संघर्ष संवाद
Sangharsh Samvad
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राज्यवार रिपोर्टें

मारुति सुजुकी दमन और प्रतिरोध का एक साल : 18 जुलाई को चलो मानेसर

गुजरी 24 जून को मारुती सुजुकी वर्कर्स युनियन की गुडगांव के हुडा सेक्टर 5 के ग्राउंड में वर्कर्स की आमसभा हुई जिसमें संघर्ष को आगे बढ़ाने के लिये रणनीती बनाई गयी। यूनियन ने फैसला लिया कि आने वाली 18 जुलाई को मारुति सुजुकी के दमन और प्रतिरोध का एक साल पुरा होने के मौके पर एक विशाल जनसभा और आईएमटी मानेसर, गुडगांव में धरना आयोजित किया जयेगा।…
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मारुति में मजदूरों पर दमन: अंधेर नगरी और चमगादड़ों का तिमिर-राग

अंधेरे का तिलिस्म जिन चमगादड़ों ने खड़ा किया है, वे इस मामले में मारुति प्रबंधन की शक्ल में हैं, सरकारी पक्ष के…

कोकाकोला संयंत्र: राष्ट्रीय हित में कारपोरेटी लूट को न्यौता

उत्तराखंड की राजधानी देहरादून से 32 कि.मी. दूर छारबा गांव में कोकाकोला संयंत्र लगाने की अनुमति देकर राज्य सरकार ने न केवल ग्रामीणों की अनदेखी की है, बल्कि पानी की कमी से जूझते उत्तराखंड को नई मुसीबत में डाल दिया है। इस परियोजना की वास्तविकता की जांच करने सुरेश भाई के नेतृत्व में गए दल की रिपोर्ट पर आधारित प्रवीन कुमार भट्ट का महत्वपूर्ण…
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चुटका के बहाने शहरों से एक संवाद

नदियों के जलग्रहण क्षेत्र में परमाणु विद्युत संयंत्र लगाने के विनाशकारी प्रभाव सामने आ सकते हैं। नर्मदा नदी पर…

यह कैसी तरक्की है शोषण की ये चक्की है : दिल्ली मेट्रो रेल कामगार यूनियन

मेट्रो ठेका कर्मचारियों ने डी.एम.आर.सी. प्रशासन का पुतला फूंका! गुजरी 30 मई को दिल्ली मेट्रो रेल कारर्पोरेशन व ठेका कम्पनियों द्वारा श्रम क़ानूनों के गम्भीर उल्लंघन के खिलाफ दिल्ली मेट्रो रेल कामगार यूनियन के बैनर तले सैंकड़ों मेट्रो कर्मियों ने जन्तर-मन्तर पर प्रदर्शन किया और डी.एम.आर.सी. प्रशासन का पुतला भी फूंका। मेट्रो प्रशासन और…
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संवेदनहीनता से उपजी संवादहीनता सरकार के लिए घातक – डॉ सुनीलम

माधुरी बहिन गत 17 मई से ही खरगौन जेल में हैं। उन्होंने जेल जाते समय कहा कि वे गुलाम भारत में स्वतंत्र नागरिक…

ओम्कारेश्वर बांध : घोघलगाँव में प्रभावितों की सभा और आन्दोलन की घोषणा

ओम्कारेश्वर परियोजना प्रभावित गांव घोघलगाँव में 30 मई को हजारों प्रभावितों ने रैली निकालकर आमसभा की. सभा में…

चुटका परमाणु ऊर्जा संयंत्र के खिलाफ प्रतिरोध की जीत

चुटका परमाणु संयंत्र के खिलाफ चुटका व आसपास के गांवों की आदिवासी जनता द्वारा चलाए जा रहे जुझारू संघर्ष और तमाम जनपक्षधर संगठनों के सक्रीय समर्थन व प्रयासों से उभरे जबरदस्त जन-उभार के आगे सरकार ने घुटने टेकते हुए 24 मई 2013 को तय की गई जन-सुनवाई को अनिश्चित काल के लिए रद्द करना पड़ा। ध्यान दें कि चुटका परमाणु संघर्ष समीति के नेतृत्व में इस…
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