संघर्ष संवाद
Sangharsh Samvad

झारखण्ड : विस्थापितों का सीसीएल के खिलाफ़ 14 फरवरी को चक्का जाम

बोकारो 14 फरवरी 2022; विस्थापित संघर्ष समन्वय समिति ने बेरमो के बैनर तले विस्थापितों का 14 फरवरी 2022 को पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत चक्का जाम आंदोलन किया। विस्थापितों ने नियोजन, मुआवजा व पुनर्वास की मांग को लेकर सीसीएल के तीनों एरिया ढोरी, बीएंडके एवं कथारा एरिया में चक्का जाम किया। आंदोलनकारियों ने कोयला डिस्पैच का काम ठप करा दिया है। बेरमो के पूर्व विधायक योगेश्वर महतो बाटुल ने कहा कि अब हक पाने को उलगुलान करने का वक्त आ गया है। जब तक सीसीएल प्रबंधन विस्थापितों की मांगों को नहीं मानती, तब तक चरणबद्ध आंदोलन चलता रहेगा।

समिति के अध्यक्ष लखनलाल महतो एवं महासचिव काशीनाथ केवट ने कहा कि बेरमो कोयलांचल में विस्थापितों की समस्या सबसे बड़ी है। सीसीएल प्रबंधन ने यहां के विस्थापितों को सुविधा नहीं दी है। एक वर्ष पूर्व दिए गए मांग पत्र पर आज तक अमल नहीं किया गया। जल, जंगल व जमीन विस्थापितों की है, लेकिन उसका मालिक कोई और बन बैठा है।

आंदोलनकारियों को विनोद महतो, सूरज महतो, पंचानन मंडल और नरेश महतो ने संबोधित करते हुए कहा कि सीसीएल प्रबंधन सुरक्षा नियमों को ताख पर रखकर खदानों को संचालित करा रहा है। प्रबंधन ने वन विभाग से एनओसी लिए बिना ही कोयला खनन कराने के लिए पेड़ व पहाड़ कटवा दिए। इसके खिलाफ स्थानीय विस्थापित अब डटकर मुकाबला करने को तैयार हैं। प्रबंधन की मनमानी नहीं चलने दी जाएगी। प्रबंधन से आरपार की लड़ाई लड़ने से पीछे नहीं हटेंगे।

सीसीएल प्रबंधन ने 21 फरवरी 2022 को विस्थापितों को वार्ता के लिए सीसीएल मुख्यालय रांची आमंत्रित किया है। समिति के प्रतिनिधियों का कहना है कि मुख्यालय के वरीय अधिकारी स्वयं आकर आंदोलनकारियों से वार्ता करें।

इसको भी देख सकते है