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मध्य प्रदेश
मुलताई गोलीकाण्ड के महत्वपूर्ण प्रकरणों में फैसला: डॉ .सुनीलम्
सर्व विदित है कि मध्यप्रदेष के बैतूल जिले की मुलताई तहसील के सामने 12 जनवरी 1998 को मुलताई मे लगातार फसले खराब होने के कारण मुआवजा मॉंग रहे किसानों पर कांग्रेस की सरकार के मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के षड़यंत्र के चलते मेरी हत्या तथा किसान आन्दोलन को कुचलने के उद्देष्य से पुलिस गोलीचालन प्रायोजित किया गया था, जिसमे 24 किसान शहीद हुए, 150 किसानो…
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किसानो के हित मे संघर्ष जारी रहेगा- डॉ. सुनीलम्
किसान संघर्ष समिति
शहीद किसान स्मृति कुटीर
स्टेशन रोड,मुलतापी, बैतूल ( म.प्र.), 460661
किसान संघर्ष…
जन संसद 2012 में मुलताई का घोषणापत्र
मुलताई में 14 वें शहीद किसान स्मृति सम्मेलन एवं 188 वी किसान महापंचायत के अवसर पर 12 जनवरी 2012 को आयोजित जनसंसद…
किसान संघर्ष समिति: एक परिचय
किसान संघर्ष समिति की स्थापना 25 दिसंबर 1997 को मुलतई तहसील में किसानों द्वारा की गयी। फसलें नष्ट होने के कारण मुआवजे, फसल बीमा, तहसील के स्थान पर गांव को इकाई माने जाने के मुद्दे पर शुरू हुए आंदोलन पर मध्य प्रदेश के तत्कालीन कांग्रेस सरकार द्वारा शड्यंत्र पूर्ण 12 जनवरी 1998को पुलिस गोली चालन करवारा जिसमें 24 किसान षहीद हुए तथा 150…
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जनता की ताक़त के आगे झुकी सरकार
जन सत्याग्रह की जीत हुई। गांधी जयंती के अगले दिन, गुज़री 3 अक्टूबर को ग्वालियर से इस ऐतिहासिक यात्रा की शुरूआत…
देश को है फिर एक जे पी की जरूरत
आज लोकनायक जय प्रकाश नारायण (जे पी) की 110वीं जयंती है। जे पी के इस जीवन परिचय को जानना जे पी को समझने के लिए…
हरदा जल सत्याग्रह : जितनी मजबूत, उतनी कमजोर सत्ता
जल सत्याग्रह से लोट कर जानेमाने गाँधीवादी सामाजिक कायकर्ता हिमांशु कुमार की टिप्पणी
अभी अभी मध्य प्रदेश से लौटा हूँ ! वहाँ हरदा जिले के खरदना गाँव वालों के एक सत्याग्रह में शामिल होने गया था ! गाँव वालों के साथ करीब अट्ठारह घंटे पानी में खड़ा रहा !
गाँव वाले तो पिछले चौदह दिन से पानी में ही खड़े थे ! कारण यह था कि पहले तो…
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जल सत्याग्रह का 17वां दिन: जल सत्याग्रहियों की जिंदगी दांव पर!!11!!
जल सत्याग्रह आंदोलन के समर्थन में आसपास के 250 गांवों के करीब 5000 लोग घोघल गांव में ही जम गए…
जल सत्याग्रह 13 वें दिन भी जारी, देश भर से समर्थन!!
जल सत्याग्रह का यह अनोखा आंदोलन अब काफी जोर पकड़ता जा रहा है और इनके समर्थन में आसपास के 250 गांवों के करीब 5000…
चुटका परमाणु संघर्ष तेज, राज्यपाल से हस्तक्षेप की मांग
मंडला जिले की हरी-भरी धरती के सुदूर इलाक़े में छोटा सा आदिवासी गांव है- चुटका। तीन साल पहले तक नारायनगंज तहसील में ही इसे बहुत कम लोग जानते थे। आज यह गांव मंडला में ही नहीं, पूरे मध्य प्रदेश में जाना जाता है। राज्य के बाहर भी यह नाम यहां-वहां लोगों की ज़ुबान पर चढ़ने लगा है। उसकी इस शोहरत के पीछे कोई चमत्कारिक उपलब्धि नहीं है। सामने खड़ी…
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