर किसान आन्दोलन को दबाने, और किसानों को उजाड़ने का विरोध…
पेंच व्यवर्तन परियोजना: संघर्ष जारी और जरुरी हैं – मेधा पाटकर
छिंडवाड़ा जिले में पेंच नदी पर 41 मीटर का बड़ा बांध केन्द्रीय मंत्री कमलनाथ जी के चुनाव क्षेत्र में राज्य और…
पेंच व्यपवर्तन विरोधी आंदोलन: आंदोलनकारियों पर कसा जिला प्रशासन का शिकंजा
देश के नागरिकों से अपील डॉ. सुनीलम को जेल भेजने के बाद जिला प्रशासन ने पुरे छिंदवाडा क्षेत्र में धारा 144 लागू कर दिया है. 4 नवम्बर 2012 से भूमि अधिग्रहण शुरू करने का आदेश देकर लोगों को गाँव खाली करने के लिए धमकाना शुरू कर दिया है. लोग इस जबरदस्ती के खिलाफ इकट्ठा हो बाम्हनवाड़ा में 31 अक्टूबर 2012 से धरना शुरू कर दिया. प्रख्यात समाजकर्मी मेधा…
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