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भूमि अधिग्रहण विरोधी आंदोलन
आप आंदोलन में हैं, तो व्यक्तिगत मुकदमों के लिए तैयार रहें : दयामनी बारला
जेल से छूटने के बाद दयामनी बारला से आज दिल्ली में मुलाकात हुई. कारपोरेट-सरकारी गठजोड आज जिस शातिर तरीके से उन सबकी आवाज़ चुप कराने में लगा है जो अपने आस-पास लोकतंत्र और लोगों के हक को लेकर बोलते हैं, इसकी ताज़ा मिसाल हैं दयामनी बारला. डॉ. सुनीलम की रिहाई के लिए 12 जनवरी को मुलताई में हुई जन-सुनवाई से होकर आईं दयामनी जी ने देश भर में इस तरह…
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पोस्को के खिलाफ आंदोलनरत किसान गिरफ्तार, जबरन भूमि-अधिग्रहण का सरकारी फरमान जारी
पोस्को भारत छोड़ो ! सरकार और कारपोरेट गठजोड मुर्दाबाद !! 8 जनवरी 2013 से उड़ीसा के गोविन्दपुर में विस्थापन के खिलाफ…
दिल्ली की प्यास बनी हिमाचल की त्रास
दिल्ली के निवासियों को ज़िंदा रखने की कीमत हिमाचल के लोग अपनी आजीविका के विनाश और रेणुका बाँध परियोजना के…
भारत के 130 ज़िलों में जारी है ज़मीन बचाने की जंग
हाल की एक बीबीसी रपट ने 'राइट्स एंड रिसोर्सेज इनीशिएटिव' और 'सोसाइटी फॉर प्रमोशन ऑफ वेस्टलैंड
डेवलपमेंट' के हवाले से यह चेतावनी दी है कि आने वाले 15 सालों में बड़ी परियोजनाओं के चलते भारत
में संघर्ष और अशांति की आशंका है. नियमगिरि, कूडनकुलम, पोस्को जैसी परियोजनाओं के खिलाफ चल रहे आंदोलन मुख्या धारा की मीडिया में अपनी दस्तक दे चुके हैं, लेकिन…
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बिहार: बांका में तेज होता भूमि अधिग्रहण विरोधी आंदोलन
बिहार में इस समय हालात ठिक नहीं है। लाठी के बल पर किसानों की जमीन हथिया ली जा रही है। दबंग प्राकृतिक…
15 दिसम्बर को रांची चलें! झारखंड हमारा है………..! कंपनियों की…
झारखण्ड में संसाधनों की बेरोक टोक लूट, विस्थापन, नगडी में जमीन की लूट के खिलाफ और दयामनी बरला, जीतन मरांडी,…
नगड़ी के ग्रामीणों की अपील: झारखंड विधानसभा के सदस्यों के नाम
नगड़ी के खेतों में खून-पसीना बहा कर हमने धान रोपा और काटा. उसी धान का यह गुच्छा हम आपकों भेंट कर रहे हैं. हमारा इरादा और संकल्प साफ है. यह जमीन हमारी है जिसे हमारे पुराखों ने बनाया हमारी अनेक पीढि़यों को पाला-पोसा. हमारा दायित्व है कि हम अपने पुराखों के इन खेतों की रक्षा करें ताकि हमारी भावी पीढि़ के लिए हम अपने इतिहास,भाषा,संस्कृति और जमीन को…
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बंदूक के साये में धान काटने को मजबूर नगड़ीवासी
झारखण्ड की राजधानी रांची से सटे कांके थाना क्षेत्र में स्थित नगड़ी गांव विगत कई महिनों से रणभूमि बन चुकी है…
करछना से इलाहाबाद तक किसानों का पदल मार्च
जिलाधिकारी को ज्ञापन देते किसान भूमि अधिग्रहण के विरोध में करछना इलाहाबाद (उ0प्र0) में पुनर्वास किसान कल्याण…
आखरी सांस तक लड़ती रहूंगी : जेल से दयामनी बारला का इंटरव्यू
झारखंड में किसानों की जमीन के अधिग्रहण के खिलाफ लड़ाई लड़ने वाली पत्रकार और सामाजिक कार्यकर्ता दयामनी बारला विगत एक महीने से जेल में है। उन पर भ्रष्टाचार और भूमि अधिग्रहण के विरूद्ध आंदोलन के दौरान सरकारी काम में दखलअंदाजी का आरोप है। दयामनी की रिहाई की मांग को लेकर पत्रकार, लेखक और कलाकार सड़क पर उतर आए हैं। राज्य भर में उनकी रिहाई को लेकर…
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